Saturday, July 11, 2009

सहज योग ही आज का महायोग: साधक बृजेश !

बलिया। परम पूज्य माता जी श्री निर्मला देवी द्वारा प्रतिपादित एवं संचालित सहजयोग ध्यान केंद्र बलिया के तत्वावधान में बापू भवन टाउन हाल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लखनऊ से आये सहजयोगी बृजेश कपूर ने यह बताया कि सहजयोग वास्तव में आज का महायोग है। सहजयोग के द्वारा व्यक्ति आत्म साक्षात्कार प्राप्त करने के साथ ही रोग व्याधियों से मुक्ति भी पाता है। इसकी साधना करने वाले साधक अपने अंदर कुण्डलिनी शक्ति की जागृति प्राप्त करते हैं। कुण्डलिनी परमात्मा की शुद्ध इच्छा शक्ति की प्रतिविम्ब है जो मानव शरीर में रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले छोर पर त्रिकोणकार अस्थि में सुशुप्त अवस्था स्थित है। जब साधक अपनी सुशुप्त कुण्डलिनी शक्ति की जागृति प्राप्त कर लेता है तो सम्पूर्ण सृष्टि में व्याप्त परमात्मा की सर्वव्यापी शक्ति के साथ एकाकारिता अर्थात योग प्राप्त करता है, जो मानव जीवन का परम लक्ष्य कहा जाता है। इसके साथ ही जागृत कुण्डलिनी शक्ति उ‌र्ध्वगामी बनकर साधक के सूक्ष्म शरीर में अवस्थित तीन प्रधान नाड़ियों इड़ा, पिंगला एवं सुषुम्ना तथा सात ऊर्जा केंद्रों अर्थात मूलाधार, स्वाधिष्ठान नाभि, अनहद, विशुद्धि, आज्ञा एवं सहस्त्रार चक्रों को दैवी ऊर्जा प्रदान करती है जिससे व्यक्ति की सारी रोग व्याधियां समूल नष्ट होने लगती है। इस जागृत के द्वारा साधक निर्विचार समाधि की अनुभूति प्राप्त करता है। वाराणसी से आये वरिष्ठ सहजयोगी रमाशंकर शाह एवं डा. शशि उपाध्याय ने जनता से अपील की कि वे सहजयोग की साधना पद्धति को अपनायें एवं फलस्वरूप अपने समस्त मनोदैहिक विकारों एवं रोग व्याधियों को समूल नष्ट करे।

No comments:

Post a Comment