Sunday, October 31, 2010

एनएसयूआई को भरोसा, होंगे छात्र संघ चुनाव !

उप्र के तीन केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में छात्र संघ की बहाली अब लगभग तय है। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू), इलाहाबाद विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में छात्र संघ चुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा।

उक्त बातें शनिवार को राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 15 सदस्यीय टीम में शामिल एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव विनय सिंह यादव व इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता विवेकानंद पाठक ने दूरभाष पर भारतीय छात्र संगठन के माध्यम से दी। इसी क्रम में छात्र संघ चुनाव की बहाली के मद्देनजर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय के नेतृत्व में बैठक संगठन कार्यालय पर हुई। बैठक को सम्बोधित कतरे हुए छात्र नेता भैया अमित सिंह ने कहा कि तीनों विश्वविद्यालयों में छात्र संघ की बहाली के साथ लगभग पूरे प्रदेश में फिर से छात्र संघ चुनाव की सम्भावना बन जाएगी। रूपेश चौबे ने कहा कि छात्र संघ बहाल कराने में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के छात्र नेता बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे। बैठक में सुशील सिंह, राकेश यादव, मिन्टू मिश्र, राकेश तिवारी छोटे, आलोक कुंवर, अभिषेक रंजन, सत्यप्रकाश, विटर राय, कमल पाण्डेय, अखलाक अहमद, वीर ओझा राणा, सुजीत पाठक आदि ने विचार रखे।

आत्म परिवर्तन से व्यवस्था को बदलने का लिया संकल्प !

स्वामी रामदेव के संकल्प आत्म परिवर्तन से व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य को मूर्त रूप देने के लिए पतंजलि योग समिति एवं रोटरी क्लब एलीट के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे योग विज्ञान शिविर का समापन आफिसर्स क्लब में किया गया। अन्तिम दिन का शिविर सुबह 6:30 बजे पावन ध्वनि ओम एवं वैदिक मंत्रों द्वारा किया गया। प्रथम चरण में योग शिक्षक श्रीप्रकाश पाण्डेय द्वारा आठों प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। दूसरे चरण में योग शिक्षक ओम प्रकाश वर्मा द्वारा शुगर, कमर दर्द, गैस, कब्ज, मोटापा आदि रोगों के लिए 12 आसनों के पैकेज का अभ्यास कराया गया। तीसरे चरण में 12 यौगिक जागिंग का अभ्यास श्री प्रकाश द्वारा कराया गया। तदुपरान्त ओम प्रकाश वर्मा ने स्वदेशी के बारे में बताते हुए उसका पालन और नियमित योग करने का संकल्प दिलाया। रोटरी क्लब के अध्यक्ष डा.संजय कु.श्री ने आभार व्यक्त किया। शिविर में क्लब के एके सक्सेना, राकेश कुमार, शिव प्रकाश, ज्ञान प्रकाश, संतोष कुमार पाण्डेय, डा.श्याम बिहारी, संतोष कुमार, प्रदीप, श्रीराम सिंह, अनिल कुमार, अल्का गुप्ता, आशा पाण्डेय, माया गुप्ता, उर्मिला सिंह, आदि शामिल रहे। सभी ने नियमित योग शिविर में आकर योग की अगिन् को प्रज्ज्वलित करने का वचन लिया।

कार्य शैली बदलो वरना हम बदल देंगे.....

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का निर्णय आ गया है। इस निर्णय ने पंचायतों की कार्य शैली के लिये भी निर्णायक संदेश दे दिया है। गांवों के गोटीबाज, समाजसेवा की आड़ में स्वयं की सेवा करने वाले, पंचायत हित की दुहाई देकर अपना हित साधने वालों तथा इसी तरह के तमाम तीन- पंचहा प्रत्याशियों को मतदाताओं ने बाय-बाय कर दिया है। सचमुच समाज सेवा में लगे वाकई उदारमना व्यक्तित्वों को सफलता भी मिली है। मतदाताओं ने विशेष रूप से युवा हाथों में बहुत उम्मीद और ताकीद से कमान सौंपी है। निर्णय परिपक्व और पंचायत को प्रभावशाली बनाने वाले हैं। अब तक आए निर्णयों में:

रसड़ा प्रतिनिधि के अनुसार दूसरे चरण की मतगणना के क्रम में रविवार को स्थानीय मतगणना केन्द्र पर घोषित परिणाम के अनुसार प्रधान पद के लिए मुड़ेरा से श्रीविलास यादव, बस्ती से अंजोरिया देवी, रसड़ा बाहरी से भुनेश्वर, उरदैना से कैलाश, डेहरी से राजा प्रसाद, रौराचवर से लल्लन, बैजलपुर से इन्दु, बस्तौरा से विनोद, आमघाट से जयराम, पुरा दलई तिवारी पुर से जय नारायण, नारायणपुर से अमरजीत, रामपुर से विमलावती, कटया से विद्यावती, माधोपुर से चन्द्रावती, नागपुर से शान्ति, नसीरपुर से सपना पाण्डेय, लबकरा से नबी रसूल, मिर्जापुर जेवैनिया से रामकुमार, अमहर पट्टी दक्षिण से विजय कुमार को निर्वाचित घोषित किया गया।

इसी प्रकार से क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए मुड़ेरा से चन्दा व प्रमोद, बस्ती से वीर बहादुर, रसड़ा बाहरी से गीता व रीना, उरदैना से राम बदन, डेहरी से कुमारी देवी हरेराम, रौराचवर से रंजू यादव, बैजलपुर से शीला, बस्तौरा से धर्मेन्द्र, आमघाट से उमेश, पूरा दलई तिवारी से सोहराब, नरायणपुर से विजय, नसीरपुर से संगीता, लबकरा से अच्छेलाल, मिर्जापुर जेवैनिया से अशोक, अमहर पट्टी दक्षिण से मीना, कोटवारी से शिवनाथ वर्मा, रामपुर से ज्ञान्ती देवी निर्वाचित घोषित की गयीं।

इन्दरपुर चिलकहर प्रतिनिधि के अनुसार घोषित परिणामों के अनुसार प्रधान पद के लिए सिकरिया कला से घूरा राजभर, पियरही से रणजीत सिंह, रघुनाथपुर से करनेश सिंह, हजौली से परशुराम सिंह, नगपुरा से अशोक कुमार विन्द, ताखा से बसन्ती, वीरपुरा से दयाशंकर, बुढ़उ से संजय पासी, कुकरहां से हरिशंकर वर्मा, बड़सरी से राम हौसिला, सिकरिया खुर्द से पूनम गुप्ता, पखनपुरा से मीना, पचहुआ से खूबलाल, पाण्डेयपुर से शिवनाथ यादव, सवन से रामअवध यादव, कोड़रा से भागमुनी, जोगापुर से श्याम बिहारी यादव, मंगरौली से सुभावती, नफरेपुर से तेजबहादुर यादव, रामपुर असली से गणेश प्रसाद कन्नौजिया, कझारी से चन्द्रावती धोबी, युभा मोहन से सुरेन्द्र यादव प्रधान निर्वाचित घोषित किये गये।

इसी क्रम में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए सिकरिया कला से संतोष कुमार, टीकादेवरी से पिन्टू सिंह, रघुनाथपुर से राजेन्द्र यादव, हजौली से लाल मुनी, ताखा से छोटे लाल, बुढ़उ से रूबी सिंह, सवन से सुरेन्द्र, पियरही से शैलेन्द्र पाण्डेय, बसनवार से दीनदयाल, कुरेजी से प्रमोद पाण्डेय, वीरपुर से मुन्नीदेवी, पचहुआं से सुभाष चन्द्र राम, पाण्डेपुर से निर्मला, मंगरौली से रंगीला यादव, कोड़रा से विरेन्द्र यादव, कझारी से रमावती, नफरेपुर से रणजीत प्रसाद, युभा मोहन से सुनील कुमार तथा सिसवार खुर्द से राजधारी निर्वाचित घोषित किये गये।

बिल्थरारोड प्रतिनिधि के अनुसार सीयर ब्लाक के ग्राम पंचायत समस्तीपुर से प्रधान पद के लिये अरविंद यादव, अखोप से जर्नादन यादव, जमीन सिसयैण्ड से मोतीचंद्र यादव, ससना बहादुरपुर से अजय सिंह, पचमा से राज किशोर यादव, अवायां से मंशा देवी, मिश्रौली से मंजू देवी, शेखपुर से रीता देवी, पलिया खास से दिग्विजय कुशवाहा, मझौवा से लहसिया देवी, जजौली से लाल बहादुर यादव, गोविंदपुर दुगौली से अभोरिक यादव, सेमरी से सरिता देवी, सतुहारी से संतोष गुप्ता, शाहपुर टिकिहा से पंकज सिंह, शमसुद्दीनपुर से अरविंद यादव, राजपुर से अमित सिंह, दोथ से श्रीराम नाथ यादव, खैराखास से मंजू यादव, बुद्धिपुर से साहब दयाल मौर्य, टंगुनिया से वीरेन्द्र राम, चैनपुर गुलौरा से सदानंद राम, अतरौल चक मिलकान से रामाशीष चौहान, सरयांडीहू भगत से सूर्यवती देवी, फरसाटार से लल्लन राम आदि विजयी हुए।

बैरिया प्रतिनिधि के अनुसार जगदेवां (पांडेयपुर) से रामजी यादव, दलपतपुर से रामजी यादव, नौरंगा से इन्दू ठाकुर, गोपालपुर से सरली देवी, चांदपुर से मंझरिया देवी, गोविंदपुर से प्रदीप ठाकुर, चक गिरधर (तिवारी के मिल्की) गांव से रमावती यादव, चकिया से सुभाष वर्मा, बैरिया से शांति देवी और दयाछपरा से सर्वजीत पासवान ने विजय हासिल की।
गड़वार प्रतिनिधि के अनुसार नवनिर्वाचित प्रधान प्रत्याशी: खड़ींचा से सुग्रीव सिंह, दामोदपुर से विपुल पाण्डेय, उन्हा उत्तम से राधा किशुन, भलुहीं से जयराम चौहान, चकरी से उषा देवी, कोटवां से ओम प्रकाश, फेफना से अन्नपूर्णा देवी, त्रिकालपुर से पद्मजा उपाध्याय, रतसड़ कला से नईम, नवादा से राजकुमारी विजयी हुईं।

नरहीं प्रतिनिधि के अनुसार नरहीं से छोटकी देवी, कैथोली से रामनिवास यादव, सुजायत से रमाशंकर राजभर, दौलतपुर से राजेश सिंह, चौरा से शेषनाथ सिंह, महरैव से धीरेन्द्र राजभर, कथरिया से लाल मोहर गुप्त, धर्मापुर से शीला तिवारी, पिपरा कला से रामजी राम, कारों से गामा राम, अख्तियारपूर से गुपुत नाथ यादव, नसीरपुर से छोटे लाल प्रधान पद पर विजयी हुये।

Tuesday, October 26, 2010

भगवत् भक्ति में तर्क का कोई स्थान नहीं!

भगवत् भक्ति में तर्क की कोई जगह नहीं। शिव कथा में जिसकी भक्ति नहीं उसे राम कथा सुनने का भी अधिकार नहीं। यह बातें अयोध्या से पधारे अजय शास्त्री उर्फ बिन्दु जी महाराज ने कही। वह सोमवार को निकटवर्ती गांव बभनौली स्थित काली मंदिर पर शिव पूजन उपाध्याय के संयोजकत्व में आयोजित शतचण्डी महायज्ञ के दौरान प्रवचन कर रहे थे। सती के एक प्रसंग को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि शंकर की अद्र्धागिनी तो केवल श्रद्धा ही हो सकती है लेकिन सती का मन कैलाश में बसा था उसी का परिणाम रहा शंकर से उनका विछोह। इसके लिए उन्हे प्रायश्चित करना पड़ा। फिर भी शंकर नहीं मिले तो सती को हजार वर्ष तक कठोर तपस्या करनी पड़ी। पार्वती व शंकर विवाह का मार्मिक वर्णन करते हुए शास्त्री जी ने कहा कि शंकर जब दूल्हा बन कर चले तो धर्म अर्थात नंदी पर सवार होकर और वह भी पीछे मुंह करके। वह लोगों को बताना चाहते थे कि ससुराल जाओ तो मुंह परिवार की तरफ करके। अगर मुंह भूल से भी ससुराल की तरफ हो गया तो स्थिति गड़बड़ हो सकती है। आचार्य ने जोर देकर कहा कि भगवान शंकर व पार्वती के संयोग से श्रीराम कथा रूपी गंगा प्रवाहित हुई। उन्होंने कहा कि कलिकाल में लोग शरीर से कम, मन से ज्यादा परेशान है। ऐसे लोगों को शिव कथा सुननी चाहिये।

Saturday, October 23, 2010

कलश यात्रा के साथ महारूद्र यज्ञ शुरू !

श्री जंगली बाबा धाम पर आयोजित ग्यारह दिवसीय महारूद्र यज्ञ का शुभारम्भ भव्य कलश यात्रा के साथ शनिवार को हुआ। ओम् नम: शिवाय! से पूरा वातावरण भक्तिमय रहा।

हाथी, घोड़ा, बाजा-गाजा के साथ हजारों नर-नारी कलश यात्रा में शामिल रहे। लगभग एक किमी की यात्रा सहित पूरे नगर भ्रमण के पश्चात यात्रा यज्ञ स्थल पर पहुंची, जहां कलश लेकर लड़कियों, महिलाओं ने परिक्रमा कर पूजन किया। श्री जंगली बाबा के मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने मत्था टेका तथा संत बसेरा में संत श्री उड़िया बाबा का आशीर्वाद लिया। कलश यात्रा में ब्रह्मा, विष्णु, महेश, नारद जी, हनुमान जी की झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। बद्री विशाल की अध्यक्ष में प्रभात फेरी में संस्थान के रमेश दास, राजकुमार मिश्र रथ के साथ भजन में लगे रहे। यज्ञ मंडप में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञाचार्य पं. धीरेन्द्र पाण्डेय व सहायक आचार्य गण छोटे लाल उपाध्याय आदि ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मंडप प्रवेश, पंचांग पूजन व अरणी मंथन से अग्रि स्थापित किये।

Sunday, October 17, 2010

क्षेत्रीय खेलकूद में बलिया की सुनीता चैम्पियन !

ऊरई, जालौन में हुई क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में स्थानीय नागाजी सरस्वती शिशु मंदिर भृगुआश्रम की छात्रा सुनीता ने चैम्पियन खिलाड़ी बनने का रुतबा हासिल कर जनपद को गौरवान्वित किया। उसने 100 मीटर, 400 मीटर की दौड़ व 100&4 मीटर रिले रेस में पहला स्थान हासिल किया। विद्यालय के व्यवस्थापक राम कुमार तिवारी ने सुनीता को सम्मानित करते हुए उसका पूर्ण शुल्क मुक्त करने की घोषणा की है। प्रधानाचार्य बजरंग प्रताप सिंह ने उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। बता दें कि इसके पूर्व देवरिया में आयोजित प्रांतीय खेलकूद में भी सुनीता ने 100 मीटर, 400 मीटर, शॉटफुट व रिले में प्रथम स्थान हासिल किया था। वहीं 50 मीटर की दौड़ में भूपेंद्र ने प्रथम स्थान हासिल किया था। खो-खो में भी इस विद्यालय की टीम अव्वल रही जिसकी वजह से प्रांतीय खेलकूद में बलिया अव्वल रहा।

डीएम साहब ! कुछ तो सोचें इन सड़कों के बारे में

..जुलाई, अगस्त, सितम्बर का महीना राह देखते बीत गया। अक्टूबर में भी एक पखवारा गुजर गया लेकिन शहर के उत्तर की खस्ताहाल सड़कों का कायाकल्प नहीं हुआ। राहगीर रोजाना हो रहे है लहूलुहान। वाहन, रिक्शे भी अक्सर पलट रहे है फिर भी कोई सुनवाई नहीं। ऐसे में डीएम साहब! कुछ तो सोचें इन सड़कों के बारे में क्योंकि ये नारकीय परिस्थितियां अब झेली नहीं जा रही है। यह आवाज है उन लोगों की जो महीनों से यह दुर्दशा झोलने को अभिशप्त है। उनका कहना है कि प्रशासन की कैसी हिदायत है कि निर्देशों के बाद भी इन सड़कों की तस्वीर बदलने के प्रति उदासीनता ही बरती जा रही है। यहां बात हो रही है एनसीसी तिराहे से दक्षिण बलिया-बांसडीह मुख्य मार्ग की जिस पर चलना इन दिनों खतरे से खाली नहीं है। बड़े-बड़े गढ्डें, थोड़ी सी भी बरसात में पूरी सड़क का कीचड़ से सराबोर हो जाना, लोग यह समझ नहीं पा रहे कि यह परेशानी उन्हे और कितने दिन झेलनी पड़ेगी। यही स्थिति बलिया-सिकंदरपुर मार्ग की भी है। रामपुर व बहादुरपुर में तो इस सड़क का नक्शा ही बदल गया है। सड़कों पर घरों का गिरता गंदा पानी राहगीरों के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं साबित हो रहा।

सदर अस्पताल: सुबह साढ़े नौ बजे तक नहीं कटी पर्ची !

जिला चिकित्सालय में शनिवार को सुबह साढ़े नौ बजे तक पर्ची काटने का काम बाधित रहा और इस दौरान सभी चिकित्सक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के कक्ष में बैठक करते रहे। इस संदर्भ में जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.एसपी सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि संबंधित कर्मचारी आज नहीं आयी है और उसी के पास चाबी है। मीटिंग के संदर्भ में उन्होंने बताया कि लखनऊ से कोई उच्च अधिकारी आये हैं और वह मीटिंग ले रहे हैं। इस दौरान परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। उधर उप्र उद्योग व्यापार मंडल का प्रतिनिधि मंडल जिला महामंत्री संजीव कुमार डम्पू के नेतृत्व में सदर अस्पताल में व्याप्त दु‌र्व्यवस्था के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.एसपी सिंह से मिलकर व्यवस्था में सुधार की मांग की। प्रतिनिधि मंडल ने ठेकेदारी व्यवस्था से जुड़े सफाई कर्मियों की हड़ताल के बाद अस्पताल में व्याप्त गंदगी, डाक्टरों का समय पर अपने कक्ष में न बैठना आदि की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया। साथ ही 9:30 बजे तक जांच पर्ची काउन्टर शुरू न होने पर लापरवाह कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में जिला युवा अध्यक्ष संजीव कुमार डम्पू, नगर युवा अध्यक्ष रवि आनंद, सोनू बाबा, जय कुमार, शशि सेठ, धनंजय सिंह आदि शामिल रहे।

Sunday, October 3, 2010

बच्चों ने कैनवास पर उतारा हुनर !

रोटरी क्लब बलिया द्वारा रविवार को संस्थान पर आयोजित एकता व शांति विषयक चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग तीन दर्जन बच्चों ने अपने हुनर कैनवास पर उतारे। क्लब के अध्यक्ष रो.राजेश कुमार जायसवाल ने बच्चों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में सहभाग करने से प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है तथा जीवन में आने बढ़ने की ललक पैदा होती है। इस अवसर पर सचिव सुनील सर्राफ ने कहा कि प्रतियोगिता में सहभाग करने वाले सभी प्रतिस्पर्धी अनोखी प्रतिभा के धनी है और इनका हुनर काबिलेतारीफ है। इस अवसर पर क्लब के अशोक सेठ, संजय सिंह, अमिताभ श्रीवास्तव, अजीत कुमार, डा.जी प्रसाद, प्रमोद सर्राफ सहित कई रोटेरियन उपस्थित रहे।

Saturday, October 2, 2010

का हो चाचा चानी बा न भर चुनाव !

बेलहरी ब्लाक के एक चर्चित गांव के मूल निवासी है चाचा सुभग नारायण सिंह (काल्पनिक नाम)। सुभग नारायण यूनिवर्सल चाचा हैं। गांव का जवान बूढ़ा बच्चा सब उन्हे चाचा ही कहता है। चाचा हैं भी वाकई सार्वभौम गंवई मान्यता प्राप्त। सबमें घुल मिलकर रहते हैं। यही कारण है कि गांव के कुछ सटीक टिप्पणीकार उन्हें 'आलू' भी कहते हैं। आलू इस सेन्स में कि सब्जी का आलू किसी भी सब्जी के साथ मिक्स होकर फिट बैठ जाता है। ये चाचा भी ऐसे ही है। किसी के भी साथ दूध पानी की तरह घुलमिल जाते हैं और हर किसी से जब चाहे इनकी छनने लगती है। चुनाव आते ही चाचा सुभग नारायण अति प्रासंगिक हो जाते हैं। पंचायत चुनाव में तो पूछना ही क्या। पर इस बार स्थिति भिन्न है। पर्चा दाखिला और वापसी के बीच ही चाचा जब गांव के पूरब टोले से गुजर रहे थे एक नौजवान ने जुमला फेंका का हो चाचा चानी कट ता न भरि चुनाव। हमेशा खुश रहने वाले, हरफनमौला, इस तरह की बातों को भी गरियाते हुए हंसी के फव्वारे में बदल देने वाले चाचा जैसे सहम से गए। सवाल भीतर तक चुभ गया और वे आज के चुनाव की परिस्थितियों पर गौर करने लगे। अबकी का चुनाव उनके जैसे यूनिवर्सल आदमी को भी सीमा में बांध दिया है। प्रत्याशियों की जैसे बाढ़ आ गयी है। प्रधान व बीडीसी के लिए आठ-आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। ग्राम पंचायत सदस्य की तो बात ही अलग है। चाचा की परेशानी यह है उनके भतीजे की पत्‍‌नी भी चुनाव लड़ रही है। अब वे करे भी तो क्या। सब एक दूसरे से प्रधान बीडीसी का साट लगाए हैं। ऐसे में उनकी स्थिति भी असमंजस की हो गयी है। अब चाचा पलट कर क्या जवाब दें कि अबकी चुनाव में चांदी तो क्या कस्कुट भी नहीं कट रहा है। सबसे बड़ी बात कि उनकी सर्वस्वीकार्यता पर भी प्रश्रन्चिन्ह लग गया है।

खइला पियला से का खुंटवा जगहे पर गड़ाई

गड़वार व फेफना थाना अन्तर्गत स्थानीय क्षेत्र के विभिन्न गांवों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर लागू आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को तमाम तरह के प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने का कुटिल कुचक्र किया जा रहा है। दूसरी ओर मतदाता भी अपनी चतुराई दिखाते हुए सभी की जय करने में लगे हैं। इससे प्रत्याशियों में काफी बेचैनी है। सिहांचवर कला, सिहांचवर खुर्द, बहादुरपुर, पक्का कोट, कोपवां, देहलूपुर, जगदीशपुर, पियरिया, सवंरूपुर, जिगनी खास आदि गांवों में आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए विभिन्न पदों के प्रत्याशियों द्वारा, विदेशी शराब तथा कच्ची दारू के साथ खाने पीने का इंतजाम कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं मतदाता सबकी जय कर प्रत्याशियों की नींद हराम फिर हुए हैं। गांवों में प्रत्याशियों की आई बाढ़ से उहापोह की स्थिति है। गांव और क्षेत्र में बुद्धिजीवी मतदाताओं को समझ में नहीं आ रहा कि किस की ओर चला जाय। वे खामोश रह सबको तौलने का काम कर रहे हैं। कुछ मतदाता यह कहने से नहीं चूकते कि खा पीय कतहीं खुंटवा जगहे पर पर गड़ाई। ऐसे मतदाताओं के प्रत्याशी पहले से ही सेट हैं लेकिन खाने-पीने सभी प्रत्याशियों के यहां जाते और उनकी जय कर रहे है।

सावधान : अब समर्थक भी उठा रहे बकरे

सावधान अब प्रत्याशियों के समर्थक बकरे भी उठा रहे है। जी हां ऐसा ही वाकया सलेमपुर ग्राम में घटित हुई है। मंगलवार को चुनाव प्रचार के लिए स्कार्पियों से आये किन्हीं प्रत्याशी के समर्थकों ने यह कारनामा करते हुए सलेमपुर गांव के विशम्भर के दरवाजे पर बंधे दो बकरों को उठा लिया तथा चलते बने। इस घटना की चर्चा जहां पूरे क्षेत्र में जोरों पर है। घटना की सूचना नगरा पुलिस को भी दे दी गयी है।

चुनावी संकट : पिलाते भी वही छुड़ाते भी वही

पंचायत चुनाव के मद्देनजर क्षेत्र में अवैध कच्चे शराब की बिक्री जहां धड़ल्ले से की जा रही है। प्रत्याशियों द्वारा समर्थकों को यह शराब थोक मात्रा में उपलब्ध कराने, पिलाने से लेकर पकड़े जाने पर उनकी जमानत करा थाने से छुड़ाया भी जा रहा है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। बताते चलें कि छिब्बी ग्राम निवासी एक राजभर जाति के युवक को प्रत्याशियों का शराब पीना तथा शराब साथ ले जाना तब महंगा पड़ा जब उसे पुलिस ने पकड़ लिया किन्तु तत्काल उसे सम्बन्धित प्रत्याशी द्वारा निजी मुचलके पर किसी के माध्यम से पुलिस से मुक्त करा लिया गया।