Tuesday, March 31, 2009

गेहूं की तैयार खड़ी फसल डूब गई पानी में

सुखपुरा (बलिया)। समीपवर्ती गांवों में चनुकी, बघेवा, मठिया के विशुनपुरा माइनर के टूट जाने के कारण सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल पानी में डूब गया है जिसके चलते किसानों में अपने-अपने फसल को बचाने की बेचैनी काफी बढ़ गयी है। जानकारी के अनुसार कतिपय लोगों ने करनई माइनर को चनुकी ग्राम के समीप बंद कर उसका सारा पानी विशुनपुरा माइनर में छोड़ दिया। पानी की अधिकता के कारण माइनर कई स्थानों पर टूट गया और पानी खेतों में फैल गया जिसमें गेहूं की फसल लगी है वह भी पककर तैयार है और दो एक दिनों में कटने वाली थी। खेतों में पानी फैलने के कारण फसल नष्ट होने के खतरा से किसान काफी चिंतित हैं। ऐसी हालत में किसानों ने टूटे नहर की मरम्मत व पानी बहाव को तत्काल बंद करने की मांग की है।

Monday, March 30, 2009

खरीद की देवी: दिन में तीन बार रूप बदलती है प्रतिमा

बलिया। वासंतिक नवरात्र शक्ति की आराधना का द्योतक है। इन नौ दिनों में भक्त व्रत, उपवास तथा आहार-विहार के संयम द्वारा अपने विचारों का शुद्धिकरण और काया कल्प करता है। इस प्रकार वह शक्ति संचय कर अपनी काया को शिवरूप में परिणत करता है। इसलिए इस काल को शक्ति का आराधना पर्व कहा जाता है। इन नौ दिनों में आदि शक्ति के नौ रूपों की आराधना की जाती है। शक्ति के इन नौ रूपों में मां दुर्गा का स्थान प्रमुख है। क्योंकि वे दुष्टों की संहारकर्ता, अत्याचारियों का विनाशकर्ता हैं। खरीद की देवी भी इसी कड़ी में है जो भक्तों की मनोकामना पूर्ण कर उन्हे अभीष्ट फल प्राप्त कराती है। वैसे तो देश के विभिन्न स्थानों पर मां दुर्गा के शक्तिपीठ है जहां जाकर भक्त मां के चरणों में नतमस्तक हो उनसे आशीर्वाद की कामना करते है किन्तु क्षेत्र के खरीद गांव में स्थित मां का मंदिर भक्तों की आस्था का एक बड़ा केंद्र है। यहां पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इन्दिरा गांधी सहित राज्यपाल, मंत्री तथा बड़े अधिकारी भी मां के दरबार में आकर उनकी चौखट पर मत्था टेक चुके है। भक्तों के विश्वास और आस्था का अटूट केंद्र होने का कारण यह है कि जिन राजा सुरथ द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित किये जाने का उल्लेख पुराणों में मिलता है, वह मूल प्रतिमा यही है। प्रतिमा की स्थापना कराने से पूर्व राजा सुरथ ने मिट्टी का एक स्तूप बनाकर उसी को मां दुर्गा की मान्यता प्रदान करते हुए उनकी पूजा अर्चना किया था। वह मिट्टी का स्तूप आज भी मूल मंदिर से करीब दो सौ मीटर दूर उत्तर तरफ स्थित है। उस समय वह समूचा इलाका जंगली था तथा सरयू नदी की धारा उससे सटकर प्रवाहित होती थी जिसका निशान आज भी बाकी है। मेधा ऋषि का आश्रम भी यहीं था। यह अलग बात है कि अब सरयू की धारा वहां से उत्तर तरफ चली गयी है। सुरथ द्वारा मिट्टी का स्थापित स्तूप तथा उसके निकट ही मां दुर्गा की प्रतिमा के होने का विश्वास भक्तों को इस मंदिर का दर्शन करने के लिए दूर-दूर से खिंचा चला आता है। इस प्रतिमा की कुछ विशेषतायें भी है जो इस मंदिर को अन्य मंदिरों से अलग पहचान देती है। यथा प्रात: बेला में युवावस्था, दोपहर में प्रौढ़ तथा सायं वृद्धावस्था की स्पष्ट झलक प्रतिमा के मुख पर दिखायी पड़ती है।

Sunday, March 29, 2009

मां पचरूखा : भक्तों की हर मुराद होती पूरी

बलिया। रेवती नगर से मात्र 3 किमी पश्चिम रेवती-बलिया मार्ग से सटे पचरूखा में स्थित मां पचरूखा देवी के मंदिर में सच्चे मन से प्रार्थना करने पर भक्तों की हर मुराद पूरी होती है। वैसे भक्तजन पूरे वर्ष देवी का दर्शन-पूजन करते है किन्तु चैत रामनवमी व शारदीय नवरात्र में दूर-दराज से दर्शन करने वाले भक्तों का रेला लग जाता है। प्रति वर्ष चैत रामनवमी के यहां एक दिवसीय वृहद मेला लगता है। जहां घाघरा दियरांचल सहित जनपद के सुदूर क्षेत्रों से हजारों स्त्री-पुरुष यहां आकर श्रद्धापूर्वक देवी का दर्शन व पूजन करते है।

बताते है कि सन् 1857 में अंग्रेजों से लड़ते हुए वीर कुंवर सिंह अपने ननिहाल सहतवार होते हुए पचरूखा (गायघाट) पहुंचे। पीडी इण्टर कालेज के उत्तर की तरफ दह से सटा मुड़िकटवा नामक स्थान है जहां घनघोर जंगल था। वीर कुंवर सिंह 106 अंग्रेज सैनिकों को मारने के पश्चात रेलवे लाइन से सटे इस जंगल में स्थित टीले पर विश्राम करने के दौरान सो गये। उससे सटा मिट्टी का डीह था जहां देवी की पिण्डी बनी थी। अचानक सपने में वीर कुंवर सिंह को एक दिव्य ज्योति पुंज ने दर्शन दिया तथा सावधान करते हुए अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर चले जाने का निर्देश दिया। कारण अंग्रेज सैनिक उनका लगातार पीछा करते हुए आ रहे थे। अंग्रेज सैनिकों के पहुंचने से पूर्व वीर कुंवर सिंह सुरक्षित स्थान पहुंच चुके थे। सन् 1928-30 में देवी की प्रेरणा से ही पचरूखा गायघाट निवासी एक वैश्य परिवार के व्यक्ति ने देवी के स्थान का जीर्णोद्धार कराया। देवी की कृपा ही थी कि उक्त वैश्य परिवार वाराणसी में लाखों की सम्पत्ति का मालिक बन बैठा। आज देवी के स्थान पर एक भव्य मंदिर बन चुका है।

Saturday, March 28, 2009

या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता

नवरात्र के दूसरे दिन हजारों भक्तों ने ब्रह्माचारिणी की पूजा अर्चना की। ऊंचे पहाड़ पर विराजमान मां विंध्यवासिनी के दर्शन को भारी जन सैलाब उमड़ा। भक्तों के गीत और भजनों ने मुख्यालय को देवी भक्ति से सराबोर कर दिया।

मां ब्रह्माचारणी भगवान ब्रह्मा की आदि शक्ति हैं। वह समस्त भक्तों की हर तरह की मनोकामना पूरी करने वाली हैं। नवरात्र के दूसरे दिन हजारों स्त्री पुरुषों ने विभिन्न देवी मंदिरों में माथा टेक मां की पूजा अर्चना की। यहां दुर्गा सप्तशती में श्लोकों से वातावरण भक्तिपूर्ण हो गया है। कस्बे हजारों लोग देवी दर्शन कर भोग लगाये बिना जल ग्रहण नहीं करते। हजारों लोगों ने घरों में देवी मंदिर बना जवारा बोये हैं। इसे समृद्धि व सुख का आधार माना जाता है। कुलपहाड़ प्रतिनिधि के मुताबिक कस्बे के सभी देवी मंदिरों में दिनभर भक्तों की भारी भीड़ रही। यहां हजारों लोग मां पीतांबरा व बाघविराजन की आराधना कर रहे हैं। चरखारी प्रतिनिधि के अनुसार मदारन देवी व काली देवी का ऐतिहासिक मंदिर इन दिनों भक्तों का आस्था केंद्र बना है। सुबह से ही हजारों लोग यहां अनुष्ठान हवन ओर पूजा पाठ करने को जमा हो जाते है। पनवाड़ी की बड़ी माता मंदिर में कस्बे सहित आसपास के एक दर्जन गांवों के हजारों भक्तों का जमावड़ा लग रहा है।

Friday, March 27, 2009

भगवती की आराधना ही एक मात्र सहारा

बलिया।

'शशि सूर्ये गजा रूढ़े, शनि भौमे तुरंग में, गुरु शुक्रे च दोलायां बुधे नौका प्रकीर्तिता।''

इस बार के वासंतिक नवरात्र की प्रतिपदा शुक्रवार को पड़ी है। उपरोक्त श्लोक के अनुसार मां भगवती की सवारी डोली है जिसका आशय यह है कि समाज में लूट, हत्या तथा नाना प्रकार के अनिष्टों का बोलबाला रहेगा जिससे बचने का एक मात्र उपाय मां भगवती की आराधना है। इनकी पूजा अर्चना से ही समाज में व्याप्त बुराइयों का नाश होगा। दुर्गा मंदिर जापलिनगंज के पुजारी श्रीकांत चौबे कहते है कि समस्त भक्त मां जगदम्बा की पूर्ण मनोयोग से आराधना, दान-पुण्य अथवा जगत जननी मां भगवती को समर्पण भाव से भजें तो उनका तथा उनके परिवार की मां सर्वदा रक्षा करती रहेगी। इनकी पूजा अर्चना की बात तो अनेक पुराणों में भी कही गयी है। यथा पद्म पुराण के सृष्टि खण्ड में पुलत्स्य ऋषि कहते है कि दुर्गा पूजन से वह फल प्राप्त होता है जो तीर्थ दान करने से। एक हजार अश्वमेघ तथा एक सौ वाजपेय यज्ञ का फल भी भगवती की पूजा के लाखवां भाग के बराबर भी नहीं है। पुलत्स्य ऋषि कहते हैं कि जो निरन्तर दुर्गा का व्रत तथा पूजा करता है वही मुनि है वही तपस्वी है वही तीर्थ है। जो नाना प्रकार के पुष्प, धूप, दीप, प्रसाद आदि से भवानी की पूजा करता है वही सच्चा योगी है तथा मुक्ति उसके हाथ में है। जो व्यक्ति पूर्णिमा, नवमी, अष्टमी को दुर्गा अर्चना करता है उसे वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है। शुक्ल पक्ष की अष्टमी एवं नवमी तथा चतुर्दशी को जो तीनों समय पूजन करता है वही देवी लोक प्राप्त करता है। नवमी को व्रत रहकर जो भक्त भगवती की पूजा करते हैं उसे अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त होता है।

देवी मंदिरों व घरों में कलश स्थापित भगवती आराधना शुरू

बलिया।

'या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नम:'

के उच्चारण के साथ शुक्रवार को वासन्तिक नवरात्र का आगाज हुआ। आदिशक्ति भवानी की विशेष पूजा के लिए कलश स्थापित किये गए तथा घरों और मंदिरों में श्री दुर्गा सप्तशती एवं दुर्गा चालीसा का पाठ प्रारम्भ हो गया। अपने दैहिक जीवन में सुख व समृद्धि की कामना लिए भक्तों ने शुक्रवार को व्रत रखा। भारत वर्ष में देवी-देवताओं के अर्चन पूजन तो हर दिन होते हैं लेकिन कुछ विशेष दिन व महीने हैं जिसमें देवी देवताओं का पूजन होता है। उसी क्रम में चैत व आश्रि्वन महीने में शक्ति की देवी दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है। शुक्रवार को शुरू हुए वासन्तिक नवरात्र की तैयारी हफ्तों पहले से ही भक्तों द्वारा की जा रही है। घर व मंदिरों की विशेष साफ-सफाई कर नवरात्र के प्रथम दिन वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश स्थापित कर संकल्प व्रत लिया गया जो नवरात्र के अंतिम दिन सम्पन्न होगा। उसी दिन हवन पूजन के साथ कन्याओं को भोजन व दक्षिणा देकर भक्त अपने व्रत की पूर्णाहुति करेगे।

नवरात्र के नौ दिनों में आदिशक्ति भवानी के नौ रूपों की अलग-अलग विधि सम्मत पूजा की जाती है। प्रथम दिन मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की विशेष पूजा की गई। कुछ भक्त अपने घर में कलश स्थापित किये तो कुछ नजदीक के देवी मंदिरों में। कुछ लोग अपने ही दुर्गा सप्तशती का पाठ कर रहे हैं तो कुछ पुरोहितों के द्वारा उसे सम्पन्न करा रहे हैं। नवरात्र में देवी की उपासना से मानव के समस्त दैहिक दु:ख दूर होते हैं। ऐसी सिद्ध मान्यता है। नवरात्र के प्रथम दिन देवी मंदिरों पर दर्शन पूजन करने वाले भक्तों का रेला दिन भर लग रहा। शुक्रवार को तड़के ही भक्त स्नान वगैरह करके माता रानी के दर्शन के लिए निकल गए। मंदिरों में तिल रखने तक की जगह नहीं बची थी। क्षेत्र के सभी मंदिर परिसरों में मेले जैसी स्थिति बनी हुई है। पूजन सामग्री के साथ ही खिलौनों की बिक्री भी काफी तेज हो गयी है।

रसड़ा प्रतिनिधि के अनुसार नगर सहित नीबू की सिद्ध काली मन्दिर, अमहर, अजरा आदि देवी मन्दिरों पर प्रात: काल से ही भक्तों का रेला उमड़ने लगा। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। चिलकहर प्रतिनिधि के अनुसार नवरात्र के प्रथम दिन क्षेत्र के सिद्ध चण्डी मां मन्दिर उचेड़ा पर भक्तों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। ऐसा माना जाता है कि यहां की मां चण्डी मां विंध्यवासिनी की प्रतिमूर्ति है। बिल्थरारोड प्रतिनिधि के अनुसार तहसील मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित सोनाडीह ग्राम में मां भवानी के दरबार में भक्तों ने मत्था टेका व पूजा अर्चना की। यहां बंदरों की सैकड़ों की संख्या में मौजूदगी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी रही।

Thursday, March 26, 2009

छात्र नेता को जिन्दा जलाने के अभियुक्तों को उम्र कैद

बलिया। लगभग 15 वर्ष पहले एससी कालेज के छात्र नेता को मारपीट कर जिन्दा जलाने के एक मामले में सुनवाई करते हुए अपर सत्र न्यायाधीश एएन पाण्डेय की अदालत ने चार अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी तथा पांच-पांच हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है।

उल्लेखनीय है कि एसटी नं.275/04 में हल्दी थाना अंतर्गत मझौवां निवासी अभियुक्तगण रामानंद सिंह, धर्मपुरा निवासी अमरदेव सिंह, श्याम बिहारी सिंह व गरयां निवासी श्रीभगवान साहू को अदालत ने भादवि की धारा 302/34 के तहत उक्त सजा सुनायी है। अभियोजन के अनुसार घटना के बारे में बैरिया थाना अंतर्गत चकिया निवासी परिवादी मुक्तेश्वर सिंह ने अदालत में अर्जी दाखिल किया कि उसका लड़का जयशंकर सिंह उर्फ पप्पू एससी कालेज का छात्र नेता व शिवसेना का जिला प्रमुख है। वह 25 मार्च 1994 को कालेज से वापस आ रहा था कि अपने रिश्तेदार का पता करने मझौवां ढाले पर करीब पौने सात बजे उतर गया। इतने में उक्त अभियुक्तगण उसे पीटकर मक्के का डंठल व पुआल रखकर जिन्दा जला दिये। इसी मामले में अदालत ने उक्त सजा सुनायी है। परिवादी की ओर से पंकज कुमार सिंह तथा बचाव की ओर से केके सिंह ने अपना-अपना तर्क प्रस्तुत किया।

Wednesday, March 25, 2009

मतदाताओं की खामोशी ने प्रत्याशियों की उड़ाई नींद

रसड़ा (बलिया)। लोक सभा चुनावों के महासमर में चुनाव की तारीख 16 अप्रैल काफी नजदीक होने से जहां प्रत्याशियों को प्रत्येक गांवों व गलियों में जनसम्पर्क करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है वहीं मतदाताओं की खामोशी ने उनकी नींद ही उड़ा कर रख दी है।

बताते चलें कि चुनाव की तारीख काफी नजदीक होने के कारण प्रत्याशियों को प्रत्येक दिन मतदान का दिन ही लग रहा है। इस जल्दी में प्रत्याशी व उनके समर्थक जनता के बीच टोह लेने की कवायद कर तो रहे है किन्तु मतदाता भी खामोश रह अपनी अलग रणनीति कर रहा है।

सच्चाई यह है कि चुनाव आयोग की शख्तियों के चलते जनता को भी इस बार नायाब तरीके का चुनाव देखने को मिल रहा है जिसके तहत चुनाव का जो ग्लैमर होना चाहिए वह नहीं बन पा रहा है। नतीजा यह है कि परेशान प्रत्याशी अपने पक्ष में हवा बनाने के लिए काफी बेताब है। इसके लिए उनके समर्थकों एवं छुटभैयों का भरोसा रह गया है। हालांकि चुनावी समर में जातिगत वोटों का धु्रवीकरण हो रहा है बावजूद इसके मतदाताओं की चुप्पी से प्रत्याशियों में अजीब सी घबराहट देखी जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि यदि अन्तिम क्षणों तक जन मन चुप रहा तो यह कहना मुश्किल होगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा।

Tuesday, March 24, 2009

संयुक्त राष्ट्र संघ के आर्थिक सलाहकार को मृत दिखा सम्पत्ति हड़पने का प्रयास

बैरिया (बलिया)। संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय के आर्थिक सलाहकार व दोकटी थाना क्षेत्र के श्रीपालपुर निवासी बटुकेश्वर दत्त को मृत दिखाकर उनके पट्टीदारों द्वारा उनकी लाखों की पैतृक सम्पत्ति हड़पने के प्रयास को तहसील व पुलिस प्रशासन ने गम्भीरता से लेते हुए बटुकेश्वर दत्त को त्वरित न्याय दिया है।

बता दें कि कि बटुकेश्वर दत्त पिछले 42 वर्षो से कनाडा में रहते है और वर्तमान समय में वह संयुक्त राष्ट्र संघ में आर्थिक सलाहकार हैं। उनके पट्टीदारों द्वारा उन्हें मृत दिखाकर उनकी पैतृक सम्पत्ति पर अपना नाम दर्ज कराने के लिए नायब तहसीलदार बैरिया शम्भू शरण के न्यायालय में वाद दाखिल किया था कि संयोग से बटुकेश्वर दत्त कनाडा से यहां आ गये। पड़ोसियों ने उन्हे इस बात की जानकारी दे दी। बटुकेश्वर दत्त उपजिलाधिकारी बैरिया कुमार विनीत, नायब तहसीलदार शम्भू शरण के कार्यालय में जाकर अपना पासपोर्ट व अपने को बटुकेश्वर दत्त साबित करने के लिए अनेक प्रमाण प्रस्तुत किये। दोनों अधिकारियों ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए बटुकेश्वर दत्त को मृत दिखाने वाले वाद को तुरन्त निरस्त करते हुए उन्हे पूरी सुरक्षा और संरक्षा देने का आश्वासन दिया है। दोकटी के थानाध्यक्ष नरसिंह यादव व चौकी इंचार्ज लालगंज विनीत मोहन पाठक ने भी गम्भीरता दिखायी और पट्टीदारों को चेताया कि अगर किसी ने भी बटुकेश्वर दत्त को परेशान किया तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे। बटुकेश्वर दत्त ने बताया कि मुझे सम्पत्ति की लालच नहीं है, मेरे सभी पुत्र-पुत्रियां अमेरिका, जापान व कनाडा में रहते है। पैसे की कोई कमी नहीं है। मैं अपने पैतृक आवास को यहां के ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रसूति गृह बनाना चाहता हूं। इसके लिए पैसा भी मैं लगाऊंगा किन्तु कानूनी दावपेंच के कारण अभी तुरन्त ऐसा सम्भव नहीं हो पा रहा है किन्तु उपजिलाधिकारी ने आश्वस्त किया है कि चुनाव सम्पन्न होने के बाद घर, दरवाजे, जमीन पर आपको कब्जा दिला दिया जाएगा। फिर आप अपने मन से जो चाहे कर सकते है।

Monday, March 23, 2009

लोहिया की सप्तक्रांति गैर बराबरी दूर करने का मूलमंत्र

बलिया। डा. राम मनोहर लोहिया की सप्तक्रांति समूचे विश्व की गैर बराबरी दूर करने में काफी मददगार साबित हो सकती है। इसे अगर मूलमंत्र कहे तो अतिशयोक्ति नहीं।

यह बातें सोमवार को लोहिया की जयंती पर ग्लोरियस चिल्ड्रेन स्कूल अशोक नगर में आयोजित समारोह में वहां की प्रधानाचार्या श्रीमती कुमुद पाण्डेय ने कहीं। उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि लोहिया की दाम बांधो नीति आर्थिक चिन्तन की गम्भीरता को दर्शाती है। भाषा के प्रश्रन् पर अंग्रेजी विरोध उनके प्रखर राष्ट्रवाद को परिभाषित करता है। तो आरक्षण नीति राष्ट्रीय स्तर पर जाति के आधार पर ऊंच-नीच की खाई को भरने का प्रयास था। कार्यक्रम का संचालन नम्रता ओझा ने किया। इस मौके पर प्रबंधक डा. ओम प्रकाश पाण्डेय, रेखा पाण्डेय, रंजना पाण्डेय, आभा सिंह, संगीता राय आदि भी मौजूद रहीं।

इसी क्रम में स्थानीय लाज में आयोजित गोष्ठी में जेपी विचार मंच के अध्यक्ष द्विजेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि लोहिया की मांग थी कि बेरोजगारों को भत्ता दिया जाय। इसी मांग को सपा ने अपने शासन काल में अस्तित्व में लाया। गोष्ठी को विजयशंकर चौबे, शुभ्रांशु शेखर पाण्डेय, भोला राजभर, देवी दयाल कुशवाहा, राजदेव यादव, प्रेम दूबे आदि ने विचार रखे।

जिला उपभोक्ता कल्याण मंच के तत्वावधान में आयोजित जयंती समारोह में समाजसेवी सिकंदर खां ने कहा कि डा. लोहिया जो सोचते थे उसी के अनुरूप आचरण भी करते थे। समारोह को शिवजी यादव, सुदेश्वर अनाम, राज नारायण राय, श्याम बिहारी पाठक, असगर अली आदि संबोधित किया। संचालन अर्जुन प्रेमी ने किया। पीयूसीएल कार्यालय पर भी गोष्ठी हुई जिसमें रमाशंकर तिवारी, प्रदीप सिंह, पंकज राय आदि ने विचार रखे। अध्यक्षता डा.अशोक पाण्डेय ने की तथा संचालन राजेंद्र पाण्डेय ने किया।

सुखपुरा प्रतिनिधि के अनुसार डा. राम मनोहर लोहिया के आदर्शो व नीतियों पर चलकर ही राजनीति में सुचिता कायम की जा सकती है। उनके आदशरें व नीतियों पर चलने का संकल्प ले यही वक्त का तकाजा है और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

उक्त विचार सपा के जिला सचिव विधायक प्रतिनिधि शैलेश चौधरी पप्पू के हैं। वह सोमवार को समीपवर्ती गांव भलुही में लोहिया वाहिनी के तत्वावधान में डा. राम मनोहर लोहिया के 99 वें जन्म दिन पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। गोष्ठी को जिला पंचायत अध्यक्ष राजमंगल यादव, सुरेन्द्र प्रधान, गिरिवर यादव, लोहिया वाहिनी के जिला अध्यक्ष जयपाल यादव आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता लोहिया वाहिनी के विधान सभा फेफना अध्यक्ष शिवजी यादव व संचालन रवीन्द्र यादव ने किया। आभार लोक गायक राजनारायण ने व्यक्त किया।

हालात वैसे ही अति प्रासंगिक है भगत सिंह!

बलिया। क्रांति की तलवार विचारों की धार से तेज होती है। कभी ऐसी क्रांतिकारी आवाज देने वाले शहीद आजम भगत सिंह की शहादत दिवस पर विभिन्न संगठनों ने सभा कर भगत सिंह के बलिदान को याद किया तथा कहा कि आज के हालात ठीक उसी तरह हो गये है जैसे भगत सिंह के जमाने में उनके सामने आये थे।

इसी क्रम में जिला किसान फ्रंट ने रेलवे स्टेशन परिसर में सभा कर अमर शहीद को श्रद्धांजलि दी। वक्ताओं ने भगत सिंह की कुर्बानी की महत्ता बताते हुए कहा कि आज उसी वीर की गाथा की बदौलत हम खुली हवा में सांस ले रहे है लेकिन आज कुछ लोग इस खुली हवा पर पाबंदी लगाने का प्रयास कर रहे है। भारत की जनवादी नौजवान सभा ने भगत सिंह की शहादत को साम्राज्यवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाते हुए कहा कि मौजूदा चुनौतियों का सामना करने में भगत सिंह के विचार आज भी प्रासंगिक है। ऐसी परिस्थिति में आमजन का भविष्य भगत सिंह के विचारों में ही देखा जा सकता है।

भारतीय गरीब मुक्ति मोर्चा ने भी रेलवे परिसर में ही शहादत दिवस मनाया। वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह ने फांसी का फंदा चूमकर भारत माता को आजाद करने की दिशा में एक कदम बढ़ाया लेकिन आज का युवक पता नहीं क्यों अपने उद्देश्यों से भटक गया है जो चिंतनीय है।

लक से मिलेगी लखटकिया

Mar 23, 03:14 pm

मुंबई। वादे पर फिर खरे उतरे। रतन टाटा के बारे में यह बात एक नहीं, दो बार सही साबित हो चुकी है। देश के औद्योगिक ढांचे की नींव रखने वाले टाटा समूह के इस मुखिया ने वर्ष 2003 में भारतीयों के लिए एक लाख रुपये की कार लाने का वादा किया था। उस समय से

अब तक तमाम लोग इसके इतनी कम कीमत पर आने की संभावना नकारते रहे हैं। संघर्ष का लंबा सफर तय कर मंदी के इस दौर में सोमवार को बाजार में पहला कदम रखने वाली नैनो एक लाख रुपये में ही मिलेगी, हालांकि इसके लिए किस्मत का साथ देना ज्यादा जरूरी है। इसकी वजह यह है कि टाटा ने एक लाख ग्राहकों को ही नैनो का बेस माडल एक लाख रुपये की कीमत पर दुनिया की इस सबसे सस्ती कार को उपलब्ध कराने का फैसला किया है।

ग्राहकों का यह आंकड़ा पार करने के बाद नैनो की नई कीमत तय की जाएगी। तो फिर अगर आप इस किस्मती क्लब में शामिल होना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए क्योंकि नैनो की बुकिंग 9 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। बुकिंग 25 अप्रैल तक जारी रहेगी।

टाटा मोटर्स ने बुकिंग की व्यवस्था का जिम्मा भारतीय स्टेट बैंक [एसबीआई] के हवाले किया है। देश का यह सबसे बड़ा बैंक इस अवधि के दौरान 850 छोटे-बड़े शहरों में अपने 30 हजार केंद्रों के जरिए नैनो के बुकिंग फार्म जमा करेगा। इस बुकिंग फार्म की कीमत 300 रुपये होगी और इसे इन केंद्रों के अलावा टाटा के रिटेल स्टोर वेस्टसाइड, इलेक्ट्रिानिक स्टोर क्रोमा और टाटा इंडीकाम से भी प्राप्त किया जा सकेगा। अगर आप इन केंद्रों पर जाने से बचना चाहते हैं तो टाटानैनो.काम के जरिए इसकी आनलाइन बुकिंग भी करा सकते हैं। बुकिंग के बदले आपको 2999 रुपये की अग्रिम राशि चुकता करनी होगी। शेष राशि लोन से चुकाई जा सकती है।

इसकी व्यवस्था के लिए टाटा मोटर्स ने एसबीआई समेत 15 बैंकों से करार किया है। यह बैंक अपनी-अपनी स्कीम के जरिए नैनो की खरीद के लिए दिए जाने पर लोन पर ब्याज की दरें तय करेंगे। आनलाइन बुकिंग के लिए भी कंपनी ने 35 बंकों से समझौता किया है। इन सभी बैंकों के नाम की घोषणा दो-तीन दिन के भीतर कर दी जाएगी।

नैनो की कम कीमत को देखते हुए इसकी बंपर बुकिंग की उम्मीद की जा रहा है।

इसको देखते हुए टाटा मोटर्स ने लकी ड्रा के जरिए नैनो के एक लाख खरीदारों के नाम चयनित करने का फैसला किया है। लाटरी से चयनित नहीं होने वाले ग्राहकों के पास बुकिंग बनाए रखने का विकल्प होगा।

टाटा मोटर्स के एमडी रविकांत ने बताया कि जिन ग्राहकों की राशि एक साल तक जमा रहेगी, कंपनी उन्हें 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज देगी। इस राशि के दो साल से अधिक जमा रहने की दशा में यह दर 8.75 फीसदी होगी। पहले एक लाख आवंटन पर किसी तरह का ब्याज नहीं दिया जाएगा। किस्मती ग्राहकों को जुलाई तक कार की डिलीवरी शुरू कर दी जाएगी। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि पहली खेप का आवंटन साल भर में हो जाएगा।

सोमवार को मुंबई में संपादकों के साथ बातचीत में रतन टाटा ने बताया कि कंपनी शुरुआती 50 हजार-60 हजार कारें उत्ताराखंड के पंतनगर स्थित अपने प्लांट में बनाएगी। गुजरात के साणंद में खास नैनो के लिए बनाए जा रहे नए प्लांट में उत्पादन इस साल के अंत तक या अगले साल के आरंभ में शुरू होने की उम्मीद है। इस प्लांट की सालाना उत्पादन क्षमता 2.5 लाख कारें है। कंपनी की योजना इसकी क्षमता बढ़ाकर पांच लाख कारें सालाना करने की है।

टाटा ने यह भी बताया कि आगे इसकी आपूर्ति की व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए कंपनी ने फ्रेंचाइजी आधार पर सैटेलाइट प्लांट लगाने की भी योजना तैयार की है। इसका मतलब यह हुआ कि टाटा मोटर्स देश के अलग-अलग हिस्सों में फ्रेंचाइजी बांटकर अपने मानकों के आधार पर नैनो का निर्माण कराएगी।

शिक्षा से ही होगा राष्ट्र का समग्र विकास

Mar 23, 01:57 am

बलिया। शिक्षा राष्ट्र के समग्र विकास का मूल आधार है। शैक्षिक प्रक्रियाओं से विकास योजनाओं को सम्बद्ध करके ही राष्ट्र के विकास के लक्ष्य की प्राप्ति सम्भव है।

यह बातें अतुल कुमार अंजान ने बतौर मुख्य अतिथि कहीं। वे जायसवाल मैरिज प्रांगण में आयोजित बाला जी यशोदा कुंवर अर्जुन पीठ विद्यालय के वार्षिकोत्सव को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर बच्चों द्वारा मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला देर रात तक चलती रही। मंच से लघु नाटिका, प्रहसन तथा लोक नृत्य आदि के विभिन्न कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण काफी प्रभावशाली रहा। अन्धे मां बाप की उपेक्षा के मार्मिक प्रसंग पर दर्शकों की आंखों से आंसू छलक उठे और आधुनिक समाज की निष्ठुरता बे-पर्दा हो गयी। शबाना, शिफा, जूही, अनुराधा, श्वेता की भूमिका श्रोताओं के दिल को छू गयी।

मुख्य अतिथि अतुल कुमार अंजान, विशिष्ट अतिथि समाज सेवी राजेश कुमार गुप्ता तथा अध्यापक महंगी प्रसाद ने कलाकारों को मेडल एवं स्मृति चिह्न प्रदान किया। विद्यालय के निदेशक अर्जुन जी, व्यवस्थापक बलिराम जी ने विद्यालय का प्रगति विवरण प्रस्तुत किया। संचालन कमाल ने किया। आभार प्रबन्धक अर्जुन जी ने व्यक्त किया।

Sunday, March 22, 2009

खेत की रखवाली कर रहे अधेड़ को बदमाशों ने पीटा

बैरिया (बलिया)। दोकटी थाना क्षेत्र के रामपुर दियारे में शुक्रवार की रात फसल की रखवाली कर रहे अधेड़ को हमलावरों ने लाठी-डंडे से पीट कर घायल कर दिया।

प्राप्त विवरण के अनुसार साधु बारी (60) दियारे में जगनारायण सिंह निवासी रामपुर के चना फसल की रखवाली कर रहा था कि आधी रात को लाठी-डंडे लेकर चार लोग आये और उसे पीट-पीट कर लहूलुहान कर दिये। साधु के चिल्लाने पर अगल-बगल के खेतों में रखवाली कर रहे किसानों के आवाज लगाने व टार्च जलाने पर हमलावर भाग खड़े हुए। ग्रामीणों ने घायल साधु को इलाज के लिए सोनबरसा अस्पताल पहुंचाया। घटना की लिखित तहरीर पीड़ित ने दोकटी पुलिस को दी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

Friday, March 20, 2009

पूर्व मंत्री समेत पांच के विरुद्ध मुकदमा

बलिया। बैरिया कस्बे में बिना अनुमति बैरिया कस्बे में सभा कर रहे पूर्वमंत्री एवं भाजपा नेता भरत सिंह समेत पांच लोगों के विरुद्ध आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है। भरत सिंह समेत जिन लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है उनके नाम रघुनाथ सिंह, विजय बहादुर सिंह, परशुराम सिंह व हरि किशुन सिंह बताये गये हैं।

जनपद में 75 केंद्रों पर होगी पुनर्परीक्षा

बलिया। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में बुधवार को हाईस्कूल जीव विज्ञान तृतीय प्रश्न पत्र परीक्षा पूर्व आउट होने से जनपद के लगभग 75 केंद्रों की परीक्षा निरस्त कर दी गयी। इसकी संस्तुति डीआईओएस ने बोर्ड को भेज दी है। इसमें अधिकांश परीक्षा केंद्र रसड़ा व बिल्थरा के है।

बताते चलें कि हाईस्कूल जीव विज्ञान तृतीय प्रश्न पत्र की परीक्षा के शुरू होने से पूर्व ही हल कापी मार्केट में बिकने लगा। यह हल कापी 1000 से 500 रुपये तक की बिकी। प्रशासन के काफी छानबीन के बाद यह सच साबित हुआ। इतना ही नहीं केंद्र के अंदर परीक्षार्थी हल कापी लेकर घुसे थे। नकल माफियाओं की इन गतिविधियों को देखते हुए संकेतांक 836 के प्रश्न पत्र के सभी केंद्रों की परीक्षा निरस्त करने की संस्तुति डीआईओएस रामशरण सिंह ने बोर्ड को भेजी है। श्री सिंह ने बताया कि जिन परीक्षा केंद्रों पर इस संकेतांक का पेपर गया होगा उन सभी केंद्रों की परीक्षा निरस्त कर दी गयी है। इनमें लगभग 75 परीक्षा केंद्र प्रभावित होंगे।

Thursday, March 19, 2009

एक और बेटी बलिदान हुई दहेज की वेदी पर

बलिया। समीपवर्ती ग्राम नागपुर में दहेज लोभियों द्वारा एक विवाहिता को बुधवार की रात्रि में दहेज न दिये जाने पर जलाकर मार डालने को मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने विवाहिता के शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण हेतु बलिया भेज दिया है तथा उसके पति, भसुर तथा जेठानी के विरुद्ध धारा 498 ए/ 304 बी तथा 3/4 डीपी एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।

बताते चलें कि ग्राम बिशुनपुरा थाना मनियर निवासी वृक्षा पाल की पुत्री झुन्नी देवी की शादी सन 2006 में नागपुर ग्राम निवासी मुन्ना पाल पुत्र स्व. बसन्त पाल के साथ हुई थी। ससुराल वाले दहेज में 21 हजार रुपया व गाड़ी की मांग को लेकर झुन्नी को प्रताड़ित करते रहे। बुधवार की रात झुन्नी देवी के शरीर पर मिट्टी का तेल आरोपियों द्वारा छिड़ककर कर निर्मम हत्या कर दी गयी।

मौके पर पहुंचे लड़की के पिता वृक्षा पाल ने बताया कि उन्हे गुरुवार को भोर में झुन्नी की तबीयत खराब होने की सूचना देकर नागपुर बुलवाया गया जबकि यहां आने पर पता चला कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गयी है।

पिता वृक्षा पाल ने अपनी तहरीर में पुत्री झुन्नी देवी की हत्या में रुपये व गाड़ी न दिये जाने का आरोप लगाते हुए भसुर हरेन्द्र पाल, जेठानी पार्वती तथा पति मुन्ना पाल पर हत्या में लिप्त होने का आरोप लगाया है।

पुलिस के हत्थे चढ़ा फरार अपराधी

बलिया। लम्बे अर्से से फरार चल रहे शातिर अपराधी को गुरुवार को फेफना पुलिस ने धर दबोचा। पकड़ा गया अपराधी दो हत्याकाण्डों में नामजद अभियुक्त है।

जानकारी के मुताबिक थानाध्यक्ष फेफना मुन्ना लाल पुष्कर तथा उप निरीक्षक रामवचन यादव हमराहियों के साथ इंदरपुर से लौट रहे थे कि बघेजी ग्राम सभा के पास स्टेडियम के आगे एक व्यक्ति संदिग्ध दिखा तो रोककर पूछताछ करने लगे। बाद में जो तथ्य खुलकर सामने आया तो सबकी आंखें खुली की खुली रह गयीं। पकड़ा गया युवक हुसेनाबाद निवासी नरेद्र सिंह पुत्र स्व.वैजनाथ सिंह दो-दो हत्याओं में नामजद अपराधी है और लम्बे अरसे से फरार चल रहा है। पुलिस के अनुसार यह बांसडीह कोतवाली अंतर्गत केवरा के मठिया के सूर्य नारायन गिरी तथा हुसेनाबाद निवासी तेज नारायन सिंह की हत्या सहित कई अपराधों में संलिप्त है। यह फरार चल रहा था। पुलिस ने तलाशी के दौरान उसके पास एक अदद कट्टा तथा 2 कारतूस बरामद किया है। 25 आ‌र्म्स एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर उसे जेल भेज दिया गया है।

सभी ट्रेनें हाउस फुल, यात्रियों की हो रही फजीहत

बलिया। मांगलिक कार्यक्रमों और त्यौहारों के बाद लोगों का अपने काम पर लौटने का क्रम शुरू हो गया है। नौकरी पेशा, अन्यत्र रह कर पढ़ाई कर रहे छात्र तथा तमाम तरह के लोगों के एक साथ ही वापस जाने से यात्रा की स्थिति बड़ी कठिन हो गयी है तथा देश के सभी स्टेशनों पर जाने वाली सभी ट्रेनें हाउस फुल चल रही है। किसी भी ट्रेन में कोई भी बर्थ आगामी पन्द्रह दिनों तक खाली नहीं है। अंतिम विकल्प के रूप में तत्काल कोटे में सीट पाने के लिए मारामारी मची हुई है।

सूत्रों की मानें तो फरवरी मार्च के महीने में अक्सर ऐसी स्थिति आती है क्योंकि मांगलिक कार्यक्रम और होली मनाने के लिए बहुत से लोग आते हैं तथा कार्यक्रम बीतने के बाद एक साथ सब वापस जाने लगते हैं। खास तौर पर बिहार और यूपी के लोग ज्यादा संख्या में मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलूर और दिल्ली आदि शहरों में रोजी-रोजगार के लिए जाते हैं। इसलिए भीड़ ज्यादा रहती है। एक साथ सबको जल्दी होने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली, चेन्नई, मुम्बई, कोलकाता, आसाम, पूना, अहमदाबाद, हावड़ा आदि शहरों के लिए बलिया, बक्सर और छपरा से जाने वाली किसी भी ट्रेन में कोई बर्थ आगामी 15 से 20 दिनों तक खाली नहीं है। मुम्बई के लिए जाने वाली 1062 पवन एक्सप्रेस में आगामी 20 दिन तक, डिब्रूगढ़ जाने वाली 5934 असम डिब्रूगढ़ में 16 दिन तक, 1034 ज्ञान गंगा में 18 दिन तक, 2561 स्वतंत्रता सेनानी में 16 दिन तक, 2435 और 2436 राजधानी एक्सप्रेस में 19 दिन तक, 2670 गंगा कावेरी में 20 दिन तक, 9166 साबरमती में 19 दिन तक, 5715 गरीब नवाज में 18 दिन तक, 5610 अवध आसाम में 15 दिन तक, 4056 ब्रह्मपुत्र मेल में 19 दिन तक 2506 नार्थ इस्ट में 17 दिन तक, 2334 विभूति एक्सप्रेस में 18 दिन तक 3106 सियालदह में 10 दिन तक तथा 3006 पंजाब मेल में 16 दिन तक एक भी बर्थ खाली नहीं है। ऐसे में यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जनता हलकान है कि आखिर करें तो क्या। यात्रा तो करनी ही है। हालांकि कुछ स्टेशनों के लिए समर स्पेशल के नाम पर एकाध ट्रेनें हैं लेकिन उन ट्रेनों की भी स्थिति ऐसी ही है।

Wednesday, March 18, 2009

समय परिवर्तक के रूप में आगे आयें युवक

बलिया। युवाओं में चेतना का संचार करने में नेहरू युवा केंद्र की महती भूमिका है युवाओं को परिवर्तक के रूप में आगे आने की जरूरत है। उक्त उद्गार डा. चन्द्रशेखर सिंह उप निदेशक सामान्य प्रशासन, नेहरू युवा केंद्र संगठन लखनऊ ने नेहरू युवा केंद्र कार्यालय पर युवा क्लबों को प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किया। इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ संतोषी सिंह, मुक्ता दुबे एवं सरिता दुबे ने स्वागत गीत गाकर किया। जिला युवा समन्वयक कपिल देव राम ने बलिया के युवा शक्ति के युवा कार्यक्रमों में भागीदारी का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि जनपद बलिया में 677 युवा मण्डलों के 18000 नौजवान जन जागरण, दैवी आपदा, पल्स पोलियो उन्मूलन, एड्स विरोधी जागरूकता कार्यक्रम एवं मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से समाज सेवा में लगे हुए हैं।

कुंवर सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. वीरेन्द्र राव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नेहरू युवा केंद्र द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में दो ओलम्पिक, दो राष्ट्रीय एवं 01 स्थानीय खेलों के आयोजन की श्रृंखला में 100 खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन अपने आप में एक कीर्तिमान बनाया गया है। खेल प्रोत्साहन कार्यक्रम के विजेता 'अ' श्रेणी एवं 'ब' श्रेणी के युवा क्लबों को प्रोत्साहन इसेंटिव एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जन्मेजय कुमार, राजेश कुमार, चन्द्रमा प्रसाद, घनश्याम गुप्ता, अनिल कुमार गुप्ता आदि ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन केंद्र के लेखाकार ओमप्रकाश मिश्र ने किया।

बिहार से सटे गांव चिह्नित, प्रशासन की इन पर खास नजर

बलिया। प्रदेश के अंतिम पूर्वी छोर पर बसे इस जनपद में चुनाव सकुशल सम्पन्न कराना प्रशासन के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। बिहार के दोनों तरफ गंगा व घाघरा से घिरे जनपद में पड़ोसी राज्य का हस्तक्षेप हमेशा रहता है। इसको लेकर कई बार टकराहट भी हुई है। प्रदेश में इस बार उत्तर प्रदेश व बिहार की सीमा से सटे गांवों को प्रशासन ने इस बार चिह्नित किया है। इन गांवों में लोक सभा चुनाव के दौरान विशेष बल तैनात करने की रणनीति बन रही है। बिहार की सीमा सटे जनपद के 60 गांव हैं। उन गांवों में सकुशल चुनाव कराना हमेशा चुनौती पूर्ण रहा है। यहां तक की इन गांवों के बूथों पर तैनात कर्मचारी हमेशा किसी अनहोनी को लेकर डरते रहते हैं। बिहार प्रांत से सटे गांव कोतवाली क्षेत्र के शिवपुर दियर, प्रानपुर, नरही के इच्छा चौबे का पुरा, पलिया खास उर्फ बड़का खेत, भरौली, गोविन्दपुर, सरायकोट, सिकन्दरपुर, नरायणपुर, नसीरपुर मठ, उजियार, उमरपुर दियारा, कुल्हड़िया, फेफना के इन्दरपुर, गंगहरा, थम्हनपुरा, बांसडीह के सुल्तानपुर, टिकुलिया दीयर, भोजपुरवा, पर्वतपुर, रेगहां, सहतवार के गम्भीर टोला, चक विलियम, सुरहा गांव हैं। इसी क्रम में थाना रेवती का भोजछपरा, भोपालपुर, दन्तहां, तिलापुर, शिवपुर माझा, वशिष्ठ नगर, गोपाल नगर, मनियर के पुरुषोत्तम पट्टी, निपनिया, बहादुरपुर, बिजलीपुर, असना, कस्बा मनियर, टुकड़ा नम्बर-2, टुकड़ा नम्बर 2 रिगवन, मानीपुर, बिजलपुर, ककर घट्टा थाना सिकन्दरपुर के कठौड़ा, लिलकर, खरीद, बसरिखापुर, लक्ष्मी, हल्दी के जवहीं, हांसनगर, उदवन छपरा, बैरिया के फत्तेराय का टोला, चांद दियर, अठगांवा इब्राहिमाबाद, जयप्रकाश नगर, गंगापार नौरंगा तथा चक्की नौरंगा गांव बिहार की सीमा से सटे हुये हैं। इन गांवों में मतदान तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कराया जाता है। इन सभी गांवों पर चुनाव के दौरान प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। इसके लिए पुलिस अधिकारियों की बैठक में विशेष रणनीति बना ली गई है।

सौर ऊर्जा पर भी ऋण, अंधेरे से उजाले की ओर जाएंगे गांव

बलिया। बुधवार को बलिया क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की शाखा डुमरी (चिलकहर) पर 8 शाखाओं द्वारा 265 लाभार्थियों को एक करोड़ अस्सी लाख उन्नासी हजार का ऋण वितरित किया गया। ऋण वितरण शिविर का उद्घाटन बलिया क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष पीके आनन्द ने किया। डुमरी शाखा के प्रबंधक रविशंकर शर्मा ने अध्यक्ष को माला पहनाकर स्वागत किया। बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक अनिल प्रकाश ने कहा कि इस प्रकार के ऋण वितरण शिविर से जहां एक ओर गरीब जनता को रोजगार के अवसर प्रदान होते है वहीं बैंक के व्यवसाय का भी विस्तार होता है। अध्यक्ष पीके आनन्द ने बैंक की कार्यकारी योजनाओं के बारे मे विस्तार से बताया। कहा कि आने वाले समय में सोलर ऊर्जा हेतु ऋण बैंक से दिया जायेगा, जिससे गांव का सुदूर क्षेत्र भी प्रकाश से जगमगा उठेगा जो कि ग्रामीण जनता को अंधेरे से उजाले की ओर ले जायेगा। ग्रामीण जनता के विकास से बलिया का विकास जुड़ा हुआ है जिससे हर कदम पर ग्रामीण बैंक आपके साथ है। कार्यक्रम में शाखा डुमरी के अलावा छितौनी के शाखा प्रबंधक भीमा यादव, कुरेजी से नरेन्द्र पाण्डेय, शाखा सलेमपुर से आरके अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

फसल काट रहे किसान को दबंगों ने पीटा

मझौवां (बलिया)। हल्दी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बघौंच में अपना खेत कटवा रहे एक व्यक्ति को एक दर्जन दबंगों ने हाकी-डंडे से मार-पीट कर बुरी तरह घायल कर दिया।

परिजनों ने घायल को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है। इसकी सूचना हल्दी थाना पुलिस को दे दी गयी है।

जानकारी के अनुसार ग्राम बाबूबेल निवासी अजय सिंह (38) पुत्र वीरेन्द्र सिंह दियारे में स्थित अपनी खेत में लगी रबी की फसल सोमवार को कटवा रहे थे कि इसी बीच 10-12 की संख्या में पहुंचे हमलावरों ने अजय को हाकी-डंडे से जमकर मारा-पीटा। इसके बाद चलते बने। घायल व्यक्ति द्वारा नामजद तहरीर हल्दी पुलिस को दी गई है। इस संदर्भ में हल्दी पुलिस का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी। घटना को लेकर गांव के दोनों पक्षों में तनाव व्याप्त है।

Monday, March 16, 2009

बोर्ड परीक्षा : नकल माफियाओं के लिए प्रवासी परीक्षार्थी बने कामधेनु

बलिया। नगरा व भीमपुरा क्षेत्र में नकल महोत्सव अब पूरे शबाब पर पहुंच गया है। नकल माफियाओं के लिए प्रवासी परीक्षार्थी कामधेनु बन गये हैं। प्रवेश, प्रवेश पत्र, परीक्षा में शुल्क के बाद रविवार को विभिन्न विद्यालयों में शारीरिक परीक्षा के नाम पर भी पैसे लिए गये। इसके लिये प्रवेश लेने वाले विद्यालयों के प्रबंधक द्वारा शनिवार को ही परीक्षा केन्द्रों पर जाकर शारीरिक परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को पैसे के साथ आने के लिए कह दिया गया था।

दूसरी ओर बोर्ड परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों पर तैनात केन्द्र व्यवस्थापक केवल रबर स्टाम्प बनकर रह गये हैं। सच्चाई तो यह है कि अधिकतर परीक्षा केन्द्रों के अन्दर पैसे का लेन-देन कर लिया जा रहा है। पैसे का लेन-देने करने वालों से यदि किसी अधिकारी ने परिचय पूछ दिया तो अपने को केन्द्र व्यवस्थापक या सहायक केन्द्र व्यवस्थापक भी बताने से ये गुरेज नहीं करते।

बैरिया प्रतिनिधि के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने की तमाम कवायद बेअसर साबित हो रही है। बोलकर नकल कराने के कई मामले खुद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पकड़े। कापियों में एकरूपता मिल रही है। लाख चेतावनी के बावजूद विषय के अध्यापक कक्ष निरीक्षण कर रहे है। कक्ष निरीक्षकों के पास मोबाइल मिलना तो आम बात है। क्षेत्र में कई परीक्षा केन्द्रों का यही हाल है।

बताते चलें कि गणित की परीक्षा हो चुकी है, विज्ञान का प्रथम प्रश्नपत्र भी हो चुका है। नकलचियों ने आधा रास्ता पार कर लिया है। अब अंग्रेजी की परीक्षाएं समाप्त होने का इंतजार है।

सूत्र बताते है कि परीक्षा कक्ष में बोलकर नकल करायी जा रही है। क्षेत्र के कई विद्यालयों में नकल कराने के लिए बाकायदा परीक्षार्थियों से वसूली भी की जा रही है जिसमें प्रथम व द्वितीय श्रेणी के लिए अलग-अलग धनराशि निर्धारित की गयी है।

ब-पेस्ट

केन्द्र व्यवस्थापक ने कहा: लापरवाही के लिए विभाग जिम्मेदार

मनियर , निप्र: स्थानीय विकास खण्ड क्षेत्र के मानकी देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोड़वली माफी केन्द्र कोड 19248 पर माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र द्वारा संचालित हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षा हेतु आरडीएचएसएस चन्द्रहान त्रिवारा ताड़ीबड़ागांव के 279 परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक दिन पूर्व 1 मार्च की रात को डीआईओएस बलिया द्वारा भेजा गया किन्तु इनका एवार्ड ब्लैंक जांच पत्र एवं अन्य प्रपत्र विभागीय अधिकारियों द्वारा केन्द्र व्यवस्थापक को अब तक प्राप्त न हो सका जिस कारण इनकी कापियां बिना एवार्ड ब्लैंक के भेजी जा रही हैं। शनिवार को प्रथम पाली की परीक्षा में औचक निरीक्षण के दौरान मादे उमावि गोड़वली माफी केन्द्र पर पहुंचने पर पता चला कि उक्त विद्यालय के अनुक्रमांक 2685328 से 2685607 तक के छात्रों की कापियां बिना एवार्ड ब्लैंक के भेजी जा रही हैं। इस संबंध में केन्द्र व्यवस्थापक बासुदेव पर्वत ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही हमने डीआईओएस से उपयुक्त जगह न होने की बात कही थी फिर भी उन्होंने कहीं भी बैठाकर परीक्षा लेने को कहा और अब तक हमारे केन्द्र पर इन परीक्षार्थियों का एवार्ड ब्लैंक एवं अन्य प्रपत्र उपलब्ध न हो सका। उन्होंने बताया कि इन परीक्षार्थियों की कापियां बिना एवार्ड ब्लैंक के भेजे जाने से उनका भविष्य मझधार में है। केन्द्र व्यवस्थापक ने एवार्ड ब्लैंक एवं अन्य प्रपत्र प्राप्त न होना विभागीय अधिकारियों की लापरवाही बताया। इसे लेकर परीक्षार्थी काफी डरे हुए हैं।

अधिकारियों ने किया मतदेय स्थलों का निरीक्षण

बलिया। उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर अनिल कुमार मिश्र ने क्षेत्राधिकारी रामप्रकाश के साथ क्षेत्र के मतदेय स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं से निडर होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान किया। बाद में जागरण से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि क्षेत्र के 59 मतदेय स्थल संवेदनशील चिह्नित किए गए है। अब तक ढाई हजार लोगों को पाबंद किया गया है। 60 के खिलाफ 110 के तहत कार्रवाई की गयी है।

गो माता का संरक्षण संव‌र्द्धन अपरिहार्य : नागा बाबा

Mar 17, 01:51 am

बलिया। भारत वर्ष में गाय को माता का दर्जा प्राप्त है लेकिन दुर्भाग्य है कि आज कुछ स्वार्थी लोग थोड़े से धन लाभ के लिए माता का सौदा ही नहीं उसकी हत्या तक करवाने से नहीं चूकते हैं, जो निन्दनीय है। उक्त उद्गार नागा बाबा गोरक्षक ने स्थानीय भृगु मंदिर परिसर में सोमवार को आयोजित अमृत संदेश कार्यक्रम के तहत कही। उन्होंने कहा कि भारत ऐसी भूमि है जहां राम और कृष्ण ने अवतार लेकर नागरिकों को गोरक्षा का संकल्प दिलाया। इसी तरह आज के नागरिकों को भी भगवान राम और कृष्ण से नसीहत लेकर गोमाता की रक्षा और सेवा करनी चाहिए। कार्यक्रम में श्याम सुन्दर भजन गायक ने भी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रामजी मिश्रा, श्रीराम सिंह, प्रभुनाथ पहलवान, जगदीश सिंह, मान्धाता सिंह, सुधीर सिंह आदि ने सहयोग किया। अध्यक्षता मणिराम मिश्रा तथा संचालन निर्मल यादव तथा आभार गौरक्षा सेवा समिति के प्रमुख पीडी सिंह ने व्यक्त किया।

हर हाल में मिले महिलाओं का पूरा हक

Mar 17, 01:51 am

बलिया। अंतरराष्ट्रीय महिला पखवारा के तहत सोमवार को जनजागरण रैली एवं आम सभा का आयोजन स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में सम्पन्न हुआ। इसमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। महिलाओं ने समाज में बराबर का अधिकार 33 फीसदी आरक्षण, नारी संरक्षण, रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना, भू्रण हत्या पर रोक, महिला उत्पीड़न को लेकर सामाजिक व्यवस्था में जिम्मेदार लोगों के प्रति जमकर अपनी भड़ास निकाली। रैली में नगरीय तथा ग्रामीण इलाकों से सैकड़ों महिलाओं ने शिरकत किया। आम सभा में कहा गया कि महिलाओं की समस्याओं का समाधान जब तक कारगर तरीके से नहीं किया जायेगा तब तक भारत का सर्वागीण विकास सम्भव ही नहीं है। आयोग में नीलम, राधा पुरोहित, जया सिंह, मालती देवी, संतोषी सिंह, प्रियंका सैनी आदि ने सहभागिता की।

माँ की वजह से ही है आपका वजूद


ND
एक विधवा माँ ने अपने बेटे को बहुत मुसीबतें उठाकर पाला। दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते थे। बड़ा होने पर बेटा एक लड़की को दिल दे बैठा। लाख कोशिशों के बावजूद वह लड़की का दिल नहीं जीत पाया।

एक दिन वह लड़की से बोला- यदि तुम मुझसे शादी नहीं करोगी तो मैं अपनी जान दे दूँगा। उसकी हरकतों से परेशान हो चुकी लड़की ने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे लड़के से पीछा छूट जाए। वह बोली- मैं तुम्हारे प्यार की परीक्षा लेना चाहती हूँ। बोलो तुम मेरे लिए क्या कर सकते हो? लड़का बोला- बताओ, मुझे अपने प्यार को साबित करने के लिए क्या करना होगा?

लड़की बोली- क्या तुम मुझे अपनी माँ का दिल लाकर दे सकते हो? लड़का सोच में पड़ गया, लेकिन उस पर तो लड़की को पाने का जुनून सवार था। वह बिना कुछ कहे वहाँ से चल दिया। लड़की खुश हो गई कि अब शायद वह उसका पीछा नहीं करेगा। उधर लड़का घर पहुँचा तो उसने देखा कि उसकी माँ सो रही है। उसने माँ की हत्या कर उसका दिल निकाल लिया और उसे कपड़े में छुपाकर लड़की के घर की तरफ चल पड़ा।

एक विधवा माँ ने अपने बेटे को बहुत मुसीबतें उठाकर पाला। दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते थे। बड़ा होने पर बेटा एक लड़की को दिल दे बैठा। लाख कोशिशों के बावजूद वह लड़की का दिल नहीं जीत पाया।



रास्ते में अँधेरा होने के कारण ठोकर खाकर वह जमीन पर गिर पड़ा और उसकी माँ का दिल उसके हाथ से छिटककर दूर जा गिरा। गिरने पर वह कराहा। तभी माँ के दिल से आवाज आई- बेटा, तुझे चोट तो नहीं लगी? लेकिन इस बात का भी लड़के पर कोई असर नहीं हुआ और वह माँ का दिल लेकर लड़की के घर पहुँच गया। लड़के को अपनी माँ के दिल के साथ आया देख लड़की हतप्रभ रह गई।

उसे बिलकुल भी विश्वास नहीं हो रहा था कि एक बेटा इतना निर्दयी भी हो सकता है। उसे लड़के पर बहुत गुस्सा आया और वह बोली- जो व्यक्ति एक लड़की की खातिर अपनी माँ के निःस्वार्थ प्यार को भूलकर उसका दिल निकाल सकता है, वह किसी दूसरे से क्या प्रेम करेगा।

दोस्तो, यह कहानी भले ही आपको अविश्वसनीय लगे, लेकिन यह सही है कि दुनिया में एक माँ ही होती है, जो खुद लाख दुःख उठा ले, लेकिन अपने बच्चे की छोटी-सी तकलीफ भी सह नहीं पाती। माँ तो इंसान को खुदा से मिली अनुपम सौगात है। वह जननी है। वही सृष्टिकर्ता है, क्योंकि उसके बिना तो सृष्टि आगे बढ़ ही नहीं सकती।

माँ ने ही तो सारे अवतारों, महात्माओं, महापुरुषों, यहाँ तक कि आपको भी जन्म दिया है। एक व्यक्ति के जीवन में माँ का क्या महत्व होता है, यह उस व्यक्ति से पूछो, जिसने कभी अपनी माँ को न देखा हो। जो सुख माँ की गोद में है, वह कहीं और नहीं।

कहते हैं कि ईश्वर का हर जगह उपस्थित रहना संभव नहीं था, इसलिए उसने माँ को बनाया। आज आपका जो भी वजूद है, वह माँ के कारण ही है। और भविष्य में जो कुछ बनने की आशा रखते हैं, उस सबका सबसे पहला श्रेय आपकी माँ को ही जाएगा।

दूसरी ओर, वैसे हम सभी जानते और समझते हैं कि माँ की महिमा क्या है। लेकिन अकसर बहुत से लोग आगे बढ़ने के जुनून में अपनी माँ की भावनाओं को ही भूल जाते हैं। वह रह-रहकर अपनी माँ के दिल को चोट पहुँचाते हैं। दिल को चोट पहुँचाना भी तो दिल निकाल लेने के ही बराबर हुआ ना? यानी अनजाने में हम भी वही करते हैं जो उस नालायक लड़के ने किया।

हद तो तब हो जाती है जब माँ आपको कोई नेक सलाह दे रही हो और आप उसे यह कहकर चुप कर देते हैं कि अब जमाना बदल गया है और आप नए जमाने की बातों को नहींसमझ पाओगी। ऐसा करते समय आप उसे ही चुप कर रहे होते हैं जिसने बचपन में आपको बोलना सिखाया था।

यकीन मानिए, ऐसे लोग जीवन में कभी सुखी नहीं रह पाते, क्योंकि माँ भले ही कुछ न कहे, लेकिन माँ को सताने वाले व्यक्ति को एक न एक दिन अपनी माँ के हर आँसू का हिसाब चुकता करना ही पड़ता है, क्योंकि ईश्वर उसे दुःखी होते हुए नहीं देख सकता।

भोजपुरी फनकारों के गीतों पर झूमते रहे श्रोता

Mar 16, 02:04 am

बलिया। नगर के मिडिल स्कूल के प्रांगण में रविवार अपराह्न स्थानीय ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अच्छेलाल यादव द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जहां भोजपुरी गायक गोपाल राय ने अपने साथी कलाकारों के साथ रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर समां बांध दिया। कलाकारों ने गीतों के बहाने आपसी एकता बनाये रखने व सामाजिक विकास हेतु एकजुट होने का आह्वान किया। कार्यक्रम में विनोद सेहरा, सुनील गौतम, रामअवतार राम, मुन्ना मौर्या, वीरेन्द्र प्रसाद, विक्रमा मौर्या, आबाद खां, प्रभास, बलवन्त सिंह, जर्नादन सिंह, सतीश यादव व अखिलेश आदि शामिल थे। अध्यक्षता अच्छेलाल यादव व संचालन जय प्रकाश जिद्दी ने किया। वहीं स्थानीय जायसवाल धर्मशाला में शनिवार की देर शाम होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने जायसवाल समाज को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ जीवन स्तर सुधारने पर जोर दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरिलाल जायसवाल, विशिष्ट अतिथि विनय कुमार जायसवाल के अलावा प्रशांत जायसवाल, सुनील जायसवाल, प्रेमचन्द्र जायसवाल, विनोद कुमार मधुर, लाला केदारनाथ, काशीनाथ जायसवाल, अशोक जायसवाल, पवन जायसवाल व नन्दलाल जायसवाल आदि शामिल रहे। अध्यक्षता जगदीश जायसवाल व संचालन मधुर लाल ने किया।

Friday, March 13, 2009

बसपा विधायक की गुंडई के खिलाफ हंगामा

बलिया। बच्चों के विवाद में सदर बसपा विधायक एवं उनके परिजनों द्वारा एक व्यक्ति को घर से उठाकर जमकर धुनाई करने का मामला प्रकाश में आते ही सपा कार्यकर्ताओं ने कोतवाली में जमकर बवाल काटा। इस मामले में सदर कोतवाली में विधायक समेत उनके दो बेटो तथा भाई पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। विधायक की तरफ से भी अपने भतीजे के अपहरण की तहरीर थाने में दी गयी है। इस आधार पर पुलिस ने विपक्षी दल के आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मारपीट कर अपहरण करने का मामला कायम कर लिया।

जानकारी के अनुसार बसपा सदर विधायक मंजू सिंह का भतीजा सिद्धार्थ शंकर सिंह उर्फ मकनू होलीक्रास स्कूल से बस से घर आ रहा था। बस में ही श्रीराम बिहार कालोनी निवासी अभय सिंह के बेटे विक्की से उसका विवाद हो गया। विधायक के भतीजे को अंतिम बस स्टाप पर उतरना था। इसके पहले अभय सिंह के बच्चे को बस से लेने के लिए परिवार का कोई सदस्य आया था। बच्चे के मारने की शिकायत पर उसने विधायक के भतीजे को डांटते हुए एकाध थप्पड़ रसीद कर दिया। बताते है कि इसकी खबर लगते ही विधायक के घर से कुछ लोग तत्काल अभय सिंह के घर पहुंच गये और उसकी पिटाई करते हुए घर उठा लाये। सूचना मिलते ही सपा नेताओं की भीड़ कोतवाली में जमा हो गयी। एक घण्टे बाद घायलावस्था में अभय सिंह टाउन पालीटेक्निक परिसर में पुलिस को मिला। पुलिस ने सदर कोतवाली में अभय सिंह की पत्नी पूनम की तहरीर पर मुकदमा कायम कर लिया, तब जाकर मामला शांत हुआ।

दूसरी ओर विधायक मंजू सिंह के अनुसार अभय सिंह और अन्य उनके भतीजे का अपहरण कर रहे थे। इसको लेकर जनता ने इनकी धुनाई कर दी। विधायक के पक्ष से भी देर शाम को तहरीर सदर कोतवाली में दी गयी, जिसके आधार पर आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

Monday, March 9, 2009

मतदाता पहचान पत्र के लिए बूथों पर उपलब्ध रहेगे बीएलओ!

बलिया। आगामी 15 मार्च को सभी बूथों पर बीएलओ उपस्थित रहेगे, जो लोग मतदाता फोटो पहचान पत्र नहीं बनवा पाये है वे फार्म 01 बी भरकर दो रंगीन फोटो जमा करे ताकि उन्हे शीघ्र मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध कराया जा सके।

उक्त बातें उपजिलाधिकारी बांसडीह ने चुनाव के मद्देनजर क्षेत्र के ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों, ग्राम चौकीदारों की हुई बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकारी भवनों पर या सड़क को पार करते हुए किसी राजनीतिक पार्टी का बैनर कहीं लगा हो तो उस गांव का चौकीदार बीट के सिपाहियों के माध्यम से सम्बंधित थानों को खबर करे। स्कूलों पंचायत भवनों पर किसी भी राजनीतिक पार्टी का अगर वाल पेंटिंग है तो तत्काल मिटा दिये जायें अन्यथा सम्बंधित पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

बैठक में सीओ बांसडीह अयोध्या प्रसाद सिंह ने कहा कि शांति पूर्वक चुनाव सम्पन्न कराना हमारा लक्ष्य है। इसमें जहां भी किसी को किसी प्रकार की दिक्कत हो तत्काल अधिकारियों के नम्बरों पर फोन करे।

Sunday, March 8, 2009

लाखों खर्च पर बेकार ही है पशु अस्पताल

बलिया। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद औचित्य विहीन बना हुआ है पंडितपुरा का पशु चिकित्सालय। ज्ञातव्य हो कि बेलहरी विकास खण्ड अन्तर्गत पंडितपुरा ग्राम में 17.5 लाख की लागत से 2008 में पशु चिकित्सालय का निर्माण हुआ। इस चिकित्सालय पर डाक्टर व सहायक के निवास हेतु आवासीय व्यवस्था की गई। परन्तु चिकित्सालय के निर्माण एक वर्ष पूर्व ही हो जाने के बावजूद अब तक डाक्टर की पदस्थापना नहीं हो सकी। चिकित्सालय के निर्माण शुरू होने पर क्षेत्रीय ग्रामीणों व पशुपालकों में खुशी की लहर उठी थी लेकिन चिकित्सालय पर चिकित्सक के अभाव होने पर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। विदित हो कि बेलहरी क्षेत्र पूर्ण रूपेण कृषि एवं पशुपालन पर निर्भर है। इन क्षेत्रों के ग्रामीणों के लिए पशु पालन मुख्य व्यवसाय है।

Thursday, March 5, 2009

सूदखोरों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई : कोतवाल

बलिया। नगर के अंदर फैले सूदखोरों के जाल से गरीबों को मुक्ति दिलाने के लिए सदर कोतवाल ने अभियान छेड़ दिया है। इस तरह के मामले को गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। कोतवाल बच्चा पासवान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक लाल जी शुक्ला के निर्देश पर गरीब जनता को सूदखोरों के चंगुल से हर हाल में मुक्त कराया जायेगा। कहा कि सूदखोर अधिक ब्याज दर लेने के साथ ही संबंधित जनों का मानसिक व शारीरिक शोषण भी करते हैं जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Wednesday, March 4, 2009

पुलिस के चक्रव्यूह को तोड़ शंकराचार्य रसड़ा पहुंचे

Mar 05, 02:00 am

बलिया। रसड़ा नगर के मध्य स्थित बजाजी मुहल्ले में जल्पा देवी मन्दिर निर्माण हेतु पूजन को लेकर उपजे विवाद के बाद प्रशासन द्वारा भूमि कुर्क कर लिए जाने के पश्चात आयोजकों ने प्रतीकात्मक रूप से मुख्य अतिथि ब्रह्मावर्त पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य मुनीषाश्रम जी महाराज कानपुर की देख-रेख में शिला पूजन एवं अन्य अनुष्ठानों को सम्पन्न कराया।

शंकराचार्य को विवादित भूमि पर पहुंचने से रोकने के लिए प्रशासन ने रेलवे स्टेशन सहित अन्य चौराहों की नाकेबन्दी कर रखी थी परन्तु उनकी व्यूह रचना को तोड़कर अचानक सड़क के रास्ते शंकराचार्य श्रीनाथ मठ पहुंच गये फिर भी पुलिस बल व प्रशासन शक्ति के चलते कहीं भी अप्रिय स्थित उत्पन्न नहीं हो पायी।

शंकराचार्य के मठ पर पहुंचने पर महन्त स्वामी आनन्द गिरि महराज के नेतृत्व में भक्तों ने उनका बन्दे मां-तरम्, हर हर महादेव के नारों से स्वागत किया। उसके बाद शंकराचार्य की चरण पादुका की पूजा श्याम कृष्ण गोयल एवं उनकी पत्‍‌नी मीना अग्रवाल ने किया। तत्पश्चात वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शंकराचार्य ने सांकेतिक शिला पूजन के कार्यक्रम को सम्पन्न कराया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि जीवन में ईश्वर भक्ति कर जिसने जीवन का सदुपयोग किया उसका जीवन धन्य हो जाता है। संचालन हर्ष नारायण सिंह ने किया।

गंगा तेजी से बढ़ रही उत्तर की तरफ़ ओउर घाघरा दक्षिण की ओर !

बलिया। गंगा और घाघरा नदियों में लगातार हो रहे कटान से ऐसा लग रहा है कि अगले एक दशक में सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन व लालगांज बाजार का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।

जगदीशपुर, सेमरिया, गड़ेरिया, शिवपुर, दोकटी, श्रीनगर व तेलिया टोक के सामने लगभग 15 किमी की लम्बाई में गंगा में तेजी से कटान हो रहा है और वह लगातार उत्तर की ओर बढ़ती जा रही है। दर्जनों गांवों की हजारों आबादी बेघर हो गई है। हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि गंगा में विलीन हो गई है। दर्जनों गांवों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

यही स्थिति सुरेमनपुर दियरांचल के गोपाल नगर, मानगढ़, शिवाल मठिया व वशिष्ठ नगर सहित दतहां तक के गावों की भी है। यहां भी कई बस्तियां व हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि नदी में समा गयी है। तटवर्ती ग्रामीण व किसान दहशत में हैं।

इधर बाढ़ खंड के अधिकारियों का कहना है कि जिन गांवों के सामने कटान हो रहा है उसे रोकने व गांवों को बचाने की कोई कार्य योजना उनके पास नहीं है। हां, अगर गंगा की कटान से बकुल्हा-संसार टोला तटबंध व घाघरा के कटान से बलिया-छपरा रेल खंड के रेल लाइन को खतरा उत्पन्न होता है तब इस संदर्भ में सोचा जाएगा। अभी भूसौला में गंगा नदी की कटान स्थल से बीएसटी बंधे की दूरी लगभग एक किलोमीटर है। घाघरा के कटान स्थल से रेल लाइन अभी तीन किमी दूरी पर है। अगर यह कटान नजदीक आएगा तो जरूर इसके संदर्भ में प्रशासन गम्भीर होगा।

इधर सुरेमनपुर दियरांचल गांव निवासी वीरेन्द्र सिंह, गोपाल नगर निवासी हीरा लाल यादव व सपा के द्वाबा अध्यक्ष राजप्रताप यादव सहित दर्जनों लोगों ने घाघरा के कटान की ओर जिला प्रशासन का ध्यान अपेक्षित किया है। बहुआरा के प्रधान सुमेर सिंह, शिवपुर कपूर दियर के प्रधान वीरेन्द्र यादव व हृदयपुर के प्रधान अजय कुमार सहित दर्जनों गणमान्य लोगों ने गंगा में हो रही कटान की ओर जिला प्रशासन का ध्यान अपेक्षित करते हुए कहा है कि अगर इस वर्ष कटान रोकने के लिए कार्यवाही नहीं हुई तो बीएसटी बंधा भूसौला के समीप गंगा में विलीन हो जाएगा और तब तबाही का मंजर उत्पन्न होगा।