Wednesday, March 4, 2009

गंगा तेजी से बढ़ रही उत्तर की तरफ़ ओउर घाघरा दक्षिण की ओर !

बलिया। गंगा और घाघरा नदियों में लगातार हो रहे कटान से ऐसा लग रहा है कि अगले एक दशक में सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन व लालगांज बाजार का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।

जगदीशपुर, सेमरिया, गड़ेरिया, शिवपुर, दोकटी, श्रीनगर व तेलिया टोक के सामने लगभग 15 किमी की लम्बाई में गंगा में तेजी से कटान हो रहा है और वह लगातार उत्तर की ओर बढ़ती जा रही है। दर्जनों गांवों की हजारों आबादी बेघर हो गई है। हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि गंगा में विलीन हो गई है। दर्जनों गांवों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

यही स्थिति सुरेमनपुर दियरांचल के गोपाल नगर, मानगढ़, शिवाल मठिया व वशिष्ठ नगर सहित दतहां तक के गावों की भी है। यहां भी कई बस्तियां व हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि नदी में समा गयी है। तटवर्ती ग्रामीण व किसान दहशत में हैं।

इधर बाढ़ खंड के अधिकारियों का कहना है कि जिन गांवों के सामने कटान हो रहा है उसे रोकने व गांवों को बचाने की कोई कार्य योजना उनके पास नहीं है। हां, अगर गंगा की कटान से बकुल्हा-संसार टोला तटबंध व घाघरा के कटान से बलिया-छपरा रेल खंड के रेल लाइन को खतरा उत्पन्न होता है तब इस संदर्भ में सोचा जाएगा। अभी भूसौला में गंगा नदी की कटान स्थल से बीएसटी बंधे की दूरी लगभग एक किलोमीटर है। घाघरा के कटान स्थल से रेल लाइन अभी तीन किमी दूरी पर है। अगर यह कटान नजदीक आएगा तो जरूर इसके संदर्भ में प्रशासन गम्भीर होगा।

इधर सुरेमनपुर दियरांचल गांव निवासी वीरेन्द्र सिंह, गोपाल नगर निवासी हीरा लाल यादव व सपा के द्वाबा अध्यक्ष राजप्रताप यादव सहित दर्जनों लोगों ने घाघरा के कटान की ओर जिला प्रशासन का ध्यान अपेक्षित किया है। बहुआरा के प्रधान सुमेर सिंह, शिवपुर कपूर दियर के प्रधान वीरेन्द्र यादव व हृदयपुर के प्रधान अजय कुमार सहित दर्जनों गणमान्य लोगों ने गंगा में हो रही कटान की ओर जिला प्रशासन का ध्यान अपेक्षित करते हुए कहा है कि अगर इस वर्ष कटान रोकने के लिए कार्यवाही नहीं हुई तो बीएसटी बंधा भूसौला के समीप गंगा में विलीन हो जाएगा और तब तबाही का मंजर उत्पन्न होगा।

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