Monday, December 30, 2013

34 ट्रेडों में दिया जाएगा निशुल्क प्रशिक्षण

कौशल विकास मिशन योजनांतर्गत 14 से 35 आयु वर्ग के कक्षा 5-12 तक शिक्षित बेरोजगार युवक/युवतियों को 34 ट्रेडों में निशुल्क प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलवाया जाएगा।
कैंप कार्यालय पर हुई बैठक में यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उक्त योजनांतर्गत इच्छुक युवक/युवतिया 10 जनवरी, 2014 को पंजीकरण के लिए आवेदन पत्र जन सूचना केंद्र के माध्यम से बेवसाइट पर ऑनलाइन कर सकते हैं
बताया कि एग्रीकल्चर, आटोमोटिव, बैंकिंग एवं एकान्टिंग, ब्यूटीकल्चर, बिजनेस एवं कामर्स, कार्पेट, कंस्ट्रक्शन, फैशन डिजाइनिंग, फूड प्रोसेसिंग एवं प्रिजर्वेशन, गारमेंट मेकिंग, हॉस्पिटैलिटी, इंफार्मेशन एवं कम्युनिकेशन टेक्नालॉजी, इंश्योरेंस, हेल्थकेयर, पेंट, प्लास्टिक प्रोसेसिंग, प्रिंटिंग प्रोसेस इंस्ट्रमेंटेशन, प्रोडक्शन एवं मैंयूफैक्चरिंग, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, रिटेल, सिक्योरिटी, टेक्सटाइल, टॉय मेकिंग, ट्रेडिशनल आर्ट, ट्रैवल एवं टूरिज्म सहित कुल 34 ट्रेडों में प्रशिक्षित कर रोजगार योग्य बनाया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, जिला रोजगार अधिकारी एके पांडेय, जिला श्रम कल्याण अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेंद्र विश्वकर्मा उपस्थित रहे।

Sunday, December 29, 2013

व्यक्ति को कर्मनिष्ठ बनने की प्रेरणा देता ज्योतिष

ज्योतिष मात्र भविष्य वांचने का शास्त्र नहीं, यह व्यक्ति को कर्मनिष्ठ बनने की प्रेरणा देता है।
यह बातें भारतीय वैदिक ज्योतिष संस्थानम् वाराणसी के संस्थापक डॉ.पुरुषोत्तम दास गुप्ता ने कही। वह रविवार को यहां साहू भवन में आयोजित भारतीय ज्योतिष शास्त्र संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। यह आयोजन भारतीय वैदिक ज्योतिष संस्थानम् वाराणसी के संयोजकत्व में किया गया। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि ज्योतिष शास्त्र का मूल ही कर्म दर्शन पर आधारित है। यह काल गणना का शास्त्र है। उन्होंने कहा कि यदि आध्यात्मिक व परमार्थिक दृष्टि से ज्योतिष रहस्य का विश्लेषण करें तो उस दृष्टि से भी ज्योतिष परब्रह्मा का प्राप्त करने के लिए सद्गुरु की सेवा के प्रति कर्मबोध को निर्देशित करता है। उन्होंने कहा कि व्यावहारिक दृष्टि से विचार करें तो ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को पुरुष व चंद्रमा को स्त्री ग्रह माना गया है। अर्थात पुरुष तथा प्रकृति रूप में इन दोनों ग्रहों को माना गया है तथा भौम, बुध, गुरु, शुक्र व शनि इन पांच ग्रहों को पंचतत्व का रूप बताया गया है। उन्होंने कहा कि व्यावहारिक जगत में भी ज्योतिष में कर्म की ही महत्ता प्रमाणित होती है। इस मौके पर आचार्य भरत पांडेय, विनोद कुमार उपाध्याय, सुश्री विजयलक्ष्मी गुप्ता, डा.जनार्दन चतुर्वेदी, पं.अवधेश उपाध्याय, रजनीकांत, दयाशंकर, रतन सोनी, प्रितेश अग्रवाल आदि मौजूद थे।

बिटिया की याद में आंखें थीं गमगीन

भरौली (बलिया) : दिन-रविवार, समय-सुबह के आठ बजे, स्थान-गड़हांचल में बिटिया का गमगीन गांव। उसके घर पर तैयारी चल रही थी नारायण बलि कर्मकांड समेत अन्य अनुष्ठानों की। परिवारीजनों के साथ ही नाते-रिश्तेदारों के करुण क्रंदन से सबकी आंखें गमगीन थीं। दरवाजे पर लोगों की भीड़ थी जरूर लेकिन सबके चेहरे पर खामोश चीख थी। यह भीड़ जुटी थी गत वर्ष 16 दिसंबर को दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार उस बिटिया को उसकी पहली पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए जिसने 29 दिसंबर को सिंगापुर में इलाज के दौरान मौत की नींद सोकर पूरे विश्व को जगा दिया था। दिन भर चले सारे अनुष्ठान औपचारिक ही रहे। श्रद्धांजलि देने के क्रम में आंखों के सामने एक बार फिर कौंध गया वही खौफनाक मंजर। प्रशासन की तरफ से एसडीएम सदर ऋषिकेश द्विवेदी ने बिटिया को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रदेश सरकार ने पूरे नहीं किए वायदे
बिटिया के घर-द्वार के लोग इस बात को लेकर काफी आहत थे कि केंद्र सरकार ने एक साल पहले जो भी वायदे किए थे उसे तो पूरे कर दिए लेकिन प्रदेश सरकार की सारी घोषणाएं हवा-हवाई ही साबित हुई। बिटिया के माता-पिता ने दिल्ली से गांव आने के पश्चात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए न्योता भी भेजा था। उनके आने की चर्चा भी दबी जुबान से हो रही थी लेकिन कोई नहीं आया।
नहीं लगी डीएम की चौपाल
बिटिया के गांव में जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव आज ही चौपाल लगाने वाले थे। इसको लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारी इस लोहिया गांव में डटे हुए थे लेकिन सुबह के साढ़े दस बजते ही उन्हें सूचना मिली कि जिलाधिकारी ने आने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। इसके बाद सारे अधिकारी वापस लौट गए।
फोटो-35--कैंडिल जला बिटिया को दी श्रद्धांजलि
बांसडीह (बलिया) : दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म कांड की शिकार बिटिया की प्रथम पुण्यतिथि पर युवाओं ने यहां कैंडिल जला कर उसे श्रद्धांजलि अर्पित की। नगर पंचायत के युवा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम केअंतर्गत बांसडीह कचहरी के सप्तऋषि द्वार पर एकत्रित हुए और बिटिया की स्मृति में कैंडिल जलाकर उसे याद किया। कार्यक्रम के संयोजक अतुल कुमार पांडेय ने बताया कि बिटिया की स्मृति में शीघ्र ही एक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस मौके पर अंकित सिंह, सुमन शेखर पांडेय, पीयूष सिंह, विवेक गुप्त, अविनाश सिंह, नीरज मिश्र, ओम प्रकाश आदि मौजूद थे।

Sunday, December 22, 2013

'बख्श' के सीने में था मानवता का दर्द

धरती पर विरले ही ऐसे इंसान जन्म लेते हैं जिनके सीने में इंसानियत का दर्द और जुबां पर मुहब्बत का पैगाम रहता है। कवि एवं शायर संत बख्श बद्री नारायण संत भी इसी कड़ी में आते हैं। उनकी आवाज में अजीब सा दर्द था। राजनीति से उन्हें कभी लगाव नहीं रहा किंतु राष्ट्र प्रेम उनके सीने में कूट-कूट कर भरा हुआ था।
यह बातें प्रो.केपी श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कही। वह शनिवार को संत बख्श बद्री नारायण की जयंती पर साहित्य कल्प के आर्यसमाज रोड स्थित कार्यालय पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। आयोजन साहित्य कल्प व संत साधना समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। संत साधना समिति के सचिव भोला प्रसाद आग्नेय ने कहा कि संत जी का दर्द व्यक्तिगत जीवन का ही दर्द नहीं बल्कि उसका गहरा संबंध संसार से भी है। डा.जनार्दन राय ने कहा कि संत जी की कविताओं को समझने की शक्ति जिस शब्द से मिलती थी वह है प्रेम। इनकी रचनाएं सुखद भविष्य के प्रति आश्वस्त करती हैं।
गोष्ठी में साहित्यकार छोटे लाल वर्मा 'मलाल' को संत वाचस्पति की उपाधि से अलंकृत किया गया। द्वितीय चरण में काव्यांजलि प्रस्तुत की गई जिसमें राधिका तिवारी, लाल साहब सत्यार्थी, बीएन शर्मा, अब्दुल कैस तारविद, रमेश मिश्र, जिगर बलियावी, रामप्रसाद सरगम, फतेहचंद बेचैन आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। गोष्ठी का प्रारंभ राधिका तिवारी द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ।

Sunday, December 8, 2013

राष्ट्र को स्वस्थ व्यवस्था देने को 'आप' प्रतिबद्ध

आम आदमी पार्टी देश को स्वस्थ व जवाबदेह व्यवस्था देने को प्रतिबद्ध है। दिल्ली के चुनाव परिणाम ने स्पष्ट कर दिया है कि मौकापरस्त राजनीति का अब अंत होगा। यह बातें पार्टी के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद आजम ने कही। इसी क्रम में अमित दुबे ने कहा कि दिल्ली का चुनाव परिणाम जनता द्वारा दिया गया जनमत व मजबूत लोकतंत्र की मांग का संकेत है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान दिल्ली विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के बेहतर प्रदर्शन पर खुशी मनाई, मिष्ठान खिलाया, पटाखे फोड़े और कहा कि लोक सभा चुनाव में दोगुने उत्साह से लगेंगे। इस मौके पर अमरेंद्र सिंह, मोहम्मद आजम, लक्ष्मण सिंह, ओमप्रकाश सिन्हा, तेज नारायण, विवेक सिंह, मुकेश सिंह, आनंद सिंह आदि मौजूद थे।
'आप' की जीत भ्रष्टाचारियों के मुंह पर तमाचा : अजय पाठक
आम आदमी पार्टी की दिल्ली में हुई शानदार जीत पर अमर शहीद मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवा में 51 किग्रा मिष्ठान बांट कर खुशी का इजहार किया गया। समाजसेवी अजय पाठक ने कहा कि दिल्ली की जनता ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों के मुंह पर करारा तमाचा मारा है। इससे स्पष्ट हो गया है कि आने वाले चुनाव में भी भ्रष्ट राजनीतिज्ञों का सफाया तय है। इस मौकेपर गुलाब चंद्र पाठक, भरत पाठक, सुरेंद्र दादा, दिलीप सिंह, केदार श्रीवास्तव, मनू सिंह, विमल पाठक, शत्रुघ्न पाठक, त्रिभुवन पाठक, रामेश्वर, चंदन आदि मौजूद थे।
बिल्थरारोड में निकाला विजय जुलूस
बिल्थरारोड (बलिया): भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आप पार्टी को मिले अप्रत्याशित जनसमर्थन से उत्साहित समर्थकों ने रविवार देर शाम नगर में विजय जुलूस निकाला और गगनभेदी नारे लगाए। आप पार्टी के कार्यकर्ताओं का जत्था नगर के विभिन्न मुहल्लों में भ्रमण किया तथा लोगों का आह्वान किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकसभा चुनाव तक ऐसे ही विरोध दर्ज कराएं। जुलूस में समाजसेवी रामनगीना शास्त्री, जेपी सिंह, विनोद यादव, एजाज अहमद आदि मौजूद थे।

Saturday, December 7, 2013

पीड़ितों को 'पर्ची' न देने वालों पर होगी कार्रवाई

शासन की मंशा के अनुसार थानों पर फरियाद लेकर आने वाले पीड़ितों को 'पर्ची' देने की प्रक्रिया जनपद में फिर शुरू हो गई है। इसके लिए एसपी ने सख्त निर्देश भी जारी कर दिया है।
कप्तान राजू बाबू सिंह ने बंद हो चुकी इस प्रक्रिया को नए सिरे चालू करने की योजना बनाई थी। इसके तहत एक ही रंग की तीन पर्ची बनाई गई। एक पर्ची पीड़ित को दी जाएगी, दूसरी पर्ची संबंधित थाने पर कार्रवाई के लिए रहेगी व तीसरी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आएगी। इससे उस पीड़ित के आवेदन पर क्या कार्रवाई हुई इसकी जानकारी समय सीमा के अंदर ली जाएगी। साथ ही पीड़ित के पास थाने पर आवेदन देने के लिए प्रमाण पत्र भी रहेगा। इस संबंध में सभी थानों को पर्ची उपलब्ध करा दी गई है। पीड़ितों को पर्ची मिल रही या नहीं इसकी जानकारी शनिवार को एएसपी केसी गोस्वामी ने ली। साथ ही सभी थानाध्यक्षों को चेतावनी दी कि हर हाल में पीड़ितों को पर्ची दी जाय। ऐसा न करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। श्री गोस्वामी ने बताया कि इसमें किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी थाना पर पर्ची नहीं मिल रही है तो उसकी सूचना तत्काल उच्चाधिकारियों को दी जाय।
पर्ची पर होगी त्वरित पहल
थाने पर आवेदन लेकर जाने वालों की समस्या को सुनने के बाद 'पर्ची' दी जाएगी। इसमें पीड़ित का नाम व पता के साथ ही संबंधित समस्या का सारांश भी रहेगा। वह आवेदन तत्काल एसओ के समक्ष रखा जाएगा। उनके द्वारा मिले निर्देश के अनुसार उस क्षेत्र के संबंधित दारोगा या सिपाही को दिया जाएगा। पर्ची पर जांच अधिकारी का भी नाम होगा। उसमें से एक पर्ची अगले दिन डाक से एसपी कार्यालय पर आएगी।

सत्संग व श्मशान में व्यक्ति को मिलता ज्ञान

 सत्संग व श्मशान में व्यक्ति को जहां ज्ञान मिलता है वहीं वैराग्य की भावना भी जागृत होती है
यह बातें सीमा भारती ने कहीं। वह श्रीनाथ मठ पर चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन शुक्रवार को श्रद्धालुओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति जब किसी के शव के साथ श्मशान जाता है तो उसे अहसास होता है कि दुनिया में कुछ भी नहीं है। सभी को एक दिन सब कुछ छोड़कर जाना ही पड़ेगा। उसी तरह सत्संग में बैठने पर भी ज्ञान की अनुभूति होती है। उन्होंने धर्म ग्रंथों को पढ़ने पर जोर देते हुए माताओं से कहा कि वे कौशल्या बनें तभी उनका पुत्र राम बनने का हकदार होगा।
इसके पूर्व रागिनी तिवारी ने भजन के माध्यम से लोगों को अपनी आदतों में सुधार लाने का सुझाव दिया। प्रतापगढ़ से आए दिनेश जी महाराज ने भी कथा के माध्यम से कई मार्मिक प्रसंगों को सामने रखा और लोगों से श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेने का आग्रह किया। श्रीराम कथा की प्रस्तुति से इस समय क्षेत्र का माहौल भक्तिमय बन गया है। प्रवचन से पूर्व श्रीराम दरबार की परिक्रमा को श्रद्धालुओं की होड़ लगी रहती है। राम कथा का समापन 13 दिसंबर को होगा।

Tuesday, December 3, 2013

अमेरिकन सन ओवन' में पकेगा खाना

भारतीय मूल के अमेरिकी मौसम वैज्ञानिक पद्मश्री डा.जगदीश शुक्ल ने पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के निमित्त अनोखी पहल की है। इसकी शुरुआत उनके पैतृक गांव जनपद के विकास खंड बेरुआरबारी अंतर्गत मिड्ढा गांव से होगी।
उनकी पहल पर इस ब्लाक के चार विद्यालयों क्रमश: गांधी महाविद्यालय मिड्ढा, प्राथमिक विद्यालय मिड्ढा, प्राथमिक विद्यालय शिवपुर व उच्च प्राथमिक विद्यालय बेरुआरबारी में मध्याह्न भोजन 'अमेरिकन सन ओवन' से बनेगा
श्री शुक्ल द्वारा भेजे गए चार ओवन उनके गांव मिड्ढा पहुंच भी चुके हैं। प्रत्येक संयंत्र की कीमत करीब बीस-बीस लाख बताई जा रही है। अमेरिका से आई रीका सालोन संबंधित विद्यालयों में तैनात रसोइयों को इन संयंत्रों को संचालित करने व रखरखाव के गुर सिखाएंगी। इन संयंत्रों के माध्यम से तीन घंटे में दो सौ लोगों का भोजन तैयार हो जाएगा। रीका सालोन के साथ आए आईटी कानपुर के हरिशंकर व रांची के लोकेश के अनुसार धूप न होने की स्थिति में यह संयंत्र एलपीजी के माध्यम से भी संचालित हो सकेगा।
गांधी महाविद्यालय के प्रबंधक श्रीराम शुक्ल व समाजसेवी महेंद्र प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को बातचीत के दौरान को बताया कि ये संयंत्र संबंधित विद्यालयों को उपलब्ध करा दिए गए हैं। वहीं रीका सालोन ने बताया कि इन संयंत्रों को यहां भेजने के पीछे डा.जगदीश शुक्ल की मंशा है कि लोगों में सौर ऊर्जा के प्रति जागरुकता बढ़े। इसका फायदा यह होगा कि पर्यावरण संरक्षण में काफी मदद मिलेगी। उधर गांधी महाविद्यालय में इन संयंत्रों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ लगी रही और वे इनके बारे में रीका सलोन से विधिवत जानकारी लेते दिखे।

टीडी के छात्रों ने दस स्वर्ण सहित पंद्रह पदक झटके

राजकीय महाविद्यालय ओबरा में आयोजित अंतर-महाविद्यालयीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में दस स्वर्ण सहित पंद्रह पदक हासिल कर परचम लहराने वाले टीडी कालेज के खिलाड़ियों को महाविद्यालय प्रशासन ने सम्मानित किया
तीस नवंबर से दो दिसंबर के बीच आयोजित त्रिदिवसीय प्रतियोगिता में कालेज के पुरुष व महिला दोनों वर्ग के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। इसमें खिलाड़ियों ने दस स्वर्ण, चार रजत व एक कांस्य पदक हासिल किया। टीम में शामिल अश्वनी कुमार सिंह सौ मीटर, राकेश कुमार यादव आठ सौ, अश्वनी सिंह, राकेश यादव, दिलराम यादव, अजय कुमार ने चार सौ गुणे चार मीटर में तथा अश्वनी, राकेश वर्मा व दिलराम ने सौ गुणे चार मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल किया। इसके साथ ही अश्वनी व राकेश यादव ने 15 सौ मीटर में रजत व राकेश यादव ने दस हजार मीटर की दौड़ में कांस्य पदक भी झटके। महिला वर्ग में आशा ने चार सौ मीटर तथा हर्डल दौड़ में रजत पदक हासिल किया। खिलाड़ियों के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन पर महाविद्यालय ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। प्राचार्य डा.बीके सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों ने सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन कर महाविद्यालय का नाम रोशन करने का काम किया है। प्रदर्शन को देखते हुए महाविद्यालय प्रशासन इनके भविष्य को उच्च्वल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा। कार्यक्रम में टीम मैनेजर डा.सूबेदार प्रसाद, डा.राजीव कुमार, डा.अनुराग भटनागर आदि मौजूद थे।

Saturday, November 30, 2013

परचम लहरा लौटे बच्चों का इस्तकबाल

स्वामी विवेकानंद सा‌र्द्धशती जयंती पर विद्या भारती उत्तर प्रदेश द्वारा सुल्तानपुर में आयोजित क्षेत्रीय ज्ञान विज्ञान मेला में मठ नागा जी के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अव्वल स्थान प्राप्त कर बागी भूमि का मान बढ़ाया है। सफलता पाकर लौटे बच्चों का विद्यालय परिवार ने इस्तकबाल किया। मठ नागा जी के आयुष पांडेय, अभिनव प्रकाश सिंह व संतोष पाल ने वैदिक गणित में प्रथम स्थान अर्जित कियाविज्ञान प्रदर्श में सत्यशील व प्रतीक ने जहां प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं प्रीतम सिंह व भानु प्रताप सिंह ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के ही ओमप्रकाश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के इतिहास में मिली अब तक की बड़ी सफलता पर मेघावी छात्रों को सभी ने सिर आंखों पर बिठाया।
विद्यालय के प्रबंधक अभिषेक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष बलप्रीत सिंह, अध्यक्ष चंद्रशेखर पांडेय, प्रशांत पांडेय सहित प्रधानाचार्य बजरंग प्रताप सिंह ने सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रतियोगिता की तैयारी में बच्चों के साथ लगे आचार्य सूर्यकांत व रविंद्र की भी सभी ने प्रशंसा की।

'लब पर तेरा नाम है मौला और आंखें हैं नम..'

ददरी मेले के ऐतिहासिक भारतेंदु कला मंच पर शुक्रवार की रात कव्वाली का शानदार मुकाबला हुआ। इसमें वाराणसी की रौनक जहां व बलिया के कव्वाल इकबाल वारसी के हुए मुकाबले का लोगों ने जमकर आनंद उठाया। शुरुआत रौनक जहां की प्रस्तुति 'हमको उसकी मोहब्बत में खोना ही था, हादसा ये किसी रोज होना ही था' से हुआ। उन्होंने अपनी अदाओं से श्रोताओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 'लब पर तेरा नाम है मौला और आंखें हैं नम, दूर कर दे मेरे मौला, ये सभी रंजो गम, तेरे बंदे हैं हम..' सुनाया। कव्वाल इकबाल वारसी भी पीछे क्यों रहते। उन्होंने 'दीन धरम की बात जब आए धर्म मेरा इंसान ही लिखना, जब भी मेरी कहानी लिखना मुझको हिंदुस्तानी लिखना' सुनाकर लोगों के अंदर देश भक्ति का जज्बा भर दिया। कलाकारों ने इस दौरान एक-दूजे पर शब्दों के वाण भी खूब चलाए।
इस मौके पर सभासद शकील अहमद, श्याम जी, ददन यादव, राजकुमार पांडेय आदि मौजूद थे। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत बिल्थरारोड विधान सभा क्षेत्र के विधायक गोरख पासवान ने फीता काटकर किया। इस दौरान पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता व ईओ संतोष कुमार मिश्र ने सपा नेता जमाल आलम को भृगु स्मृति सम्मान से अलंकृत किया।
मेले में लोकगीत आज
ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक दिसंबर की रात को लोकगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें भोजपुरी व हिंदी फिल्मों के गायक व गायिकाएं भाग लेंगी। इसकी जानकारी देते हुए ईओ संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि इस कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है।

Friday, November 29, 2013

शबाब पर पहुंचा ऐतिहासिक ददरी मेला

जैसे-जैसे दिन बीतता जा रहा है वैसे-वैसे ऐतिहासिक ददरी मेले की रौनक बढ़ती जा रही है। सामान की खरीदारी के साथ ही लोग मेले का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। ठंड के बावजूद लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ मेले में आ रहे हैं।
मेले में बाहर से आए दुकानदार संडे को देखते हुए सामान की खेप मंगा लिए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार संडे को अत्यधिक भीड़ होगी। मेले सबसे अधिक ऊनी कपड़ों व दहेज में देने वाले सामान की बिक्री हो रही है। मेले में झूले व मौत के कुआं वाले आइटम को ग्रामीण क्षेत्र से आए लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। मेले में लोगों की सबसे अधिक भीड़ गर्म कपड़ों की दुकानों पर रही।
इसके अलावा वे जलेबी, चाट, समोसा, खजला का भी आनंद लेते रहे। हर माल पांच रुपये से लेकर सौ रुपये वाली दुकानों पर महिलाओं की भरी भीड़ रही। मेले में भीड़ को देखते हुए दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। मीना बाजार एसओ अभय सिंह मेले में आने-जाने वालों पर पैनी नजर रखे हुए थे। वहीं नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्ता मेले की साफ-सफाई के लिए अपने कर्मचारियों को लेकर चक्रमण करते रहे।
खूब भा रही सहारनपुर की काष्ठ कला
ददरी मेले में तो दूरदराज से कई दुकानें एक से बढ़कर एक आइटम लेकर आई हुई हैं लेकिन सहारनपुर की काष्ठ कला का कोई जवाब नहीं है। इसमें किचेन से लेकर घर सजाने के सामान हैं। लकड़ी के हस्त निर्मित आइटम लोगों को खूब भा रहे हैं। हाथी, ऊंट, घोड़ा, फोटो फ्रेम, चौकी, बेलना, मछली, पल्टा, फल रखने की टोकरी आदि अनेक आइटम हैं जिनकी डिमांड काफी है। सहारनपुर से आए मो. खालिद ने बताया कि इन आइटमों का निर्माण हाथ से होता है। इसमें पचास रुपये से लेकर चार हजार रुपये तक के आइटम हैं।
मेले में एक दूसरे का होता है मिलन
ददरी मेला में सिर्फ खरीदारी ही नहीं होती बल्कि रिश्तों की परंपरा को भी कायम रखने में सहयोग मिलता है। मेले में कई परिवारों का मिलन भी होता है। वहीं दूल्हा व दुल्हन एक दूसरे को देख भी लेते हैं

Thursday, November 28, 2013

ददरी मेला शबाब पर, मीना बाजार गुलजार

ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार अब शबाब की ओर बढ़ चला है। दुकानदार भी अपनी दुकानों को समृद्ध करने लगे हैं। गुरुवार को सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के आने का क्रम शुरू हो गया। शाम तक लोगों ने मेले में परिवार के सदस्यों के साथ झूला, सर्कस, नौटंकी, मौत का कुआं आदि का भरपूर आनंद उठाया। इसके बाद आवश्यक सामानों की खरीदारी भी की। मेले में इस समय शाम को ही ज्यादा भीड़ हो रही है। शहर क्षेत्र के लोग अपना काम काज निबटा कर शाम होते ही परिवार के साथ मेले की तरफ रुख कर ले रहे हैं। ठंड को देख लोग मेले में ऊनी कपड़ों की दुकानों पर मोल भाव करते नजर आए।


खादी कंबल की बिक्री तेज
ठंड को देखते हुए मेले में खादी कंबल की बिक्री बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग ठंड में आज भी इसी कंबल का उपयोग करते हैं। लोगबाग इंतजार में रहते हैं कि इसकी खरीदारी वे ददरी मेले में ही करेंगे। 200 से 500 रुपये तक का यह कंबल उन्हें आसानी से मिल जा रहा है। लोग बताते हैं कि इस कंबल से ठंड में काफी राहत मिलती है।
आकर्षण का केंद्र बने प्लास्टिक फूल
ददरी मेले में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं प्लास्टिक के फूल। कानपुर की इस दुकान के फूल बड़े-बड़े शहरों के होटलों व घरों की शोभा बढ़ाते हैं। इस दुकान में 50 से 4000 रुपये तक के फूल व सजावट के सामान हैं। इसमें गुलाब, सूर्यमुखी, कमल, गुड़हल समेत अन्य प्रकार के आकर्षक फूल शामिल हैं। डलिया, कार्नर स्टैंड, ग्लोब, झालर समेत अन्य आइटम आने-जाने वालों को अपनी ओर खींच ले रहे हैं। व्यापारी राजेंद्र रस्तोगी ने बताया कि बड़े शहरों में इस तरह के फूलों व आइटमों की डिमांड ज्यादा है।
शादी विवाह के आइटमों की हुई बिक्री
गुरुवार को मेले में सबसे अधिक शादी विवाह में दूल्हा-दुल्हन को देने के आइटमों की ज्यादा बिक्री हुई। कुछ लोग गिफ्ट आइटमों को पसंद किए तो कुछ ने बक्सा, रजाई, गद्दा, चादर आदि की खरीदारी की।
भूले बिसरों को मिलाती रही पुलिस
ददरी मेले में भीड़ बढ़ने के साथ ही बच्चों के भूलने का सिलसिला भी जारी है। पुलिस ऐसे बच्चों को उनके परिवार वालों से मिलाती रही। दरअसल मेले के थाने में महिला व पुरुष जवानों की टीम लगाई गई है। पुलिस ने अब तक करीब दो दर्जन से अधिक भूले लोगों को उनके परिवार वालों से मिलाया।

Tuesday, November 26, 2013

मेधा की उड़ान, सबने किया सलाम

महज नौ साल की उम्र में नेशनल चेस चैंपियनशिप की उपविजेता बनी सेंट जेवियर्स की छात्रा "रिया मिश्रा" को स्कूल परिसर में मंगलवार को आयोजित समारोह में विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। रिया यहां कक्षा चार की छात्रा है जो शतरंज के राष्ट्रीय फलक पर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा रही है। इस मौके पर उसकी मेधा को सबने सलाम किया।
सेंट जेवियर्स के सहायक प्रबंधक अभिनव नाथ तिवारी ने कहा कि प्रतिभा उम्र की कतई मोहताज नहीं होती और रिया ने इसे साबित कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में यह मुकाम हासिल कर लेना आसान नहीं। रिया ने अपनी लगन व कड़ी मेहनत के बल पर इसे हासिल किया है। उसके इस प्रदर्शन से अन्य छात्र-छात्राओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। विद्यालय के चेयरमैन एसबीएन तिवारी ने भी रिया के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उत्साह से लबरेज रिया ने कहा कि विद्यालय परिवार ने सम्मान देकर उसकी हौसला आफजाई की है। उसने संकल्प लिया कि बलिया का मान बढ़ाने के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। इस मौके पर रिया के पिता संजय मिश्रा, शतरंज के कोच दुर्गेश तिवारी के अलावा विद्यालय के सभी शिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एसके उपाध्याय ने किया। उप प्रधानाचार्य सुभाष सिंह ने आभार व्यक्त किया।

Monday, November 25, 2013

मीना बाजार : संडे से बढ़ा शबाब की ओर

ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार संडे से अब शबाब की ओर बढ़ चला है। दुकानदार भी अपनी दुकानों को समृद्ध करने को जीजान से जुट गए हैं। संडे को छुट्टी के दिन हुई बिक्री से वे काफी संतुष्ट दिखे। इसके चलते वे अपने आइटमों की अतिरिक्त खेप मंगाने में जुट गए हैं।
अभी तक मेला फीका चल रहा था। धीरे-धीरे लोगों के आने का क्रम तेज होने से व्यापारियों का उत्साह बढ़ने लगा है। वहीं मेले को वृहद रूप देने में नपा कर्मचारी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सोमवार को सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के आने का क्रम शुरू हो गया। शाम तक लोगों ने जमकर मेले में परिवार के सदस्यों के साथ झूला, सर्कस, नौटंकी, मौत का कुआं समेत अनेक आइटमों का अनंद उठाया। इसके बाद आवश्यक सामानों की खरीदारी भी की।
मेले में इस समय शाम को ही ज्यादा भीड़ हो रही है। शहरी क्षेत्र के लोग अपना काम काज निबटा कर शाम होते ही परिवार के साथ मेले की तरफ चले जा रहे हैं व देर रात को वापस लौट रहे हैं। बढ़ते ठंड को देख लोग ऊनी कपड़ों का मोल भाव करते नजर आए। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मीना बाजार थाना प्रभारी अभय सिंह दल-बल के साथ चक्रमण करते रहे।
खादी कंबल की बिक्री तेज
ठंड को देखते हुए मेले में खादी कंबल की बिक्री बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग ठंड में आज भी इसी कंबल का उपयोग करते हैं। लोगबाग इंतजार में रहते हैं कि इसकी खरीदारी वे ददरी मेले में ही करेंगे। 200 से 500 रुपये तक का यह कंबल उन्हें आसानी से मिल जा रहा है। लोग बताते हैं कि इस कंबल से ठंड में काफी राहत मिलती है।
आकर्षण का केंद्र बने प्लास्टिक फूल
ददरी मेले में आकर्षण का खस केंद्र बने हुए हैँ प्लास्टिक के फूल। राज फ्लावर के नाम से मेले में लगी इन फूलों की दुकान को नपा ने मेले की रौनक बढ़ाने के लिए इनाम भी दिया था। कानपुर की इस दुकान के फूल बड़े-बड़े शहरों के होटलों व घरों की शोभा बढ़ाते हैं। कपड़ों व प्लास्टिक से बने इन फूलों समेत अन्य सामानों से घरों की सजावट की जाती है। इस दुकान में 50 से 4000 रुपये तक के फूल व सजावट के सामान हैं। इसमें गुलाब, सूर्यमुखी, कमल, गुड़हल समेत अन्य प्रकार के आकर्षक फूल शामिल हैं। डलिया, कार्नर स्टैंड, ग्लोब, झालर समेत अन्य आइटम आने-जाने वालों को अपनी ओर खींच ले रहे हैं। व्यापारी राजेंद्र रस्तोगी ने बताया कि बड़े शहरों में इस तरह के फूलों व आइटमों की डिमांड ज्यादा है। कहा ददरी मेले से लगाव होने के कारण हर साल यहां चला आता हूं।

Sunday, November 24, 2013

नेता व नीति से नहीं नीयत से चलाना होगा देश

 मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाने के लिए पूर्वमंत्री भरत सिंह के नेतृत्व में भाजपा की जिला इकाई द्वारा बैरिया से मोहम्मदाबाद तक निकाली गई विजय संकल्प पदयात्रा रविवार को जिला मुख्यालय पहुंची। नगर के ऐतिहासिक टाउन हाल में आयोजित सभा में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया ने संबोधित किया।
अपने संबोधन के शुरुआत में जब श्री चौरसिया ने भोजपुरी में कहा कि हम हाथ जोड़ के सबके गोड़ लागत बानी तो उपस्थित हजारों लोगों ने ताली बजाकर उनका अभिवादन किया। फिर शुरू हुआ उनका कांग्रेस व केंद्र सरकार पर करारा हमला, जो प्रदेश में सपा बसपा तक आकर समाप्त हुआ। कहा कि इस देश का इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि जिस शहजादे को मैडम प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं उसे लिखा हुआ भाषण भी पढ़ने नहीं आता। लोकतंत्र में सरकारें बदलती रहती हैं पर संस्थाओं को नहीं बदलना चाहिए। कांग्रेस ने सत्ता के बल पर संस्था बदलने का प्रयास किया है जो इमरजेंसी से भी खतरनाक खेल है। चुटकी लेते हुए कहा कि जब मोदी के भाषण की बराबरी करने के लिए फिल्म इंडस्ट्रीज के लोग आकर स्टाइल सिखाते हैं कि कब दाढ़ी बढ़ाना है, कब साफ कराना है, कब कुर्ते की बांह ऊपर करनी है तो कब हवा में हाथ लहराना है। पर यह बात उनसे कोई क्यों नहीं बताता कि फिल्मी दुनिया के लोगों की स्टाइल पर देश नहीं चलता। कहा कि आज देश को सोचना होगा कि जब संस्थाएं नहीं बचेंगी तो देश कहां जाएगा। आज प्रधानमंत्री घोटाले की जांच में हैं तो नीचे के लोगों की क्या बात करें।
मोदी के पक्ष में कहा कि आज गुजरात देश का मस्तक है। दावा किया कि भारत की जनता ने यदि एक बार हमें देश की बागडोर सौंपी देश को दुनिया के फलक पर उसी तरह स्थापित किया जाएगा, जैसा अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने में था। संकल्प पदयात्रा के बावत कहा कि आज यहां से सभी संकल्प लेकर जाएं कि अपने घर के साथ-साथ अगल-बगल के लोगों को भी भाजपा के पक्ष में मतदान कर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के यज्ञ में अपनी भरपूर आहूति देंगे। इससे पूर्व भाजपा के पूर्वमंत्री व यात्रा के अगुवा भरत सिंह ने रामेश्वर चौरसिया का स्वागत कर यात्रा का उद्देश्य बताते हुए लोगों को इससे जुड़ने का आह्वान किया।
सभा को पूर्व सांसद मनोज सिन्हा, केतकी सिंह, विनोद राय, कृष्ण बिहारी राय, हरेराम चौधरी, हरेंद्र सिंह, शेषमणि राय, सूर्यबली राम, अरुण सिंह बंटू, सुरेंद्र सिंह, माधव गुप्त, नकुल चौबे, भूपेंद्र सिंह, जितेंद्र तिवारी, शेषनाथ आचार्य, सुधाकर मिश्र, रमेश राय, श्रीनारायण राजभर, उषा पासवान, कमलेश पांडेय, पप्पू पांडेय, मनोज कुशवाहा, विनोद पांडेय, अरविंद राय आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह व संचालन मंत्री सुरजीत सिंह परिहार ने किया। इससे पूर्व कदमतर चौराहा पर यात्रा के पहुंचने पर चुन्ना मिश्र, बृजविहारी ओझा, उमेश पांडेय, सुग्रीव ओझा व विनोद पांडेय ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
हम चाइना में मेड इन इंडिया पहुंचाना चाहते हैं
अपने भाषण में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनने वाली सरकार के विकास मॉडल पर चर्चा करते हुए कहा कि हम भारत का इस तरह का विकास चाहते हैं कि लोग इंडिया में मेड इन चाइना के इस्तेमाल को केवल भूलें ही नहीं हम चाइना में मेड इन इंडिया की आदत डालना चाहते हैं।
विधायक कर रहे दिल्ली में प्रचार
रामेश्वर चौरसिया से जब यह पूछा गया कि भाजपा के इकलौते विधायक इस सभा से दूर क्यों हैं तो कहा कि उनकी ड्यूटी दिल्ली विधानसभा के चुनाव में लगाई गई है इसलिए वे इसमें शिरकत नहीं कर पाए। यह पूछने पर कि कहीं यह टिकट प्राप्ति की प्रतिद्वंद्विता तो नहीं इस सवाल पर नहीं कह कर बात को टाल गए।

Saturday, November 23, 2013

मोदी ही दे सकते देश में सुशासन

कमल का फूल खिलाने के लिए विजय संकल्प पदयात्रा पर निकले पूर्व मंत्री भरत सिंह व उनके समर्थकों का रामगढ़ में गुरुवार को क्षेत्रीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया
बैरिया शहीद स्मारक से पूर्व मंत्री द्वारा शुरू आठ दिवसीय विजय संकल्प पदयात्रा का समापन 29 नवंबर को गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद शहीद स्मारक पर भाजपा नेता योगी आदित्य नाथ की उपस्थिति में होना है। इस विजय संकल्प पदयात्रा का पहला पड़ाव व रात्रि विश्राम रामगढ़ में था, जहां हजारों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में शाम को सभा हुई। सभा में पूर्व मंत्री भरत सिंह ने नरेंद्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाने के लिए बलिया संसदीय क्षेत्र में कमल का फूल खिलाने का आह्वान किया। कहा कि जब तक दिल्ली में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी, घोटाला व गबन होते रहेंगे। गरीब और गरीब होंगे, महंगाई चरम पर होगी, देश में सुशासन व प्रगति के लिए एक बार आप सभी को नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना हो होगा। कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में पूर्व मंत्री भरत सिंह के अलावा पप्पू ओझा, अयोध्या प्रसाद साहू, अनमोल सिंह, राजेश शुक्ल, रमाकांत पांडेय, नंद जी सिंह, मूटन राय, अर्जुन साह, संजय राम, जयराम यादव, विजय यादव, तुलसी प्रसाद वर्मा सहित दर्जनों भाजपा नेता शामिल रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह व संचालन अमिताभ उपाध्याय ने किया।

Thursday, November 21, 2013

मेले में बलिया केशरी का चुनाव आज

ऐतिहासिक ददरी मेले का भारतेंदु मंच 22 व 23 नवंबर को विराट कुश्ती दंगल का साक्षी बनेगा। बाइस नवंबर को मेले में जहां बलिया केशरी के चुनाव के लिए जिला स्तरीय कुश्ती होगी वहीं अगले दिन अखिल भारतीय विराट दंगल में अर्जुन पुरस्कार व यश भारती सम्मान प्राप्त अंतर राष्ट्रीय पहलवान राजीव तोमर समेत देश के कई नामी-गिरामी दिग्गज अपना दमखम दिखाएंगे
खेल निदेशालय उप्र के तत्वावधान में जिला खेल कार्यालय व ददरी मेला समिति द्वारा आयोजित दंगल की तैयारी में खेल विभाग गुरुवार को क्रीड़ाधिकारी लक्ष्मीशंकर सिंह के नेतृत्व में पूरे दिन जुटा रहा। श्री सिंह के अनुसार हरियाणा के सत्यव्रत सिंह, सीआरपीएफ के विजय पाल, गाजीपुर के दिग्विजय सिंह, मेरठ के कुलविंदर सिंह के अलावा प्रमोद यादव, चंद्रभूषण यादव, रमाशंकर यादव, जनार्दन सिंह, चंद्र विजय सिंह समेत दर्जनों पहलवान बड़ी कुश्तियों में आकर्षण का केंद्र होंगे। दंगल में चार महिला पहलवानों के बीच भी मुकाबला होगा। वहीं मेरठ व गोरखपुर हास्टल के अलावा गोरखपुर स्पो‌र्ट्स कालेज के साथ ही यूपी पुलिस, डीएलडब्ल्यू, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर की टीम भी इसमें शिरकत करेगी। ये टीमें देर शाम को बलिया पहुंचीं। इनके मुकाबले बलिया केशरी का चुनाव हो जाने के तत्काल बाद ही शुरू हो जाएंगे। क्रीड़ाधिकारी ने बताया कि पिछले माह हंगरी में संपन्न हुई विश्व सीनियर कुश्ती प्रतियोगिता में ग्रीको रोमन स्टाइल में देश के लिए पहला पदक जीतने वाले उप्र के जौनपुर निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान संदीप कुमार यादव समेत अन्य पहलवानों को सम्मानित किया जाएगा। इस आयोजन को संपन्न कराने के निमित्त बाहर से आफिसियलों की टीम भी आ चुकी है।
पिछले साल कोई नहीं बना था जिला केशरी
पिछले साल ददरी मेले के भारतेंदु मंच पर मंगलवार को आयोजित दंगल में जिला केशरी का चुनाव नहीं हो पाया था। जब फाइनल मुकाबले की बारी आई तो नगरा के कृष्ण कुमार गुड्डू व अकटहीं के राम मनोहर ने भिड़ने से मना कर दिया था। इस पर सेमीफाइनल में राम मनोहर से हारे सुनील यादव ने गुड्डू से लड़ने का एलान कर दिया। गुड्डू ने हारे हुए पहलवान से हाथ मिलाने से इन्कार कर दिया था। इस पर नगर पालिका परिषद ने घोषणा की थी कि बिना मुकाबला हुए किसी को जिला केशरी का ताज नहीं दिया जाएगा। ज्ञात हो कि वर्ष 2010 में गुड्डू पहलवान को जिला केशरी के खिताब से नवाजा गया था।

मौत का कुआं, झूला, सर्कस का जलवा

ऐतिहासिक ददरी मेला धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा है। गुरुवार को मेलार्थियों का सुबह से ही रेला लगा रहा। लोगों ने मेले का जमकर आनंद उठाया। मौत का कुंआ, झूला व सर्कस के प्रति लोगों खासकर बच्चों व महिलाओं में विशेष रुझान रहा। बच्चों को रेल व जहाज का झूला अत्यधिक पसंद आ रहा है। देहात क्षेत्र के लोग शाम होते ही अपने घरों की तरफ कूच कर गए लेकिन शहर के लोगों ने परिवार संग शाम को मेले का मजा लिया। लोगों की सबसे अधिक भीड़ गर्म कपड़ों की दुकानों पर रही। इसके अलावा वे जलेबी, चाट, समोसा, खजला का भी आनंद लेते रहे। मेले में गुड़ही जलेबी की डिमांड काफी है। साउथ इंडियन व्यंजनों का जायका लेने में भी लोग आगे हैं। हर माल पांच रुपया से लेकर सौ रुपये वाली दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ रही। मेले में भीड़ को देखते हुए दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। मेले में कानपुर, सहारनपुर समेत अन्य जनपदों के दुकानदार पलंग, चौकी, मेज, सोफा आदि की दुकानें लगाए हैं। मेले में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग पौधों की खरीदारी करना नहीं भूले। साथ ही खादी भंडार की लगी दुकानों से कंबल आदि की भी खरीदारी की। मेले में आलमारी, छोटे-बड़े बक्से की दुकानें भी लगी हैं। इनकी भी खरीदारी खूब हो रही है। मेले में टैटू के लिए भी भारी भीड़ उमड़ रही है।
सर्कस में नौ इंच की साइकिल सुर्खियों में
ददरी मेले में लगे सर्कस में नौ इंच की साइकिल सुर्खियों है। इसे चौबीस साल की युवती चलाती है। संस्थापक वकील अहमद के अनुसार खास बात यह कि जिस साइकिल को छोटे बच्चे भी नहीं चला पाते उसे यह युवती चलाती है।
मेले में लगी कई विभागों की स्टाल
ददरी मेले में सरकारी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में भी लोगों की भीड़ जुट रही है। मेले में स्वास्थ्य विभाग, उद्योग विभाग, मत्स्य विभाग, बचत विभाग, पंचायतराज विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, दुग्धसंघ, पशुपालन विभाग, गन्ना विकास विभाग, भूमि संरक्षण विभाग, कृषि रक्षा विभाग व लघु सिंचाई सहित कई विभागों ने अपने स्टाल लगाए हैं। इनमें हर विभाग के अद्यतन शोध व नवीन जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं।

Wednesday, November 20, 2013

प्रशिक्षित महिलाएं बनेंगी स्वावलंबी

जीवन में रोजगार परक शिक्षा का विशेष महत्व है और सिलाई कला में प्रशिक्षित महिलाएं स्वावलंबी बनकर महिला सशक्तीकरण के नारे को साकार करेंगी।
पूर्वांचल ग्रामीण चेतना समिति राघोपुर में आयोजित आवासीय औद्योगिक हाई स्पीड सिलाई प्रशिक्षण के समापन पर मंगलवार को आयोजित समारोह में यह बातें मुख्य अतिथि फादर जान अब्राहम ने कही। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने विशिष्ट अतिथि सेंट मेरी स्कूल मरियमपुर की प्रधानाचार्य सिस्टर सैनी के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सिस्टर सैनी ने सिलाई प्रशिक्षण में चयनित 42 किशोरियों को प्रमाण पत्र वितरित किया। अपने संबोधन में सिस्टर सैनी ने कहा कि किशोरियों को सही निर्देशन व दिशा देने से युवा शक्ति को रचनात्मक शक्ति मिलती है। महिला समन्वयक सिस्टर साधना व नरेंद्र श्रीवास्तव ने भी महिलाओं को स्वावलंबी बनने पर जोर दिया।
इस मौके पर किशोरियों ने गीत, कव्वाली, जागृति गीत व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जयप्रकाश ने आभार व शकुंतला ने संचालन किया।

Friday, November 15, 2013

स्नान घाट तैयार, आज शाम से जुटेंगे श्रद्धालु

महर्षि भृगु की धरती पर गंगा व तमसा के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन शनिवार/रविवार की रात होने वाले स्नान के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शहर के महावीर घाट से संगम तट जाने वाले मार्ग को तैयार कर लिया गया है। इस पर आने-जाने वालों के लिए प्रकाश व पानी की व्यवस्था पूरी है। शनिवार की शाम से हे स्नानार्थियों का जत्था संगम तट पहुंचने लगेगा।
संगम तट पर स्नान के लिए लोग पैदल व वाहनों से एक दिन पूर्व से ही शहर होते हुए संगम तट पहुंचते हैं। आधी रात के बाद श्रद्धालु गंगा में स्नान करना प्रारंभ कर देते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन व नगर पालिका परिषद व्यापक स्तर पर तैयारी करती है। महावीर घाट से लेकर संगम तट तक मार्गो को दुरुस्त करने के साथ ही प्रकाश व बेरीकेडिंग की जाती है। संगम तट पर रात को उच्चाधिकारी कैंप करते हैं। नगर पालिका परिषद संगम तट पर अधिकारियों के ठहरने के लिए व्यापक व्यवस्था करती है। वहीं स्वयंसेवी संस्थाएं भी आने-जाने वालों की सहायता के लिए कैंप लगाती हैं। कई संस्थाएं मेलार्थियों को चाय व दवा भी मुफ्त में उपलब्ध कराती हैं। जिला प्रशासन को उम्मीद है कि इस साल दस लाख से अधिक लोग गंगा तट व संगम की पवित्र धारा में डुबकी लगाएंगे।
जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह, अपर जिलाधिकारी केपी सिंह व एएसपी केसी गोस्वामी ने गंगा तट का निरीक्षण किया।
नौ सौ से अधिक जवानों के जिम्मे सुरक्षा की कमान
गंगा व तमसा के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन होने वाले स्नान में आने-जाने वालों की सुरक्षा के लिए 900 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिए चार सीओ, 13 इंस्पेक्टर, 20 एसओ, 61 एसआई, 15 हेडकांस्टेबल, 607 कांस्टेबल, 16 महिला पुलिस, 14 यातायात सिपाही, 150 होमगार्ड, एक प्लाटून जल पुलिस, एक कंपनी पीएसी के साथ ही सदर कोतवाली की अलग टीम होगी।
गुप्तचर एजेंसियां भी रहेंगी सक्रिय
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर पुलिस किसी तरह की चूक नहीं करना चाहती है। इसके तहत गुप्तचर एजेंसियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। एलआईयू टीम के साथ ही लखनऊ से एंटी सोबाज की भी टीम लगाई जाएगी। एंटी सोबाज टीम असलहा लेकर जाने वालों के बारे में तुरंत बता देगी।
बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से चौकस है। इसके लिए 16 नवंबर को शहर के अंदर आने वाले प्रमुख मार्गो से वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए शहर के अंदर आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर हैबतपुर के पास बैरियर लगाया जाएगा। इसके अलावा देवकली वन बिहार सिकंदरपुर मार्ग, बांसडीह मार्ग पर तिखमपुर व बैरिया मार्ग पर पिपराकलां गांव के सामने व गड़वार रोड पर निराला नगर के पास वाहनों को रोक दिया जाएगा। दोपहर बाद दो बजे से इन मार्ग पर बड़े वाहनों को रोक दिया जाएगा।
सजधज कर तैयार हो गया मीना बाजार
महर्षि भृगु की धरती पर हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दिन से शुरू होने वाले ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार सजधज कर तैयार हो गया है। स्नान से एक दिन पूर्व शनिवार की शाम को मेला शुरू हो जाएगा।
शहर के दक्षिणी छोर पर लगने वाले इस मेले का बिचला घाट चौकी की तरफ से आने-जाने के लिए मार्ग बना दिया गया है। नगर पालिका परिषद ने कड़ी मेहनत कर इस तरफ से दो मार्गाें का निर्माण करा दिया है। दोनों तरफ दुकानें भी लगभग लग चुकी हैं। सर्कस, झूला, नौटंकी, मौत का कुआं के अलावा जलेबी, चाट, बक्सा आदि की दुकानें तैयार हो गई हैं। मेले में चौक का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। वहीं ऐतिहासिक भारतेंदु कला मंच को तैयार करने का काम भी तेज गति से हो रहा है। नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता ने कहा कि मेले में व्यापारियों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम करने का प्रयास होगा।

Tuesday, October 22, 2013

डीएम दफ्तर पर छात्र नेताओं व पुलिस में तकरार

सतीश चंद्र कालेज में अध्यक्ष के निष्कासन के विरोध में जिलाधिकारी को ज्ञापन देने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्र नेताओं व पुलिस में गरमा गरम बहस के साथ ही हाथापाई तक हुई। पुलिस द्वारा छात्र नेताओं के साथ किए गए इस दु‌र्व्यवहार से क्षुब्ध पूर्वाचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक व जिला पंचायत सदस्य नागेंद्र बहादुर सिंह (झुन्नू) ने 25 अक्टूबर को आत्मदाह की घोषणा कर दी। इससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। प्रतिनिधि मंडल ने डीएम को पत्रक सौंप कार्रवाई की मांग की।
पूर्वाचल छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले सतीश चंद्र कालेज के छात्रसंघ अध्यक्ष राहुल कुमार मिश्र का निलंबन वापस लेने तथा महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा की गई अनियमितता पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने नगर के कुंवर सिंह, टीडी कालेज, व एससी कालेज के छात्र नेता गए थे। जिलाधिकारी कार्यालय पर छात्र नेताओं के समूह को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इसको लेकर पुलिस व छात्र नेताओं में विवाद हो गया। सदर कोतवाल अजय राय ने छात्र नेताओं को खदेड़ने का प्रयास किया। इससे कुछ देर के लिए हंगामा खड़ा हो गया। सीओ सिटी आलोक जायसवाल ने सार्थक पहल करते हुए छात्र नेताओं के प्रतिनिधि मंडल को जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव से मिलवाया।
छात्र नेता नागेंद्र बहादुर सिंह झुन्नू ने कहा कि छात्रों के साथ हुए अपमान से क्षुब्ध होकर 25 अक्टूबर को वह आत्मदाह करेंगे या इसके पूर्व छात्र नेताओं के साथ अपमान व अमर्यादित व्यवहार करने वाले सदर कोतवाल को हटवाया जाए। छात्रों को संबोधित करते हुए झुन्नू सिंह ने कहा कि छात्रों का यह जनतांत्रिक आंदोलन पुलिस अपनी लाठी एवं डंडों के बल पर दबा नहीं सकती।
इस मौके पर मानवेंद्र विक्रम सिंह, अमृत सिंह डिंपल, राकेश सिंह, प्रभुनाथ यादव, विशाल प्रताप सिंह, राणा प्रताप यादव दाढ़ी, कृष्ण प्रताप यादव गोलू, रजनीकांत तिवारी, वीके सिंह, बबलू यादव, शक्तिशेखर सिंह, कमाल खां, आनंद विक्रम सिंह, दयाल शरण वर्मा, धनंजय यादव, विवेक सिंह, नकुल चौबे, राकेश ठाकुर, रत्‍‌नेश यादव, अनूप मिश्र, राकेश मोहन, मिथिलेश सिंह, रवि यादव, गोलू सिंह, प्रकाश सिंह आदि छात्र नेता उपस्थित थे।
डीएम ने मांगी रिपोर्ट
सतीश चंद्र कालेज व टीडी कालेज के प्राचार्य द्वारा अब तक चल रही जांच में आख्या उपलब्ध न कराने पर जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव ने नाराजगी जताई। सिटी मजिस्ट्रेट से तत्काल जांच रिपोर्ट मांगा। कहा कि आख्या न देने वालों के बारे में कुलपति को पत्र लिखा जाएगा।

Sunday, October 20, 2013

'लाइफ लाइन' का कायाकल्प युद्धस्तर पर!

इलाकाई लोगों के लिए परेशानी का सबब बने रतसड़-गड़वार मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मार्ग पर बड़ी-बड़ी गिट्टियां डालकर इसकी नए सिरे से मरम्मत की जा रही है। इससे इलाकाई लोगों ने राहत की सांस ली है।
इस मार्ग पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए थे। ऐसे में इस पर चलना खतरे से खाली नहीं था। पैदल चलना तो मुश्किल था ही, वाहनों के अस्थि पंजर भी ढीले हो रहे थे। बार-बार मांग के बावजूद इस मार्ग की मरम्मत नहीं कराई जा रही थी। सांसद नीरज शेखर व कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी ने भी इस मार्ग की मरम्मत के लिए मकहमे को निर्देश दिया था फिर भी निर्माण कार्य की शुरुआत न हो सकी। 'जागरण' ने नासूर का रूप ले चुकी इस समस्या को 18 सितंबर केअंक में सचित्र प्रकाशित किया। इसके बाद संबंधित विभाग हरकत में आया। अब इस मार्ग पर गिट्टियां डालकर मरम्मत का कार्य तेज कर दिया गया है। इससे इलाकाई लोगों ने राहत की सांस ली है।

Friday, October 18, 2013

शनि चालिसा : भय, क्रोध और कष्ट दूर भागने का मंत्र

अक्सर लोग कहते हैं कि शनिवार के दिन कोई भी शुभकार्य शुरु नहीं करना चाहिए. इसके पीछे तर्क होता है कि इस दिन शनिदेव जी की दृष्टि होती है. शनिदेव जिन्हें आमतौर पर लोग एक बेहद क्रुर और क्रोध वाला देवता मानते है उनक दिन शनिवार को ही होता है. लेकिन लोगों का ऐसा मानना कि शनिदेव बुरे कार्यों के देवता होते है यह गलत है क्यूंकि इंसान का भला और बुरा तो उसके कर्मों की वजह से होता है. अगर आपके कर्म अच्छे हैं तो आपका बुरा होना नामुमकिन है.


shani-devफिर भी कई लोगों को शनिवार का दिन बहुत भारी पड़ता है. ऐसे लोगों पर शनिदेव जे की कोप दृष्टि होती है लेकिन ऐसे लोगों को भी हार नहीं मानना चाहिए, बल्कि शनिदेव जी को शांत करने के उपाय करने चाहिए.


शनिदेव को हर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने और तेल का दिया जलाने से प्रसन्न किया जा सकता है. शनिवार को सुंदरकांड या हनुमान चालिसा पाठ करें. इसके साथ ही इस दिन शनिचालिसा का पाठ विशेष फल प्रदान कराता है.

॥दोहा॥

जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।

दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥

जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज।

करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज॥

शनि चालिसा


जयति जयति शनिदेव दयाला। करत सदा भक्तन प्रतिपाला॥

चारि भुजा, तनु श्याम विराजै। माथे रतन मुकुट छबि छाजै॥

परम विशाल मनोहर भाला। टेढ़ी दृष्टि भृकुटि विकराला॥

कुण्डल श्रवण चमाचम चमके। हिय माल मुक्तन मणि दमके॥

कर में गदा त्रिशूल कुठारा। पल बिच करैं अरिहिं संहारा॥

पिंगल, कृष्ो, छाया नन्दन। यम, कोणस्थ, रौद्र, दुखभंजन॥

सौरी, मन्द, शनी, दश नामा। भानु पुत्र पूजहिं सब कामा॥

जा पर प्रभु प्रसन्न ह्वैं जाहीं। रंकहुँ राव करैं क्षण माहीं॥

पर्वतहू तृण होई निहारत। तृणहू को पर्वत करि डारत॥

राज मिलत बन रामहिं दीन्हयो। कैकेइहुँ की मति हरि लीन्हयो॥

बनहूँ में मृग कपट दिखाई। मातु जानकी गई चुराई॥

लखनहिं शक्ति विकल करिडारा। मचिगा दल में हाहाकारा॥

रावण की गतिमति बौराई। रामचन्द्र सों बैर बढ़ाई॥

दियो कीट करि कंचन लंका। बजि बजरंग बीर की डंका॥

नृप विक्रम पर तुहि पगु धारा। चित्र मयूर निगलि गै हारा॥

हार नौलखा लाग्यो चोरी। हाथ पैर डरवाय तोरी॥

भारी दशा निकृष्ट दिखायो। तेलिहिं घर कोल्हू चलवायो॥

विनय राग दीपक महं कीन्हयों। तब प्रसन्न प्रभु ह्वै सुख दीन्हयों॥

हरिश्चन्द्र नृप नारि बिकानी। आपहुं भरे डोम घर पानी॥

तैसे नल पर दशा सिरानी। भूंजीमीन कूद गई पानी॥

श्री शंकरहिं गह्यो जब जाई। पारवती को सती कराई॥

तनिक विलोकत ही करि रीसा। नभ उड़ि गयो गौरिसुत सीसा॥

पाण्डव पर भै दशा तुम्हारी। बची द्रौपदी होति उघारी॥

कौरव के भी गति मति मारयो। युद्ध महाभारत करि डारयो॥

रवि कहँ मुख महँ धरि तत्काला। लेकर कूदि परयो पाताला॥

शेष देवलखि विनती लाई। रवि को मुख ते दियो छुड़ाई॥

वाहन प्रभु के सात सजाना। जग दिग्गज गर्दभ मृग स्वाना॥

जम्बुक सिंह आदि नख धारी।सो फल ज्योतिष कहत पुकारी॥

गज वाहन लक्ष्मी गृह आवैं। हय ते सुख सम्पति उपजावैं॥

गर्दभ हानि करै बहु काजा। सिंह सिद्धकर राज समाजा॥

जम्बुक बुद्धि नष्ट कर डारै। मृग दे कष्ट प्राण संहारै॥

जब आवहिं प्रभु स्वान सवारी। चोरी आदि होय डर भारी॥

तैसहि चारि चरण यह नामा। स्वर्ण लौह चाँदी अरु तामा॥

लौह चरण पर जब प्रभु आवैं। धन जन सम्पत्ति नष्ट करावैं॥

समता ताम्र रजत शुभकारी। स्वर्ण सर्व सर्व सुख मंगल भारी॥

जो यह शनि चरित्र नित गावै। कबहुं न दशा निकृष्ट सतावै॥

अद्भुत नाथ दिखावैं लीला। करैं शत्रु के नशि बलि ढीला॥

जो पण्डित सुयोग्य बुलवाई। विधिवत शनि ग्रह शांति कराई॥

पीपल जल शनि दिवस चढ़ावत। दीप दान दै बहु सुख पावत॥

कहत राम सुन्दर प्रभु दासा। शनि सुमिरत सुख होत प्रकाशा॥


॥दोहा॥


पाठ शनिश्चर देव को, की हों भक्त तैयार।

करत पाठ चालीस दिन, हो भवसागर पार॥

Thursday, October 17, 2013

कलि के प्रभाव से धर्म के प्रति उदासीनता : हरिहरानंद

 ग्राम कर्णछपरा में सर्वमनोकामना सिद्धि श्रीहनुमान जी की 32 फीट की बैठे स्वरूप की प्रतिमा का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। बुधवार को मूर्ति निर्माण कार्य का अवलोकन करने पधारे संत शिरोमणि स्वामी हरिहरानंद जी ने श्री ठकुरी बाबा मठ कर्णछपरा में धर्मानुरागियों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री हनुमान जी बैठे स्वरूप की ऐसी प्रतिमा पूरे उत्तरी भारत में नहीं है। स्वामी जी ने कहा कि उक्त हनुमान जी की प्रतिमा में देश के कोने-कोने से श्री खपड़िया बाबा परिवार अथवा अन्यान्य धर्मानुरागी द्वारा लिखित हरिनाम का मंत्र लगभग साढ़े चार अरब की संख्या में डाला जा चुका है और अभी और भी महामंत्र डाले जाएंगे। 

स्वामी जी ने घोषणा किया कि उक्त मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 12 फरवरी 2014 को होगी। तत्पश्चात उक्त स्थान पर दो माह एक दिन (61 दिन) तक चलने वाले अति महारूद्र यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। कहा कि उक्त महायज्ञ में कुल 65 यजमान एक दिवसीय होंगे। इसके लिए क्रमश: 25 हजार, 30 हजार व 50 हजार की शुल्क की श्रेणी रखी गई है। स्वामी जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं का आह्वान करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में ऐसे सौभाग्यशाली अवसर कभी-कभी प्राप्त होते हैं। ऐसे अवसर का सदुपयोग करते हुए अनुष्ठान में अपने साम‌र्थ्य के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को भागीदार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग नाना प्रकार के कष्ट, बीमारी तथा परेशानियों से जूझ रहे हैं ऐसे में हरिनाम संकीर्तन से बड़ा कोई सहज उपाय नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन भगवन्नाम का संकीर्तन करना चाहिए।

Wednesday, October 16, 2013

'बायोटेक्नालॉजी हब' बन सकता है सुरहा का आंचल

मुख्यालय से करीब 17 किमी की दूरी पर स्थित सुरहा ताल में प्रकृति से लेकर (वाइल्ड लाइफ) जंगली जीव व पक्षियों तक का अनोखा समुच्चय है। करीब 2549 वर्ग हेक्टेयर में फैला यह ताल अपने अंदर अपार संभावनाओं को समेटे हुए है लेकिन शासकीय उदासीनता से यह सिमटता जा रहा है।
विशेषज्ञों के शोध में यह तथ्य आया था कि इस ताल में विभिन्न जलीय जीव, मछलियां व कीड़ों की 37 प्रजातियां निवास करती हैं। यहां नायलान के कीड़े बहुतायत में पाए जाते हैं जिन्हें विकसित कर नायलान बनाया जा सकता है। पांच किमी के एरिया में फैले इस ताल में कभी पारंपरिक धान की 32 प्रजातियों की पैदावार होती थी लेकिन 2009 के बाद से घटकर अब मात्र 13 प्रजाति ही शेष रह गई हैं। 1991 में पक्षी अभयारण्य के तौर पर घोषित इस ताल में दूरदराज से आने वाले साइबेरियन पक्षी के अलावा अन्य कई विदेशी पक्षियों का बसेरा है। इन तमाम खूबियों से भरे इस ताल को बायोटेक्नालॉजी हब के रूप में विकसित किया जा सकता है। आज बायोटेक्नालॉजी देश में उभरता हुआ क्षेत्र है जिसके लिए ये ताल सबसे उपयुक्त है। दिल्ली, बीएचयू व लखनऊ विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञों की टीम ने यहां पूर्व में किए गए अनुसंधानों के बाद कई चीजों को विकसित किए जाने की रिपोर्ट दी थी लेकिन सभी ठंडे बस्ते में डाल दी गई। सरकार अगर विशेषज्ञों की रिपोर्ट व शोध के आधार पर विचार करे तो बायोटेक्नालॉजी के क्षेत्र में यहां आपार संभावानाओं की तलाश की जा सकती है।
बायोटेक्नालॉजी पार्क बनाए जाने के बाद यहां जलीय जीवों के साथ विदेशों से आने वाले पक्षियों पर शोध किए जा सकते हैं। पक्षियों के रूट आदि पर शोध के साथ ही यहां की मिट्टी व जलीय जीव, पौधे तथा विभिन्न फसलों आदि पर भी अनुसंधान किए जा सकते हैं। बीएचयू के बॉटनी विभाग के आरएस अंबष्ट, अजीत श्रीवास्तव व सिद्धार्थ सिंह ने 1999 में यहां इकोलॉजिकल स्टडी किया था जिसमें कई तथ्य सामने आए थे। टीम ने ताल में कई गतिविधियों की वजह से लगातार फैल रहे फीजियो केमिकल को यहां के पर्यावरण के लिए खतरनाक करार दिया था लेकिन इस पर गौर नहीं किया गया। आज सारे तथ्यों के बाद इसके विकास के लिए जरूरत है तो बस सरकार की नजरें इनायत की।
ताल की तलहटी में अकूत भंडार : डा.अशोक
नगर के टाउन महाविद्यालय के कृषि रक्षा व मृदा विज्ञानी डा.अशोक कुमार सिंह ने भी अपनी टीम के साथ यहां शोध किए थे। उन्होंने बताया कि झील की तलहटी में कई तरह के जीवों का भंडार है। यहां की मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस, जैविक कार्बन, जस्ता, बोरान व लोहा आदि पोषक तत्वों की मात्रा काफी अधिक है। बायोटेक्नालॉजी पार्क के लिए जो भी मानक हैं वे इस ताल में पर्याप्त मात्रा में हैं। इसे विकसित किया जाए तो ताल बहुत बड़ा व्यावसायिक केंद्र भी बन सकता है।

Tuesday, October 15, 2013

सायकिल यात्रा निकाल दिए आध्यात्मिक संदेश !

 प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवा केंद्र द्वारा आध्यात्मिक संदेश साइकिल यात्रा निकाली गई। इसका शुभारंभ हरपुर स्थित केंद्र पर दीप जलाने के उपरांत हरी झंडी दिखाकर किया गया।
इस संदर्भ में केंद्र प्रभारी राजयोनिगी बीके उमा दीदी ने बताया कि रैली मानव के नैतिक एवं चारित्रिक उन्नति हेतु तथा व्यसन, विकार की मुक्ति हेतु निकाली गई है। इसमें आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शन के साथ ही प्रोजेक्टर द्वारा वीडियो शो दिखाकर आध्यात्मिक प्रवचनों से राजयोग का रास्ता बताया गया। इस माध्यम से लोगों में आध्यात्मिक जागृति लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर से शुरू हुई संदेश साइकिल यात्रा 31 अक्टूबर तक भ्रमण करेगी। कहा कि अध्यात्म का यह मतलब नहीं है कि किसी संस्था के सदस्य बन जाएं बल्कि व्यक्ति का स्वयं से स्वयं का साक्षात्कार हो और उसकी कायापलट हो। फेफना विधायक उपेंद्र तिवारी ने कहा कि मानव के दो मन होते हैं। एक बुरा करने को कहता है दूसरा बुराई से रोकता है। इस रैली से बहुत अच्छा और सार्थक कार्य किया जा रहा है। विधायक उपेंद्र तिवारी ने हरी झंडी दिखा कर रैली को रवाना किया। रैली में बीके कुसुम, जागृति व सुमन, कमलाकर, वीर बहादुर, दीनानाथ, उमाशंकर राजू पांडेय आदि ने सहभागिता की। संचालन वीके सुरेश ने किया।

Thursday, October 10, 2013

पांचवें दिन स्कंद माता की आराधना !

शारदीय नवरात्र के पांचवें दिन बुधवार को मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप के रूप में स्कंद माता की आराधना की गई। मां के दर्शन-पूजन को देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। उमड़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से यहां व्यापक इंतजामात किए गए हैं। मंदिर कमेटी के लोग भी व्यवस्था में जी-जान से लगे हुए हैं।
शंकरपुर की मां भगवती के दरबार में भक्तों की भीड़ भोर से ही जुटनी शुरू हो गई थी। इनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी। लोगों ने यहां दर्शन-पूजन के साथ ही मेले का भी भरपूर लुत्फ उठाया। नगर के जापलिनगंज स्थित मां दुर्गा मंदिर में नजारा कुछ ऐसा ही रहा। ब्रह्माइन गांव के मां ब्रह्माणी मंदिर में भी काफी भीड़ रही।
कोरंटाडीह स्थित मां मंगला भवानी मंदिर में भी दूर-दराज से लोग पहुंच रहे हैं। कपूरी नारायणपुर स्थित मां कपिलेश्वरी भवानी मंदिर में भी नवरात्र में मां का विधिवत दर्शन-पूजन हो रहा है। कमोवेश यही स्थिति उचेड़ा की चंडी भवानी देवी मंदिर, सिकंदरपुर स्थित खरीद की देवी के यहां भी देखी जा रही है।
सुखपुरा प्रतिनिधि केअनुसार कस्बे के उत्तरी क्षेत्र में स्थित मां भगवती मंदिर में सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं का तांता पूजन-अर्चन के लिए लगा रहता है। नवरात्र के पांचवें दिन बुधवार को मंदिर परिसर में काफी भीड़ देखी गई। श्रद्धालुओं में महिला, पुरुष व बच्चे समान रूप से शामिल रहे। मंदिर के व्यवस्थापक वीरेंद्र सिंह ने प्राय: समस्त श्रद्धालुओं का ध्यान रखा व प्रसाद वितरित किया।

उम्र की मोहताज नहीं प्रतिभा, चाहिए सही मार्ग दर्शन सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेता पुरस्कृत !

सिकंदरपुर (बलिया) : प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती है। केवल जरूरत है उसे सही मार्ग दर्शन की। यदि सही मार्ग दर्शन मिल जाए तो लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। यह बातें प्रोफेसर उदय पासवान ने कही। वह मंगलवार को लक्ष्य सेवा संस्थान के तत्वावधान में स्थानीय गांधी इंटर कालेज के प्रांगण में आयोजित सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। समारोह में संस्था की तरफ से आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता 2013 के उत्तीर्ण मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान कर उन्होंने सम्मानित किया। समारोह में प्रथम पुरस्कार राघवेंद्र राय को जहां साइकिल प्रदान की गई वहीं द्वितीय पुरस्कार अंशिका श्रीवास्तव एवं तृतीय पुरस्कार विवेक कुमार को मिला। इनके साथ ही तीन दर्जन से अधिक छात्र-छात्राओं को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। विशिष्ट अतिथि गांधी इंटर कालेज के प्रबंधक अरविंद कुमार राय ने छात्र-छात्राओं के प्रतिभागी परीक्षाओं में भाग लेने पर बल दिया। संदीप आर्य, प्रयाग चौहान, संजय मिश्र, आशुतोष कुमार राय, सुदीप कुमार, सुरेंद्र शर्मा, ब्रजनाथ वर्मा, अभिषेक कुमार आदि मौजूद थे। अध्यक्षता अरविंद राय तथा संचालन मोहन कांत राय ने किया।

Tuesday, October 8, 2013

पूरी होती रहीं मुरादें बढ़ती गई आस्था !

जनपद की धरती का जर्रा-जर्रा आध्यात्मिक पहलुओं से समृद्ध है। मां ब्रह्माणी व शंकरपुर के मां भगवती मंदिर का इतिहास जहां राजा सुरथ से जुड़ा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी मंदिर हैं जहां मां के दरबार में लोग हाजिरी लगाते रहे, उनकी मुराद पूरी होती रही, मां के प्रति लोगों की आस्था बढ़ती गई और कालांतर में उस मंदिर को इतनी प्रसिद्धि मिल गई कि नवरात्र जैसे खास मौके पर दूर-दराज के लोगों के आने का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया।

नगर के जापलिनगंज मुहल्ले का दुर्गा मंदिर भी इन्हीं में से एक है जहां दर्शन-पूजन को इन दिनों आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। मंदिर के पुजारी 85 वर्षीय श्रीकांत चौबे बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण कार्य 1965 में उनके द्वारा जनता के सहयोग से प्रारंभ कराया गया था। उस समय इस क्षेत्र में कालरा फैला था। तब यह बिल्कुल सुनसान था। मंदिर के पास नीम का अति प्राचीन पेड़ था। उस समय लोग उनके पास आए और इसके निदान का उपाय पूछा। रात में मां भगवती ने बाबा को साक्षात दर्शन देकर नीम के पेड़ की पूजा करने और उसके पास मंदिर निर्माण के लिए कहा। लोगों ने पेड़ की पूजा की और कालरा का प्रकोप भी जाता रहा। धीरे-धीरे मंदिर का निर्माण कार्य भी जोर पकड़ता गया और आज यह मंदिर लोगों के बीच आस्था का केंद्र बिंदु बन गया है। पुजारी जी के बीमार पड़ जाने से मंदिर में पूजन-अर्चन का कार्य उनके शिष्य नीरज पाठक द्वारा किया जा रहा है।

सीता को चोंच मारकर जयंत ने गंवाई आंख !

रसड़ा (बलिया): रसड़ा की सुप्रसिद्ध रामलीला के पांचवें दिन मंगलवार की शाम श्रीराम द्वारा जयंत का अंग-भंग किए जाने की जीवंत लीला को देखने के लिए हजारों दर्शकों की भीड़ जमा रही। स्टेडियम की तर्ज पर बने रसड़ा रामलीला मैदान में राम, सीता व लक्ष्मण द्वारा वन गमन के दौरान इंद्रदेव का पुत्र जयंत पक्षी का रूप धारण कर राम की परीक्षा लेने की नीयत से सीता के पैर में चोंच मारकर लहूलुहान कर देता है। इस नजारे को देख राम अचंभित होकर सीता से इसका पूरा हाल जानते हैं। तत्पश्चात जयंत को मारने के लिए वाण छोड़ देते है। जयंत अपनी जान बचाने के लिए अनेक देवी देवताओं की शरण में जाता है किंतु सभी दुत्कार देते है कि तुमने मां सीता का अपमान किया है। अंत में नारद मुनि के कहने पर वह श्रीराम के चरणों में गिरकर माफी मांगने लगता है। सीता के कहने पर राम को दया आती है और सिर्फ उसका एक आंख भंग कर छोड़ देते हैं। इस भाव पूर्ण लीला को देखकर राम की दयालुता पर दर्शक नारे लगाने लगे। इसके बाद वन गमन के दौरान सती अनसुइया से मुलाकात होती है और वह सीता को नारी का विधिवत ज्ञान देकर मार्गदर्शन करती है। इस दौरान मेले में सरकस, चर्खी, जादूगर आदि मनोरंजन कार्यक्रमों को देखने के लिए हजारों की भीड़ जुटी रही। इस अवसर पर मेला कमेटी के अध्यक्ष संजय जायसवाल, अरविंद उर्फ विपू पाडे, टुना जी आदि पदाधिकारियों की सराहनीय भूमिका रही।