जीवन में रोजगार परक शिक्षा का विशेष महत्व है और सिलाई कला में प्रशिक्षित महिलाएं स्वावलंबी बनकर महिला सशक्तीकरण के नारे को साकार करेंगी।
पूर्वांचल ग्रामीण चेतना समिति राघोपुर में आयोजित आवासीय औद्योगिक हाई स्पीड सिलाई प्रशिक्षण के समापन पर मंगलवार को आयोजित समारोह में यह बातें मुख्य अतिथि फादर जान अब्राहम ने कही। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने विशिष्ट अतिथि सेंट मेरी स्कूल मरियमपुर की प्रधानाचार्य सिस्टर सैनी के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सिस्टर सैनी ने सिलाई प्रशिक्षण में चयनित 42 किशोरियों को प्रमाण पत्र वितरित किया। अपने संबोधन में सिस्टर सैनी ने कहा कि किशोरियों को सही निर्देशन व दिशा देने से युवा शक्ति को रचनात्मक शक्ति मिलती है। महिला समन्वयक सिस्टर साधना व नरेंद्र श्रीवास्तव ने भी महिलाओं को स्वावलंबी बनने पर जोर दिया।
इस मौके पर किशोरियों ने गीत, कव्वाली, जागृति गीत व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जयप्रकाश ने आभार व शकुंतला ने संचालन किया।
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