ऐतिहासिक ददरी मेला धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा है। गुरुवार को मेलार्थियों का सुबह से ही रेला लगा रहा। लोगों ने मेले का जमकर आनंद उठाया। मौत का कुंआ, झूला व सर्कस के प्रति लोगों खासकर बच्चों व महिलाओं में विशेष रुझान रहा। बच्चों को रेल व जहाज का झूला अत्यधिक पसंद आ रहा है। देहात क्षेत्र के लोग शाम होते ही अपने घरों की तरफ कूच कर गए लेकिन शहर के लोगों ने परिवार संग शाम को मेले का मजा लिया। लोगों की सबसे अधिक भीड़ गर्म कपड़ों की दुकानों पर रही। इसके अलावा वे जलेबी, चाट, समोसा, खजला का भी आनंद लेते रहे। मेले में गुड़ही जलेबी की डिमांड काफी है। साउथ इंडियन व्यंजनों का जायका लेने में भी लोग आगे हैं। हर माल पांच रुपया से लेकर सौ रुपये वाली दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ रही। मेले में भीड़ को देखते हुए दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। मेले में कानपुर, सहारनपुर समेत अन्य जनपदों के दुकानदार पलंग, चौकी, मेज, सोफा आदि की दुकानें लगाए हैं। मेले में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग पौधों की खरीदारी करना नहीं भूले। साथ ही खादी भंडार की लगी दुकानों से कंबल आदि की भी खरीदारी की। मेले में आलमारी, छोटे-बड़े बक्से की दुकानें भी लगी हैं। इनकी भी खरीदारी खूब हो रही है। मेले में टैटू के लिए भी भारी भीड़ उमड़ रही है।
सर्कस में नौ इंच की साइकिल सुर्खियों में
ददरी मेले में लगे सर्कस में नौ इंच की साइकिल सुर्खियों है। इसे चौबीस साल की युवती चलाती है। संस्थापक वकील अहमद के अनुसार खास बात यह कि जिस साइकिल को छोटे बच्चे भी नहीं चला पाते उसे यह युवती चलाती है।
मेले में लगी कई विभागों की स्टाल
ददरी मेले में सरकारी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में भी लोगों की भीड़ जुट रही है। मेले में स्वास्थ्य विभाग, उद्योग विभाग, मत्स्य विभाग, बचत विभाग, पंचायतराज विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, दुग्धसंघ, पशुपालन विभाग, गन्ना विकास विभाग, भूमि संरक्षण विभाग, कृषि रक्षा विभाग व लघु सिंचाई सहित कई विभागों ने अपने स्टाल लगाए हैं। इनमें हर विभाग के अद्यतन शोध व नवीन जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
No comments:
Post a Comment