महर्षि भृगु की धरती पर गंगा व तमसा के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन शनिवार/रविवार की रात होने वाले स्नान के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शहर के महावीर घाट से संगम तट जाने वाले मार्ग को तैयार कर लिया गया है। इस पर आने-जाने वालों के लिए प्रकाश व पानी की व्यवस्था पूरी है। शनिवार की शाम से हे स्नानार्थियों का जत्था संगम तट पहुंचने लगेगा।
संगम तट पर स्नान के लिए लोग पैदल व वाहनों से एक दिन पूर्व से ही शहर होते हुए संगम तट पहुंचते हैं। आधी रात के बाद श्रद्धालु गंगा में स्नान करना प्रारंभ कर देते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन व नगर पालिका परिषद व्यापक स्तर पर तैयारी करती है। महावीर घाट से लेकर संगम तट तक मार्गो को दुरुस्त करने के साथ ही प्रकाश व बेरीकेडिंग की जाती है। संगम तट पर रात को उच्चाधिकारी कैंप करते हैं। नगर पालिका परिषद संगम तट पर अधिकारियों के ठहरने के लिए व्यापक व्यवस्था करती है। वहीं स्वयंसेवी संस्थाएं भी आने-जाने वालों की सहायता के लिए कैंप लगाती हैं। कई संस्थाएं मेलार्थियों को चाय व दवा भी मुफ्त में उपलब्ध कराती हैं। जिला प्रशासन को उम्मीद है कि इस साल दस लाख से अधिक लोग गंगा तट व संगम की पवित्र धारा में डुबकी लगाएंगे।
जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह, अपर जिलाधिकारी केपी सिंह व एएसपी केसी गोस्वामी ने गंगा तट का निरीक्षण किया।
नौ सौ से अधिक जवानों के जिम्मे सुरक्षा की कमान
गंगा व तमसा के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन होने वाले स्नान में आने-जाने वालों की सुरक्षा के लिए 900 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिए चार सीओ, 13 इंस्पेक्टर, 20 एसओ, 61 एसआई, 15 हेडकांस्टेबल, 607 कांस्टेबल, 16 महिला पुलिस, 14 यातायात सिपाही, 150 होमगार्ड, एक प्लाटून जल पुलिस, एक कंपनी पीएसी के साथ ही सदर कोतवाली की अलग टीम होगी।
गुप्तचर एजेंसियां भी रहेंगी सक्रिय
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर पुलिस किसी तरह की चूक नहीं करना चाहती है। इसके तहत गुप्तचर एजेंसियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। एलआईयू टीम के साथ ही लखनऊ से एंटी सोबाज की भी टीम लगाई जाएगी। एंटी सोबाज टीम असलहा लेकर जाने वालों के बारे में तुरंत बता देगी।
बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से चौकस है। इसके लिए 16 नवंबर को शहर के अंदर आने वाले प्रमुख मार्गो से वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए शहर के अंदर आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर हैबतपुर के पास बैरियर लगाया जाएगा। इसके अलावा देवकली वन बिहार सिकंदरपुर मार्ग, बांसडीह मार्ग पर तिखमपुर व बैरिया मार्ग पर पिपराकलां गांव के सामने व गड़वार रोड पर निराला नगर के पास वाहनों को रोक दिया जाएगा। दोपहर बाद दो बजे से इन मार्ग पर बड़े वाहनों को रोक दिया जाएगा।
सजधज कर तैयार हो गया मीना बाजार
महर्षि भृगु की धरती पर हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दिन से शुरू होने वाले ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार सजधज कर तैयार हो गया है। स्नान से एक दिन पूर्व शनिवार की शाम को मेला शुरू हो जाएगा।
शहर के दक्षिणी छोर पर लगने वाले इस मेले का बिचला घाट चौकी की तरफ से आने-जाने के लिए मार्ग बना दिया गया है। नगर पालिका परिषद ने कड़ी मेहनत कर इस तरफ से दो मार्गाें का निर्माण करा दिया है। दोनों तरफ दुकानें भी लगभग लग चुकी हैं। सर्कस, झूला, नौटंकी, मौत का कुआं के अलावा जलेबी, चाट, बक्सा आदि की दुकानें तैयार हो गई हैं। मेले में चौक का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। वहीं ऐतिहासिक भारतेंदु कला मंच को तैयार करने का काम भी तेज गति से हो रहा है। नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता ने कहा कि मेले में व्यापारियों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम करने का प्रयास होगा।
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