Thursday, March 22, 2012

आईईएस में सातवां स्थान अर्जित कर बढ़ाया जिले का मान !

आल इण्डिया इंजीनियरिंग सर्विसेज की परीक्षा में सातवां स्थान हासिल कर जनपद के कर्णछपरा निवासी संजीत कुमार सिंह ने जिले का नाम रोशन कर दिया। श्री सिंह के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। उल्लेखनीय है कि गांव में ही मिडिल तथा यूपी कालेज वाराणसी से इंटरमीडिएट की शिक्षा ग्रहण कर संजीत ने यह ठान लिया था कि उसे एक अच्छा इंजीनियर बनना है। उसने वर्ष 2007 में रुड़की से आईआईटी की परीक्षा भी अच्छे अंक से उत्तीर्ण कर एक प्राइवेट कम्पनी में नौकरी कर ली। इस दौरान वे अपने मिशन में लगे रहे और अंतत: उसे पूरा किया। दूरभाष पर संजीत ने बताया कि मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी मंजिल को हासिल किया जा सकता है।

Saturday, March 3, 2012

लोगों ने देखा जिले के हाथों का हुनर !

नगर क्षेत्र के एक लाज में शुक्रवार को बलिया की ड्रेस डिजाइनर पूजा सिंह के डिजाइन किए गए वस्त्रों की भव्य प्रदर्शनी आयोजित की गयी जिसमें लेटेस्ट एम्ब्राइडरी, पेंटिंग, डाइड राजस्थानी साड़ी, प्रिंटेड प्योर शिफान सहित अन्य ब्रांडों को प्रस्तुत किया गया। वेद क्रिएशन के बैनर तले आयोजित इस प्रदर्शनी को देखने के लिए जिले के कोने-कोने से सैकड़ों लोग आए। सभी ने जनपद में पली बढ़ी इस डिजाइनर के हुनर की सराहना की। कहा कि यदि जनपद की प्रतिभाओं को उचित प्लेटफार्म मिले तो वे भी देश विदेश में अपना परचम लहरा सकते हैं। प्रदर्शनी देखने पहुंचे प्रमुख लोगों में प्रतिभा सिंह, डॉ.रीना सिंह निदेशक ज्ञानपीठिका, कृष्ण कुमार उपाध्याय उर्फ कप्तान बाबा सहित अन्य लोग शामिल रहे।

Thursday, March 1, 2012

शिक्षा से उभतरी है छात्रों की प्रतिभा !

शिक्षा एक बहुउद्देशीय वैचारिक प्रक्रिया है और वह छात्र-छात्राओं का सर्वागीण विकास करती है। शिक्षा न केवल इनकी सुप्त प्रतिभाओं का विकास करती है अपितु समाज व राष्ट्र के लिए उपयोगी प्राणी के रूप में इन्हे विकसित भी करती है। इसके पीछे शिक्षकों की भूमिका उल्लेखनीय है। यह बातें बुधवार को सरस्वती शिशु-विद्या मंदिर आनंद नगर के वार्षिकोत्सव पर मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा अधिकारी राम गोविन्द ने कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अनेक साधन हैं जिसमें विद्यालय मुख्य माध्यम है। विद्यालय द्वारा आयोजित शारीरिक प्रदर्शन अत्यंत प्रशंसनीय कार्य है। इस अवसर पर डांडिया नृत्य, साड़ी नृत्य, योगचाप, गुलाटी, बिच्छूचाल, कुर्सी दौड़, जलेबी दौड़, गुब्बारा युद्ध, दण्डयोग, डम्बल योग, अग्निचक्र तथा साइकिल से साहसिक प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम ने सभी दर्शकों को आश्चर्य चकित कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ.प्रदीप श्रीवास्तव, बाल गोविंद भारती, सम्भाग निदेशक प्रेमधर पाण्डेय, विजय पाण्डेय, डॉ. विनय कुमार संयुक्त रूप से दीप प्र“वलित कर किया गया। सरस्वती वंदना के बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य विमलेश मिश्र ने अतिथि परिचय कराया। संचालन आचार्य अवधेश पाण्डेय तथा आभार प्रकट विजय ने किया।