Tuesday, February 11, 2014

कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती

असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। प्रसिद्ध साहित्यकार व कवि हरिवंश राय बच्चन की उक्त पंक्तियों के साथ श्री नरहेजी पीजी कालेज नरहीं में संचालित बीएड व बीटीसी के छात्राध्यापकों का पांच दिवसीय स्काउट गाइड प्रशिक्षण शिविर सोमवार को शुरू हुआ। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य ललित किशोर उपाध्याय ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् व सर्वे भवंतु सुखिन: के सिद्धांत को आत्मसात करके ही सशक्त व अखंड भारत का निर्माण किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि राजेश कुमार सिंह ने कहा कि स्काउट गाइड का मूल कर्तव्य अपने जीवन को व्यवस्थित करते हुए आपदाग्रस्त समाज में व्यवस्था कायम कर सेवा भाव पैदा करना है। स्काउट गाइड के जिला संगठक सौरभ कुमार पांडेय ने आशा व्यक्त की कि छात्राध्यापक जीवनपर्यत समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करने में अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेगे। मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया। स्वास्तिका मिश्र, आशुतोष ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। मिथिलेश द्वारा प्रस्तुत देश भक्ति गीत होटों पर गंगा हो, हाथों में तिरंगा हो, में सभी के अंदर देश भक्ति का जज्बा भर दिया। बीएड की छात्रा ममता की प्रस्तुति भला कैसे भूलेंगे तुमको वतन को खूब सहरा गया। बीएड की ही सत्या तिवारी ने हे रोम, रोम में बसने वाले राम को सुनाकर भक्ति इस का संचार किया। समारोह को डा.अच्युतयानंद चौबे, राज कुमार, शोभा मिश्र, जय सिंह ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता डा.सुशीला सिंह व संचालन सोनम ने किया। विभागाध्यक्ष डा.केएम सिंह ने आभार प्रकट किया।

Monday, February 10, 2014

भूईपरी यात्रा कर लौटे शिव भक्त का स्वागत

सुल्तानगंज बिहार से 160 किमी देवघर होते हुए बासुकीनाथ झारखंड तक 19 दिनों में जमीन पर लेटते हुए ऐतिहासिक भूईपरी यात्रा करने वाले रसड़ा नीबू ग्राम के ब्रह्मालीन शिव भक्त प्रताप बाबा के शिष्य 23 वर्षीय नारद जी गाजीपुर का रविवार को रसड़ा पहुंचने पर जोरदार ढंग से स्वागत किया गया। इस दौरान फलाहार रहकर यात्रा करने वाले शिव भक्त को फूल मालाओं से लाद दिया गया। यह यात्रा दो माह की है किंतु यह आश्चर्य चकित कारनामे को अंजाम देने के बाद नारद जी ने इसे भगवान शिव का आशीर्वाद बताया। पुरानी संघत मंदिर पर हुए उनके स्वागत के मौके पर मन्नु सोनी, संतोष जायसवाल, लल्लू जी सोनी, मनोज, राजकुमार उर्फ फक्कड़ बाबा आदि शामिल थे।