Friday, December 31, 2010

बागी धरती को कांटे मिले तो कुछ फूल भी !

'वह बात क्या करूं जिसकी खबर ही ना हो, वह दुआ क्या करूं जिसमें असर ही ना हो, कैसे कह दूं तुझे लग जाए मेरी उमर, क्या पता अगले पल मेरी उमर ही ना हो..'। वक्त से बड़ा व उससे बलवान न कोई हुआ है और न होगा। यहीं फूलों का दामन है और यहीं कांटों की सेज भी। जिसने इसकी महत्ता को भांप लिया वह मुकद्दर का सिकंदर बन बैठा, जिसने इसकी अहमियत न समझी वह लकीर का फकीर बन गया। खुशियों की चाहत में वर्ष 2010 में बागी धरती को कुछ कांटे मिले तो कुछ फूल भी। आपराधिक वारदातों से मानवता जहां सिसकती रही वहीं प्रकृति की मार भी ओझवलिया नाव हादसे के रूप में हमें झेलनी पड़ी। इन सबके बीच 'अनमोल नगीने' के रूप में कुछ ऐसी भी प्रतिभाएं उभर कर सामने आयीं जिन्होंने अपने कृत्यों से महर्षि भृगु की सरजमीं को राष्ट्रीय फलक पर न सिर्फ भरपूर सम्मान दिलाया अपितु अपने नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित भी करा लिये।

सड़क हादसा: तिरुपति बाला जी के दर्शन को गये चिलकहर क्षेत्र के सपा विधायक सनातन पाण्डेय के परिवार के चार सदस्य तीन जनवरी को वहां हुई सड़क दुर्घटना में काल के गाल में समा गये थे।

अपराध: मनियर कस्बे में तीन जनवरी को किराना व्यवसायी सुदामा गुप्त को रंगदारी टैक्स के लिए बदमाशों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। 23 अप्रैल की दोपहर में दुबहर थाना क्षेत्र के धरनीपुर मोड़ पर बाइक सवार बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में भारतीय स्टेट बैंक की रामगढ़ शाखा के गार्ड नंदलाल सिंह व चपरासी गजाधर पाण्डेय को गोली मार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। इस दौरान उनके पास से बक्से में रखे दस लाख रुपये भी लूट लिये गये थे।

प्रकृति की मार: 14 जून की सुबह जनपदवासियों के लिए कहीं से सुखद नहीं रही। बागी भूमि रो पड़ी थी उस दिन। गंगा तट के ओझवलिया घाट पर मुण्डन संस्कार के दौरान हुए नाव हादसे में 63 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गयी थी। तब शवों से पट गया था पोस्टमार्टम हाउस। एक तरफ गंगा की लहरों से शव बाहर निकाले जा रहे थे तो दूसरी ओर एक के बाद एक चिताएं जलती जा रही थीं। नाव पर सवार 80 लोगों में से 17 को उस दिन जीवन दान मिला था।

घोटाला: जनपद में भ्रष्टाचार का पूरे साल बोलबाला रहा। खाद्यान्न घोटाला जहां सुर्खियों में रहा वहीं शिक्षा विभाग, समाज कल्याण समेत अन्य कई विभागों में गबन के मामले चर्चा में रहे। बैंकों से फर्जी हस्ताक्षर बनाकर लाखों की हेराफेरी का भी मामला भी प्रकाश में आया।

रेड रिबन एक्सप्रेस: अधिक भीड़ जुटा बलिया ने पूरे भारत में न सिर्फ पहला स्थान हासिल किया बल्कि पुरस्कार भी जीता। इस कामयाबी के पीछे प्रशासन के अलावा उन चेहरों को कतई नहीं भुलाया जा सकता जिन्होंने अपना भरपूर सहयोग देकर इस कार्यक्रम को अर्श की ऊंचाइयां दी। इस क्रम में पहला नाम आता है राष्ट्रीय चिकित्सा रत्‍‌न से नवाजे गये शारदा हास्पिटल के चिकित्सक डा.जेपी शुक्ल का।
खेलकूद: दो दिसम्बर को अमृतसर में खो-खो की सब जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में निधि को बेस्ट चेजर का अवार्ड मिला।

संवेदना की ऋचाएं हैं सुन्दर जी की रचनाएं !

साहित्य के शलाका पुरुष एवं काव्य पुरोधा जगदीश ओझा सुन्दर बलिया की माटी की सुगन्ध तो थे ही उनकी कविताएं चेतना से ओत प्रोत हैं। यह चेतना मात्र भाव संचार ही नहीं करती प्रत्युत एक वैचारिकी भी बन जाती है। उनकी समग्र रचना संवेदना की ऋचाएं हैं।

यह उद्गार डा.इन्द्रदत पाण्डेय के हैं। वह मानवीय साहित्यक मंच द्वारा भृगु मंदिर परिसर में आयोजित कविवर सुन्दर जी की 98वीं जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित जनों को सम्बोधित कर रहे थे। संचालक डा.भरत पाण्डेय ने सुन्दर जी को सर्वहारा का प्रतिनिधि रेखांकित करते हुए उनके विद्रोही स्वरों को उद्धृत किया 'चली ना घुरहुआ त देस नाही चली हो'। डा.जनार्दन राय ने 'मैं दर्दो के गीत न गाता खुद पीड़ा गाती है' उद्धृत करते हुए सुन्दर जी की काव्य सर्जना अक्षय संजीवनी शक्ति पीड़ा को निरूपित किया। जयन्ती समारोह को सम्बोधित व पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में प्रो.बनारसी राम, डा.जनार्दन चतुर्वेदी 'कश्यप', सीताराम पाण्डेय 'प्रशान्त', जेपी पाण्डेय, अनन्त प्रसाद राम भरोसे, अनुरोध यादव, अशोक ओझा आदि भी शामिल रहे।

प्रयोग के ऐन वक्त यूरिया का ब्लैक!

यूरिया के अभाव को लेकर किसान फ्रंट की त्वरित बैठक कार्यालय पर की गयी। खाद संकट को कृत्रिम बताते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन एवं प्राइवेट खाद विक्रेताओं की मिली भगत से ऐसा हो रहा है। ऐन खाद डालने के वक्त सहकारी दुकानों और बाजारों से यूरिया को गायब करने के पीछे महंगी व ब्लैक में मिलावटी यूरिया को बेचकर अधिकाधिक लाभ कमाने का लक्ष्य है। वक्ताओं ने कहा कि इससे जहां किसानों की खेती बरबाद होगी आम गरीब अन्न व भोजन से संकटग्रस्त होगा। वक्ताओं ने कहा कि ऐसा केवल स्थानीय मुनाफाखोरी व भ्रष्टाचार के कारण ही नहीं है बल्कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतिगत योजना के तहत कृषि को संकटग्रस्त किया जा रहा है ताकि किसान अपनी खेती मजबूरन देशी, विदेशी बड़ी कम्पनियों के हवाले कर दें। महाराष्ट्र, आन्ध्रप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा व पश्चिमी उप्र में ठेका खेती वाली नई कृषि नीति के तहत पूंजीवादी साम्राज्यवादी कंम्पनियों की बढ़ती कब्जेदारी को दिखाते हुए वक्ताओं ने कहा कि पूर्वी उप्र में भी वैसा ही करने के लिये खाद, बीज, बिजली, सिंचाई, डीजल की महंगाई, कभी किल्लत पैदा की जा रही है। यदि यूरिया तत्काल बाजार में सही रेट पर उपलब्ध नहीं करायी गयी तो आन्दोलन तेज किया जायेगा। हल्दी, रानीगंज, नगरा, फेफना आदि दर्जनों प्रमुख फ्रंट केन्द्रों पर बैठक कर संघर्ष भी रणनीति बनायी जाएगी। बैठक् में प्रनेश कुमार ंिसह, कलामुद्दीन, बलिराम सिंह, राम एकबाल, सुरेश जी, डा.रामानंद, शिवाजी, विनोद सिंह, जावेद, रामजनम, पिन्टू सिंह, अंजनी ठाकुर, विक्रमा आदि मौजूद थे। अध्यक्षता जनार्दन सिंह ने किया।

Sunday, December 26, 2010

ध्यान से दूर होती है मन की विकृति !

जिस प्रकार गंदे जल की सफाई के बाद कुंए से स्वच्छ जल निकलने लगता है उसी प्रकार अन्त:करण स्वच्छ होते ही व्यक्ति परमानंद रूपी जल से भर जाता है। उक्त बातें आर्ट आफ लिविंग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय योग शिविर के मेडिटेशन कोर्स की समाप्ति पर बंगलूर आश्रम से लौटे स्वामी आत्मानंद ने कही। शिविर में मौजूद आयकर निरीक्षक एके सिंह ने अनुभव सुनाते हुए बताया कि यहां जो शांति एवं आनंद की अनुभूति हुई है और कहीं नहीं मिली। चार्टड अकाउन्टेण्ट शेखर ने बताया कि सुख-चैन आदि बातें किताबों में पढ़ी थी जो यहां आने पर महसूस हुईं। अन्य प्रतिभागियों ने बताया कि आसन से शरीर शुद्ध होता है। प्राणायाम से सांस शुद्धि तथा प्राण शक्ति बढ़ती है। ध्यान से मन की विकृतियां दूर होती हैं। शिविर में सुशील भैया, डा.आशुतोष, रीतेश, चेतन, राजेश, रतन, परमेश्वरानंद, चंदना दीदी, रतन दीदी आदि का प्रमुख योगदान रहा। प्रसाद वितरण के बाद समापन हुआ।

Tuesday, December 14, 2010

--चालू नहीं करना था तो बनाये ही क्यों ?



घाघरा दियरांचल की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए कुसौरी कला ग्राम सभा में 6 महीने पूर्व लगभग 65 लाख की लागत से नवनिर्मित 4 बेड के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्साधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति नहीं होने से इसका लाभ दियरांचल की जनता को नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्रीय विधायक शिवशंकर चौहान के प्रयास से निर्मित इस केन्द्र के बनने से क्षेत्र की जनता में जितनी प्रसन्नता व्याप्त भी आज छ: महीने से इसके उद्घाटन की औपचारिकता नहीं पूर्व होने से ग्रामवासी उतने ही परेशान हैं। इस सम्बंध में कुसौरी कला के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान शिवचन्द्र प्रजापति का कहना है कि मेरे स्तर से इसे जल्द शुरू कराने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी को भी पत्र प्रेषित किया गया है। संतोष कुमार कहते है कि इसके शुरू नहीं होने के कारण क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक ग्राम सभाओं की 50000 जनता को रेवती अथवा सहतवार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दौड़ लगानी पड़ती है। लालचन्द रजक, सत्य प्रकाश पाण्डेय व सुभाष गुप्त का कहना है कि क्षेत्रीय विधायक श्री चौहान के प्रयास से दियरांचल की जनता को तोहफा तो मिल चुका है किन्तु उन्हे इसके उद्घाटन सम्बन्धी औपचारिकता की तरफ भी ध्यान देना चाहिए।

नये साल से शुरू हो जाएगा कामकाज

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रेवती के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.वीएम प्रसाद का कहना है कि बहुत जल्द यहां एक चिकित्साधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति होने वाली है। इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र प्रेषित किया गया है। नये साल से कुसौरी कलां का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र काम करना शुरू कर देगा।

भ्राता वही जो भाई की विपत्ति को बांटे न कि सम्पत्ति !

भाई वही है जो अपने भाई की विपत्ति को बांटे न कि पैतृक सम्पत्ति को। श्री हरिवंश बाबा इण्टर कालेज, पूर के प्रांगण में त्रिदिवसीय, कविलचक्रचूड़ा मणि महाकवि तुलसीदास कृत रामचरितमानस आधारित कथा वाचन के दौरान यह बातें पं.अमरनाथ त्रिपाठी ने कही। कथा का प्रारम्भ उन्होंने मानस नायक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की स्तुति से की।

कथा के माध्यम से उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति में मानव जीवन का उद्देश्य अध्यात्म के माध्यम से ईश्वर की प्राप्ति है जबकि पाश्चात्य संस्कृति भोगवादी है तथा उसका उद्देश्य अधिक से अधिक भौतिक संसाधनों की प्राप्ति है। अपने देश पर भी पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव पड़ा है। यद्यपि देश में भौतिककता का विकास हुआ किंतु नैतिकता का ह्रास हुआ। मानव जीवन दुर्लभ है। जो मानव अपने धर्म, संस्कृति एवं नैतिकता की रक्षा करता है उसका जीवन धन्य है अन्यथा उसका जीवन व्यर्थ है। कथा के माध्यम से उन्होंने नवयुवकों को राम और भरत के जीवन का अनुकरण करने के लिये कहा। मानस कथा के माध्यम से उन्होंने संयुक्त परिवार की सराहना की। संयुक्त परिवार का आदर्श राम के परिवार को बताया। तमोगुणी लोभ को परिवार विघटन का कारण बताया। मंथरा तमोगुणी लोभ का प्रतीक है और कैकेयी क्रियाशक्ति की। तमोगुणी लोभ के वृत्ति से आवृत्त कैकेयी ने अधार्मिक कृत्य किया जिसके परिणाम स्वरूप राम को 12 वर्ष का वनवास हुआ। अयोध्या वीरान हो गयी तथा राजा दशरथ के पुत्र शोक से मृत्यु हो गयी। कथा के माध्यम से उन्होंने बताया कि व्यक्ति के साथ केवल उसका धर्म ही जाता है न कि उसकी धन सम्पत्ति।

Monday, December 13, 2010

कलई खुल जाने के डर से नहीं लिखवा रहे दीवार पर नाम !

जिलाधिकारी का एक फरमान कोटेदारों के गले का फांस बन गया है। 90 फीसदी कोटेदारों ने अभी तक अपनी दुकानों पर अन्त्योदय व बीपीएल कार्ड धारकों की सूची को वाल पेन्टिंग नहीं कराया है। जानकार लोगों का मानना है कि वाल पेंटिंग करा दिये जाने से लम्बे अर्से से मलाई काट रहे दुकानदारों की कलई खुल जायेगी। बताते है कि कुछ ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां काफी संख्या में बीपीएल व अन्त्योदय कार्ड विभागीय मिली भगत से जारी किये गये हैं उन राशन कार्डो पर खाद्यान्न का उठान प्रतिमाह तो किया जाता है किन्तु कार्ड धार को पता नहीं है कि उनके नाम के राशन का उठान भी किया जाता है। यदि वालपेटिंग हो गयी तो कार्ड धारक जागरूक व सतर्क हो जायेंगे तथा अपने हिस्से का राशन भी मांगना शुरू कर देंगे। इस तरह दुकानदारों के सब किये कराये पर पानी फिर जायेगा। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व जिलाधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी ने निर्देश जारी कर कहा था कि सभी कोटेदारों को अपनी-अपनी दुकानों पर अन्त्योदय व बीपीएल कार्ड धारकों की सूची को वाल पेंटिग कराना आवश्यक है। इस आदेश के बाद कुछ कोटेदारों ने तो सक्रियता दिखाते हुए वालपेटिंग करा दिया किन्तु अधिकांश ने अभी तक ऐसा करना मुनासिब नहीं समझा है। इस सम्बंध में कोटेदारों का कहना है कि वाल पेन्टिंग के लिये पेन्टर ही नहीं मिल रहे हैं।

Sunday, December 12, 2010

आत्मनिर्भरता है अचूक आयुध !

जीवन में आत्म निर्भर होकर ही बड़ा लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। संसाधनों के अभाव में भी आत्मनिर्भरता अचूक हथियार साबित हो सकती है। रोवर्स रेंजर हमें यही सिखाता है। उक्त बातें गांधी महाविद्यालय मिड्ढा पर आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेन्द्र प्रताप शुक्ल ने कहीं। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि अमेरिका में एक अत्यन्त गरीब परिवार में जन्मे अब्राहमलिंकन को पढ़ने लिखने के लिए उपयुक्त साधन नहीं था। वे घर में खाना पकाने के लिए प्रयुक्त हाने वाले कोयले से लिखकर प्रारम्भिक वर्णाक्षरों का ज्ञान प्राप्त किये। बाद में वही लिंकन अमेरिका के राष्ट्रपति बने। श्री शुक्ल ने बताया कि भारत को जगतगुरु कहा जाता है लेकिन आज की परिस्थितियों में युवा भटकाव के दौर से गुजर रहे हैं। आशा व्यक्त की कि यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर छात्र- छात्राओं के जीवन को नयी दिशा देने में एक अच्छा प्रयास साबित हो सकेगा। शिविर में प्रशिक्षक अभिजीत तिवारी ने रोवर्स रेन्जर्स के उद्देश्यों के बताते हुए प्राशिक्षणार्थियों को सर्वप्रथम अनुशासन का पाठ पढ़ाया। प्रशिक्षिका डा. श्रीमती शकुन्तला श्रीवास्तव ने इस अवसर प्रशिक्षणार्थियों को शिविर के नियम बताये। प्रशिक्षण शिविर में 50 छात्र एवं 50 छात्राएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को स्कार्फ पहनाकर सम्मानित किया गया। मौके पर मुख्य रूप से प्राचार्य डा. राम गणेश उपाध्याय, प्रियेन्द्र राय, डा. मीरा पाण्डेय, अभिषेक कुमार व पुनिता यादव आदि उपस्थित रहीं।

Saturday, December 11, 2010

जीवन के लिए उपयोगी है मानस की चौपाइयां !

रामचरित मानस की एक-एक चौपाई मानव जीवन के लिए उपयोगी है और इन्हे मानव को आत्मसात करना चाहिए।
उक्त बातें उपेन्द्र नाथ द्विवेदी मानस किंकर जी ने कही। वह क्षेत्र के ब्रह्मलीन संत शिरोमणि सुदिष्ट बाबा की स्मृति में लगने वाले धनुष यज्ञ मेले में शनिवार को रामकथा के उद्घाटन अवसर पर श्रद्धालुओं को भक्ति का रसपान करा रहे थे। कथा का उद्घाटन ब्रह्मचारी सत्यानन्द जी ने फीता काटकर किया। उन्होंने रामकथा से पूर्व मंगलाचरण किया व राम कथा के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। किंकर जी ने स्पष्ट किया कि बगैर संत के ब्रह्म व जीव का मिलन नहीं होता। संत ब्रह्म व जीव मिलन के लिए सेतु का कार्य करते है। गुरू के आदेशानुसार शबरी ने सुग्रीव का पता बता दिया। वहां पर संतरूपी हनुमान ने जीवरूपी सुग्रीव को ब्रह्मरूपी राम से मिलकर मित्रता का सम्बन्ध स्थापित किया और सीता माता की खोज शुरू हुई तथा रावण का वध हुआ। इस मौके पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।

बालक्रीड़ा में बालिकाओं ने मारी बाजी !

शिक्षा क्षेत्र के बेरुआरबारी के परिषदीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों की क्षेत्रीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता जूनियर हाईस्कूल बेरुआरबारी के प्रांगण में पशु चिकित्साधिकारी डा.देवेन्द्र यादव के झंडा रोहण व मार्च पास्ट से प्रारम्भ हुआ जिसमें बालिकाओं ने बाजी मारी। पीटी व विशेष प्रदर्शन में बालिका वर्ग में जूनियर हाईस्कूल बेरुआरबारी प्रथम, जूनियर मैरीटार द्वितीय, बालक वर्ग में प्राथमिक विद्यालय शिवपुर प्रथम, भरखरा द्वितीय रहा। 100 मी. 200 मी. व 400 मी. रिले दौड़ में बालिकाओं ने बाजी मारी। कबड्डी में जूनियर वर्ग में बालिका जूनियर बेरुआरबारी, प्रथम व जूनियर मैरीटार द्वितीय, बालक में बेरुआरबारी प्रथम व भरखरा द्वितीय स्थान पर रहा। कार्यक्रम का समापन बच्चों में पुरस्कार व मिष्ठान वितरण के साथ किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शम्भू नाथ, मंत्री चन्द्रकांत पाठक, कोषाध्यक्ष हरिहर मिश्र, वीआरसी इन्द्रसेन, जयप्रकाश शर्मा, सुरेन्द्र दूबे, शालिनी शर्मा, कनक, सुरेन्द्र सिंह, अजय पाण्डेय का सहयोग सराहनीय रहा। ब्लाक व्यायाम शिक्षक अरविन्द शुक्ल ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया।

Thursday, December 9, 2010

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के विजेता पुरस्कृत !

गायत्री परिवार के तत्वावधान में बुधवार को स्थानीय जूनियर हाईस्कूल के प्रांगण में आयोजित समारोह में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। यह प्रतियोगिता पिछले वर्ष शांति कुंज हरिद्वार के संयोजकत्व में आयोजित की गयी थी जिसके विजेताओं को प्रमाणपत्र, पदक व अन्य पुरस्कारों से नवाजा गया। जनपद स्तर पर हुई प्रतियोगिता में कक्षा पांच में हर्षित कुमार, अंकित व अनिकेत चौबे, छह में आदित्य, निशा गुप्त व शुभम मिश्र, सात में रामा सिंह, किरन सिंह व सुभाष मिश्र, कक्षा आठ में जयशंकर, पूनम व अभिषेक पासवान, कक्षा नौ में रश्मि, देवेश कुमार व प्रिया, कक्षा 10 में प्रतिमा सिंह, पूजा मौर्य व रंजन कुमार, कक्षा 11 में अर्चना गुप्त, अमृता व माहेला नाज, कक्षा 12 में अंकिता राय, पूजा गुप्त व साधना को क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं तहसील सिकन्दरपुर स्तर पर कक्षा पांच में शारदानंद, अमीषा सिंह व रानी यादव, कक्षा 6 में अमरेश वर्मा, ऋचा व पूजा वर्मा, कक्षा सात में शैलेश कुमार, प्रवीण कुमार व तृप्ति वर्मा, कक्षा आठ में संतोष कुमार, सत्यम कुमार व रामजी, कक्षा नौ में आरती गुप्त, रामप्रकाश व नवनीत कुमार, कक्षा 10 में संदीप मौर्य, शालिनी व चन्द्रशेखर, कक्षा 11 में विशाल राय, रवि गुप्त व हिमांशु राय तथा कक्षा 12 में सुरैया, वंदिता आर्य व अम्बुज सिंह ने क्रमश: पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहते हुए पुरस्कार जीता। बतौर मुख्य वक्ता प्रवक्ता अखिलेश राय ने विजेताओं का उत्साहवर्धन करते हुए पुरस्कार बांटा। अध्यक्षता देवेन्द्र नाथ उपाध्याय ने की तथा संचालन लालबचन तिवारी ने किया।

द्वितीय विश्व युद्ध के सैनिकों व आश्रितों को मिला पेंशन चेक !

स्थानीय जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय परिसर में गुरुवार को एएसडीएम नरेश चन्द्र गुप्त ने द्वितीय विश्व युद्ध के 111 सैनिकों व उनकी पत्‍ि‌नयों को माह मार्च 2010 से अक्टूबर 2010 तक 2500 रुपये प्रतिमाह की दर से बीस-बीस हजार रुपये का चेक वितरित किया। श्री गुप्त ने इन सैनिकों द्वारा देश की आजादी में मिले सहयोग पर प्रकाश डालते हुए उनके त्याग और शौर्य की चर्चा की। बताया कि जनपद में द्वितीय विश्व युद्ध के 270 सैनिकों व उनकी विधवाओं को पेंशन दी जाती है। उन्होंने कहा कि जिन्हें उक्त अवधि का चेक प्राप्त नहीं हुआ है वे कार्यालय से सम्पर्क कर चेक प्राप्त कर सकते हैं।

Wednesday, December 8, 2010

इंसान वही जो दूसरों के लिए जीये !

अपने लिए तो सभी जीते हैं, इनसान वही है जो औरों के लिए जीए। जिले की महिला सामाजिक संस्था इनर व्हील ने एक ऐसा ही मिसाल कायम किया है। बलिया नगर की बनकटा मोहल्ला निवासिनी चन्द्रावती देवी (60) कूल्हे की बीमारी के चलते विगत तीन सप्ताह से बेड पर पड़ी हुई थी। धनाभाव के चलते उसका समुचित उपचार नहीं हो पा रहा था। इस बात की जानकारी इनर व्हील क्लब के सदस्यों को हुई तो उन्होंने सदर अस्पताल में जाकर उक्त महिला की समुचित उपचार कराने के साथ ही कृत्रिम कूल्हा बाजार से उपलब्ध करा दिया जिसे यहां के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा.पीके सिंह ने सफल आपरेशन कर कूल्हे का प्रत्यारोपण कर दिया। आपरेशन के पश्चात चन्द्रावती देवी स्वस्थ है और उसने इनर व्हील को साधुवाद दिया है। इस मौके पर इनर व्हील क्लब कीअध्यक्ष आशा पाण्डेय, सचिव जया सिंह, शैल अग्रवाल, ऊषा पाण्डेय उपस्थित रहीं।

Tuesday, December 7, 2010

बालकों में नगर , बालिकाओं में नवानगर ने मारी बाजी !

बलिया: परिषदीय विद्यालयों की जिला रैली के अंतर्गत हुई खो-खो प्रतियोगिता में नगर क्षेत्र ने बालकों में बाजी मारी वहीं बालिकाओं में नवानगर ने। उच्च प्राथमिक वर्ग के बालकों की 100 मीटर दौड़ में कृष्ण कुमार, 200 मी. में पवन, 400 मी. में संदीप, 600 मी. में कृष्ण कुमार, डिस्कस थ्रो में विनीत, गोला फेंक में कृष्ण कुमार, लम्बी कूद में रजनीश, ऊंची कूद में अनिल, योगा में नवानगर, जिमनास्टिक में पंदह, कबड्डी में सोहांव ने पहला स्थान हासिल किया। बालिकाओं की 100 मीटर दौड़ में प्रियंका, 200 मी. में पूजा गिरि, 400 मी. में पूजा गिरि, 600 मी. में वंदना, डिस्कस थ्रो में पूनम, गोला फेंक में पूनम, लम्बी कूद में पूजा गिरि, ऊंची कूद में खुश्बू, कबड्डी में मुरली छपरा ने विजेता होने का गौरव हासिल किया। इसी तरह प्राथमिक वर्ग में बालकों की 50 मी. में आनंद, 100 मी. में आंनद, 200 मी. में पवन, 400 मी. में दीपक, लम्बी कूद में अजीत, खो-खो में रेवती, कबड्डी में सोहांव की टीम अव्वल रही वहीं बालिकाओं की 50 मी. दौड़ में संजू, 100 मी. में संजू, 200 मी. में सलोनी, 400 मी. में कविता, लम्बी कूद में प्रियंका, खो-खो में रसड़ा, कबड्डी में रेवती, योगासन व जिमनास्टिक में रसड़ा की टीम ने बाजी मारी।

सेंट जेवियर्स को गोल्ड समेत दस मेडल!

सारनाथ के सम्राट अशोक पब्लिक स्कूल में पांच दिसम्बर को सम्पन्न हुई आल यूपी ओपेन कराटे चैम्पियनशिप में सेंट जेवियर्स स्कूल के छात्रों ने एक गोल्ड समेत दस पदक हासिल कर जनपद का मान बढ़ाया। विनय चौधरी ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपने वर्ग में जहां गोल्ड मेडल झटका वहीं प्रीतम वर्मा, शैलेश यादव, आलोक यादव व अमन सिंह को रजत तथा मनीष सिंह, रोशन गुप्त, पवन यादव, स्वतंत्र सिंह व अरविन्द यादव को कांस्य पदक मिला। इस दौरान संस्थान के कराटे प्रशिक्षक एलबी रावत को आल इण्डिया कराटे डू फेडरेशन द्वारा ब्लैक बेल्ट प्रदान किया गया। बता दें कि वह इस जनपद में एआईकेएफ से प्रथम ब्लैक बेल्ट विजेता है। विद्यालय के प्रबंध निदेशक एसबीएन तिवारी, कोआर्डिनेटर अभिनव तिवारी समेत सभी अध्यापकों ने इन विजेताओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

Monday, December 6, 2010

वर्तमान परिवेश में पर्यावरणीय शिक्षा आवश्यक !

पर्यावरणीय शिक्षा वर्तमान भौतिक परिवेश में अति आवश्यक है। बच्चों को पर्यावरण के बारे में भावनात्मक जागरूकता के लिए शिक्षण विधि अपनानी होगी। उक्त सलाह सोमवार को टाउन डिग्री कालेज के शिक्षक विभाग द्वारा पुरातन नूतन छात्र सम्मेलन में आयोजित वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पर्यावरण शिक्षा की प्रासंगिकता विषयक विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने देते हुए कहा कि चारों ओर फैले पर्यावरण प्रदूषण को दूर करने के लिए यह बहुत प्रासंगिक है। कालेज के प्रबंधक राकेश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से महाविद्यालय के क्रियाकलापों का समाज पर सार्थक प्रभाव पड़ता है। शिक्षक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डा.रमाशंकर ने संगमन में पुराने छात्रों के अनुभव का लाभ नये छात्रों एवं अध्यापकों को मिलता है। शुभारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य डा. वीके सिंह ने दीप जलाकर किया। प्रमुख रूप से डा.संजय कुमार, डा.ओमकार सिंह, डा.शिव बहादुर सिंह ने सहभागिता की।

मनोज अध्यक्ष ऋषिकांत महामंत्री

शिक्षा परिषद टाउन डिग्री कालेज बलिया के सत्र 2010-11 का चुनाव सोमवार को हुआ। इसमें अध्यक्ष मनोज कुमार यादव एवं महामंत्री ऋषिकांत सिंह चुने गए। उपाध्यक्ष कंचन पाण्डेय, कोषाध्यक्ष शिवशंकर श्रीवास्तव, सत्येन्द्र मिश्र सांस्कृतिक मंत्री एवं संयोजक डा. शिव बहादुर सिंह चुने गए। इसके अलाव राकेश कुमार सरोज, संजय कुमार, दिनेश यादव, रामायन यादव, अभिषेक सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, शम्भूनाथ यादव, दीपिका, अनीता, गौतम, प्रेमचन्द कार्यकारिणी सदस्य चुने गये।

Thursday, December 2, 2010

अफसर बन जनपद का नाम किया रोशन !

बलिया: विकास खंड मनियर अंतर्गत मुकुंदपुर मानिकपुर निवासी ज्ञानप्रकाश पाण्डेय ने एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया में जूनियर एक्जीक्यूटिव आफिसर के पद पर चयनित होकर जनपद का नाम गौरवान्वित किया है।
बता दें कि ज्ञानप्रकाश ने हाईस्कूल व इंटर की शिक्षा नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर माल्देपुर से क्रमश: 84.5 व 75 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण किया था। बीएससी करने के बाद 2009 में ज्ञानप्रकाश ने इलाहाबाद से बीटेक (इलेक्ट्रानिक्स) की शिक्षा हासिल की। ज्ञानप्रकाश की इस सफलता पर नागाजी विद्यालय के प्राचार्य विजय शंकर पाण्डेय व आचार्यो ने प्रसन्नता व्यक्त की है।