Monday, December 13, 2010

कलई खुल जाने के डर से नहीं लिखवा रहे दीवार पर नाम !

जिलाधिकारी का एक फरमान कोटेदारों के गले का फांस बन गया है। 90 फीसदी कोटेदारों ने अभी तक अपनी दुकानों पर अन्त्योदय व बीपीएल कार्ड धारकों की सूची को वाल पेन्टिंग नहीं कराया है। जानकार लोगों का मानना है कि वाल पेंटिंग करा दिये जाने से लम्बे अर्से से मलाई काट रहे दुकानदारों की कलई खुल जायेगी। बताते है कि कुछ ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां काफी संख्या में बीपीएल व अन्त्योदय कार्ड विभागीय मिली भगत से जारी किये गये हैं उन राशन कार्डो पर खाद्यान्न का उठान प्रतिमाह तो किया जाता है किन्तु कार्ड धार को पता नहीं है कि उनके नाम के राशन का उठान भी किया जाता है। यदि वालपेटिंग हो गयी तो कार्ड धारक जागरूक व सतर्क हो जायेंगे तथा अपने हिस्से का राशन भी मांगना शुरू कर देंगे। इस तरह दुकानदारों के सब किये कराये पर पानी फिर जायेगा। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व जिलाधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी ने निर्देश जारी कर कहा था कि सभी कोटेदारों को अपनी-अपनी दुकानों पर अन्त्योदय व बीपीएल कार्ड धारकों की सूची को वाल पेंटिग कराना आवश्यक है। इस आदेश के बाद कुछ कोटेदारों ने तो सक्रियता दिखाते हुए वालपेटिंग करा दिया किन्तु अधिकांश ने अभी तक ऐसा करना मुनासिब नहीं समझा है। इस सम्बंध में कोटेदारों का कहना है कि वाल पेन्टिंग के लिये पेन्टर ही नहीं मिल रहे हैं।

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