भारतीय मूल के अमेरिकी मौसम वैज्ञानिक पद्मश्री डा.जगदीश शुक्ल ने पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के निमित्त अनोखी पहल की है। इसकी शुरुआत उनके पैतृक गांव जनपद के विकास खंड बेरुआरबारी अंतर्गत मिड्ढा गांव से होगी।
उनकी पहल पर इस ब्लाक के चार विद्यालयों क्रमश: गांधी महाविद्यालय मिड्ढा, प्राथमिक विद्यालय मिड्ढा, प्राथमिक विद्यालय शिवपुर व उच्च प्राथमिक विद्यालय बेरुआरबारी में मध्याह्न भोजन 'अमेरिकन सन ओवन' से बनेगा।
श्री शुक्ल द्वारा भेजे गए चार ओवन उनके गांव मिड्ढा पहुंच भी चुके हैं। प्रत्येक संयंत्र की कीमत करीब बीस-बीस लाख बताई जा रही है। अमेरिका से आई रीका सालोन संबंधित विद्यालयों में तैनात रसोइयों को इन संयंत्रों को संचालित करने व रखरखाव के गुर सिखाएंगी। इन संयंत्रों के माध्यम से तीन घंटे में दो सौ लोगों का भोजन तैयार हो जाएगा। रीका सालोन के साथ आए आईटी कानपुर के हरिशंकर व रांची के लोकेश के अनुसार धूप न होने की स्थिति में यह संयंत्र एलपीजी के माध्यम से भी संचालित हो सकेगा।
गांधी महाविद्यालय के प्रबंधक श्रीराम शुक्ल व समाजसेवी महेंद्र प्रताप शुक्ल ने मंगलवार को बातचीत के दौरान को बताया कि ये संयंत्र संबंधित विद्यालयों को उपलब्ध करा दिए गए हैं। वहीं रीका सालोन ने बताया कि इन संयंत्रों को यहां भेजने के पीछे डा.जगदीश शुक्ल की मंशा है कि लोगों में सौर ऊर्जा के प्रति जागरुकता बढ़े। इसका फायदा यह होगा कि पर्यावरण संरक्षण में काफी मदद मिलेगी। उधर गांधी महाविद्यालय में इन संयंत्रों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ लगी रही और वे इनके बारे में रीका सलोन से विधिवत जानकारी लेते दिखे।
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