Tuesday, October 8, 2013

सीता को चोंच मारकर जयंत ने गंवाई आंख !

रसड़ा (बलिया): रसड़ा की सुप्रसिद्ध रामलीला के पांचवें दिन मंगलवार की शाम श्रीराम द्वारा जयंत का अंग-भंग किए जाने की जीवंत लीला को देखने के लिए हजारों दर्शकों की भीड़ जमा रही। स्टेडियम की तर्ज पर बने रसड़ा रामलीला मैदान में राम, सीता व लक्ष्मण द्वारा वन गमन के दौरान इंद्रदेव का पुत्र जयंत पक्षी का रूप धारण कर राम की परीक्षा लेने की नीयत से सीता के पैर में चोंच मारकर लहूलुहान कर देता है। इस नजारे को देख राम अचंभित होकर सीता से इसका पूरा हाल जानते हैं। तत्पश्चात जयंत को मारने के लिए वाण छोड़ देते है। जयंत अपनी जान बचाने के लिए अनेक देवी देवताओं की शरण में जाता है किंतु सभी दुत्कार देते है कि तुमने मां सीता का अपमान किया है। अंत में नारद मुनि के कहने पर वह श्रीराम के चरणों में गिरकर माफी मांगने लगता है। सीता के कहने पर राम को दया आती है और सिर्फ उसका एक आंख भंग कर छोड़ देते हैं। इस भाव पूर्ण लीला को देखकर राम की दयालुता पर दर्शक नारे लगाने लगे। इसके बाद वन गमन के दौरान सती अनसुइया से मुलाकात होती है और वह सीता को नारी का विधिवत ज्ञान देकर मार्गदर्शन करती है। इस दौरान मेले में सरकस, चर्खी, जादूगर आदि मनोरंजन कार्यक्रमों को देखने के लिए हजारों की भीड़ जुटी रही। इस अवसर पर मेला कमेटी के अध्यक्ष संजय जायसवाल, अरविंद उर्फ विपू पाडे, टुना जी आदि पदाधिकारियों की सराहनीय भूमिका रही।

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