भूलना व स्मरण ये दोनों मस्तिष्क की अनूठी विशेषताएं हैं परंतु कुछ सूत्रों को अपनाकर निरंतर अभ्यास करते रहने से मस्तिष्क की स्मरण शक्ति में अभिवृद्धि की जा सकती है।
यह बातें विषय विशेषज्ञ दिलीप राय ने कही। वह यहां सन् फ्लावर पब्लिक स्कूल गढि़या-रसड़ा में शनिवार को बीआईआरडी लखनऊ द्वारा आयोजित भूलना भूल जाएंगे विषयक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यशाला में जहां कक्षा छह से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया वहीं विद्यालय के सभी शिक्षक भी मौजूद रहे। डा. राय ने बताया कि प्रकृति ने हमारे मस्तिष्क की संरचना पूर्ण विकसित कंप्यूटर के रूप में की है। स्मरण शक्ति को विकसित करने के लिए अनेक वैज्ञानिक शोध हुए हैं जिससे हम अतीत और वर्तमान के गणीतिय गणना को पलक झपकते ही अपने स्मरण पटल पर ला सकते हैं। कार्यशाला में उपस्थित अन्य विशेषज्ञों ने प्रश्नोत्तर विधि अपना कर विषय को सरल ढंग से बच्चों के समक्ष प्रस्तुत किया। विद्यालय की निदेशक ममता श्रीवास्तव, प्रबंधक एनपी श्रीवास्तव ने भी कार्यशाला में बच्चों को मनोवैज्ञानिक व कंप्यूटर से संबंधित कई जानकारियां दीं। कार्यशाला में प्रशासक नंदलाल मौर्य, पूनम सिंह, आरती सिंह, सरिता श्रीवास्तव, ओमप्रकाश राजेश, विजय शंकर, भगवान गुप्ता, शैलेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।
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