Monday, March 16, 2009

बोर्ड परीक्षा : नकल माफियाओं के लिए प्रवासी परीक्षार्थी बने कामधेनु

बलिया। नगरा व भीमपुरा क्षेत्र में नकल महोत्सव अब पूरे शबाब पर पहुंच गया है। नकल माफियाओं के लिए प्रवासी परीक्षार्थी कामधेनु बन गये हैं। प्रवेश, प्रवेश पत्र, परीक्षा में शुल्क के बाद रविवार को विभिन्न विद्यालयों में शारीरिक परीक्षा के नाम पर भी पैसे लिए गये। इसके लिये प्रवेश लेने वाले विद्यालयों के प्रबंधक द्वारा शनिवार को ही परीक्षा केन्द्रों पर जाकर शारीरिक परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को पैसे के साथ आने के लिए कह दिया गया था।

दूसरी ओर बोर्ड परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों पर तैनात केन्द्र व्यवस्थापक केवल रबर स्टाम्प बनकर रह गये हैं। सच्चाई तो यह है कि अधिकतर परीक्षा केन्द्रों के अन्दर पैसे का लेन-देन कर लिया जा रहा है। पैसे का लेन-देने करने वालों से यदि किसी अधिकारी ने परिचय पूछ दिया तो अपने को केन्द्र व्यवस्थापक या सहायक केन्द्र व्यवस्थापक भी बताने से ये गुरेज नहीं करते।

बैरिया प्रतिनिधि के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने की तमाम कवायद बेअसर साबित हो रही है। बोलकर नकल कराने के कई मामले खुद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पकड़े। कापियों में एकरूपता मिल रही है। लाख चेतावनी के बावजूद विषय के अध्यापक कक्ष निरीक्षण कर रहे है। कक्ष निरीक्षकों के पास मोबाइल मिलना तो आम बात है। क्षेत्र में कई परीक्षा केन्द्रों का यही हाल है।

बताते चलें कि गणित की परीक्षा हो चुकी है, विज्ञान का प्रथम प्रश्नपत्र भी हो चुका है। नकलचियों ने आधा रास्ता पार कर लिया है। अब अंग्रेजी की परीक्षाएं समाप्त होने का इंतजार है।

सूत्र बताते है कि परीक्षा कक्ष में बोलकर नकल करायी जा रही है। क्षेत्र के कई विद्यालयों में नकल कराने के लिए बाकायदा परीक्षार्थियों से वसूली भी की जा रही है जिसमें प्रथम व द्वितीय श्रेणी के लिए अलग-अलग धनराशि निर्धारित की गयी है।

ब-पेस्ट

केन्द्र व्यवस्थापक ने कहा: लापरवाही के लिए विभाग जिम्मेदार

मनियर , निप्र: स्थानीय विकास खण्ड क्षेत्र के मानकी देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोड़वली माफी केन्द्र कोड 19248 पर माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र द्वारा संचालित हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षा हेतु आरडीएचएसएस चन्द्रहान त्रिवारा ताड़ीबड़ागांव के 279 परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक दिन पूर्व 1 मार्च की रात को डीआईओएस बलिया द्वारा भेजा गया किन्तु इनका एवार्ड ब्लैंक जांच पत्र एवं अन्य प्रपत्र विभागीय अधिकारियों द्वारा केन्द्र व्यवस्थापक को अब तक प्राप्त न हो सका जिस कारण इनकी कापियां बिना एवार्ड ब्लैंक के भेजी जा रही हैं। शनिवार को प्रथम पाली की परीक्षा में औचक निरीक्षण के दौरान मादे उमावि गोड़वली माफी केन्द्र पर पहुंचने पर पता चला कि उक्त विद्यालय के अनुक्रमांक 2685328 से 2685607 तक के छात्रों की कापियां बिना एवार्ड ब्लैंक के भेजी जा रही हैं। इस संबंध में केन्द्र व्यवस्थापक बासुदेव पर्वत ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही हमने डीआईओएस से उपयुक्त जगह न होने की बात कही थी फिर भी उन्होंने कहीं भी बैठाकर परीक्षा लेने को कहा और अब तक हमारे केन्द्र पर इन परीक्षार्थियों का एवार्ड ब्लैंक एवं अन्य प्रपत्र उपलब्ध न हो सका। उन्होंने बताया कि इन परीक्षार्थियों की कापियां बिना एवार्ड ब्लैंक के भेजे जाने से उनका भविष्य मझधार में है। केन्द्र व्यवस्थापक ने एवार्ड ब्लैंक एवं अन्य प्रपत्र प्राप्त न होना विभागीय अधिकारियों की लापरवाही बताया। इसे लेकर परीक्षार्थी काफी डरे हुए हैं।

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