Monday, July 6, 2009

शिक्षा में आमूल परिवर्तन समय की मांग

बलिया। क्षेत्र के प्रकाश विद्या एकेडमी हुसेनपुर के प्रांगण में रविवार को आयोजित शिक्षा कल और आज विषयक गोष्ठी में वक्ताओं ने वर्तमान शिक्षा पद्धति में आमूल परिवर्तन पर बल दिया। वक्ताओं ने कहा कि पुरातन शिक्षा पद्धति जहां बच्चों के सम्पूर्ण बौद्धिक विकास के साथ ही उनमें अनुशासन व राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करती थी वहीं आज की शिक्षा पद्धति में उसका सर्वथा अभाव है। मुख्य अतिथि के रूप में प्रबंधक ओम प्रकाश सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिन्ता व्यक्त करते हुए शिक्षा पद्धति को सरल बनाने पर जोर दिया। शिक्षा को विकास का पर्याय बताया तथा कहा कि लड़कियों को शिक्षित करने के साथ ही उन्हे व्यावसायिक शिक्षा देकर ही सामाजिक व आर्थिक असमानता को दूर किया जा सकता है। वरिष्ठ पत्रकार मुश्ताक अहमद ने देश में जारी मैकाले शिक्षा पद्धति को समाप्त कर समान शिक्षा व्यवस्था लागू करने की मांग की। पठन-पाठन के गिरते स्तर पर चिन्ता व्यक्त करते हुए अधिकाधिक रोजगार परक शिक्षा के साथ ही बच्चों में अनुशासन व देशभक्ति की भावना जागृति करने पर जोर दिया। धनंजय राय, सुमन्त कुमार, सत्यनारायण आदि ने भी विचार रखे। अध्यक्षता सीता राम यादव एवं संचालन डा. बालकृष्ण यादव ने किया।

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