Wednesday, July 1, 2009

अविश्वास प्रस्ताव: विपक्ष को खानी पड़ी मुंह की

बलिया। क्षेत्र पंचायत नगरा के प्रमुख निर्भय प्रकाश के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायद में जी जान से जुटे विपक्ष को बुधवार को उस समय मुंह की खानी पड़ी जब 77 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से 32 अनुपस्थित हो गए। विगत एक वर्ष से अविश्वास प्रस्ताव लाने में जुटे विपक्ष के धुरंधरों की सारी रणनीति धवस्त हो गयी। प्रमुख खेमे में यह सूचना मिलते ही नगरा बाजार में जमकर पटाखे छोड़े गए व मिठाइयां बांटी गयी।

बताते चलें कि प्रमुख का विपक्षी खेमा कुल 115 क्षेत्र पंचायतों में से 77 सदस्यों का हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्र अविश्वास प्रस्ताव हेतु जिलाधिकारी बलिया को सौंपा था। जिलाधिकारी ने उन 77 सदस्यों का हस्ताक्षर प्रमाणित करने हेतु एक जुलाई की तिथि निर्धारित कर जिला पंचायत राज अधिकारी आनन्द प्रकाश त्रिपाठी को इस प्रक्रिया के लिए अधिकृत किया था। इधर ब्लाक प्रमुख निर्भय प्रकाश भी अपनी कुर्सी बचाने के लिए रात-दिन एक किए हुए थे। प्रमुख की मेहनत रंग लाई और 32 सदस्य अनुपस्थित हो गए। हालांकि विपक्षी खेमा 45 के अतिरिक्त करीब एक दर्जन क्षेत्र पंचायत सदस्यों को बलिया ले गया था किंतु शपथ पत्र पर पहले से हस्ताक्षर न होने के कारण वे अविश्वास प्रस्ताव हेतु हस्ताक्षर प्रमाणित होने की प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाए। विदित हो कि इससे पहले भी कई बार प्रमुख के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की गई किंतु हर बार विपक्ष को निराशा ही हाथ लगी। इस अविश्वास प्रस्ताव के ड्रामे का सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह रहा कि विपक्ष का नेतृत्व करने वाले सदस्यों ने जिन पर साथ देने का भरोसा किया था वहीं सदस्य अंतिम समय में बेवफा साबित हुए।

नगरा की जनता की जीत

नगरा : अविश्वास प्रस्ताव हेतु हस्ताक्षर प्रमाणित होने की प्रक्रिया में विपक्ष की करारी पराजय के बाद उत्साह से लवरेज ब्लाक प्रमुख निर्भय प्रकाश ने 'जागरण' को बताया कि हमारी जीत नगरा क्षेत्र की जनता व क्षेत्र पंचायत सदस्यों के प्रेम व आशीर्वाद का परिणाम है। विकास कार्यो के मामले में नगरा विकास खण्ड अन्य ब्लाकों की अपेक्षा काफी आगे है। उन्होंने विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया तथा सहयोग के लिए बीडीसी सदस्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

डीएम के आने पर निर्णय

बलिया: नगरा प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव पर निर्णय जिलाधिकारी सैंथिल पाण्डियन सी के आने के बाद ही हो पाएगा। उक्त जानकारी देते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी आनन्द प्रकाश त्रिपाठी ने बताया अविश्वास प्रस्ताव पर 77 सदस्यों के हस्ताक्षर थे जिसके सापेक्ष बुधवार को हस्ताक्षर प्रमाणन के क्रम में 45 सदस्य ही उपस्थित हुए। अविश्वास वाले सदस्य 15 और नए सदस्यों को साथ लाए थे। उनका हस्ताक्षर भी प्रमाणित करा लिया गया लेकिन जिलाधिकारी के जनपद से बाहर रहने के कारण निर्णय नहीं हो पाया।

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