Monday, July 27, 2009

भोले के भक्तों ने रचा इतिहास !

देवघर [जासं]। श्रावणी मेले की तीसरी सोमवारी को देवघर में कांवड़ियों की भीड़ ने इतिहास रच दिया। पिछले सोमवार को जहां मंदिर से 12 किमी लंबी कतार लगी थी, वहीं इस बार यह कतार 16 किमी लंबी हो गई। तीसरे सोमवार को देवघर और बासुकिनाथ में ढाई लाख कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया।

देवघर स्थित भोले बाबा की मंदिर में हर साल सावन के महीने में लाखों शीवभक्त बाबा को जल चढ़ाने के लिए आते है। इस मंदिर में लोगों के विश्वास का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शिव भक्त सुल्तानगंज से जल भरकर 120 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर भोले बाबा को जल चढ़ाते है। जल भरने के बाद शिव भक्त दो टोलियों में बंट जाते है, एक सामान्य बम व दूसरा डाक बम। डाक बम जब जल भरकर चलते हैं तो रास्ते में बिना रुके देवघर में बाबा को जलाभिषेक करते है। वहीं सामान्य बम के लिए ऐसा कुछ नहीं है। सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर जाने के क्रम में भक्तों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

इस साल मंदिर से करीब 16 किमी लंबी कतार को देखकर प्रशासन और स्थानीय लोग हतप्रभ थे। दिन भर शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया।

महिलाओं की लंबी कतार को देखकर प्रशासन उन्हें पूजा-अर्चना के लिए पहले भेजने लगा। इस पर कुछ पुरुष कांवड़ियों ने प्रशासन विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए और सड़क पर उतर आए। उन्होंने सड़क जाम कर दिया। भीड़ को देखते हुए उपायुक्त मस्तराम मीणा ने अधिकारियों को कांवड़ियों को प्रवेश गेट के पास ही रोकने के निर्देश दिए। साथ ही भीड़ के चलते दोपहर बाद से लगातार पुरुषों की कतार चलाई गई। जिसके बाद हालात कुछ हद तक काबू आए।

No comments:

Post a Comment