Monday, July 27, 2009

श्रावणी पंचमी पर घरों में पूजे गए नाग देवता !

बलिया। भगवान भोले नाथ के गले की शोभा बढ़ाने वाले शेषनाग की पूजा रविवार को पूरे जनपद में श्रद्धा के साथ की गई। प्रात: काल ही घरों की विधिवत साफ-सफाई के पश्चात पूरे मकान के बाहरी हिस्से पर गाय के गोबर से सीमांकन किया गया, नाग बनाए गए, दूध और लावा चढ़ाकर नाग देवता को प्रसन्न करने हेतु पूजन अर्चन किया गया। रविवार को हर घर में नाग पंचमी पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ मनायी गयी। घर में पूजा अर्चन करने के बाद गांव के बाहर हनुमान जी की प्रतिमा और मन्दिरों के बाहर ध्वज बदले गये तथा अखाड़ा पूजन की रस्म भी अदा की गयी। पहलवानों ने हाथ भी आजमाए। नाग पंचमी के दिन रस्म के हिसाब से अखाड़ों के पूजन करने का रिवाज है। पहले इस दिन गांवों में बडे़ पैमाने पर दंगल आयोजित किये जाते थे लेकिन अब यह औपचारिकता ही रह गयी है। गांव की मिट्टी में पलने वाले पहलवानों के लंगोट आज के दिन ही उतारे जाते हैं और रस्म अदायगी के बाद पुन: रख दिये जाते हैं।

No comments:

Post a Comment