Thursday, July 30, 2009

बाबा बिन्देश्वर नाथ के दरबार से खाली नहीं लौटता सवाली !

बलिया। ब्लाक मुख्यालय से लगभग 4 किमी पूरब सुरहा ताल के किनारे मैरीटार गांव में स्थित बाबा बिन्देश्वर नाथ का मंदिर लोगों के बीच आज भी आस्था व विश्वास का केन्द्र बना हुआ है। इस मंदिर में जिसने भी सच्चे मन से मुराद मांगी, बाबा ने उसकी मनोकामना पूरी कर दी। कोई खाली हाथ वापस नहीं लौटा। एक बार पूरे गांव में पशु-पक्षी से लेकर मानव तक के जीवन पर संकट आ गया, पशुओं के साथ मानव भी असमय काल के गाल में समाने लगे तब इससे घबराकर गांव के लोग इस संकट से छुटकारा पाने के लिए सन्तों की शरण में गये। संतों ने सीता-राम नाम की प्रभातफेरी निकालने की सलाह दी तब से यह परम्परा बाबा बिन्देश्वर नाथ के मंदिर से कार्तिक मास के प्रथम से माघ पूर्णिमा तक पचासों साल से चली आ रही है। तभी से गांव में खुशहाली के साथ-साथ काफी विकास हुआ। इधर दो वर्षों से बाबा बिन्देश्वर नाथ के जलाभिषेक का सिलसिला बड़ी तेजी से प्रचलन में आया है। गांव से सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष गंगा घाट बलिया से पैदल कांवर से जल भर उनका अभिषेक कर रहे हैं। इस वर्ष भी काफी संख्या में महिलाएं, बच्चे व पुरुष बाबा बिन्देश्वर नाथ के मंदिर में जलाभिषेक कर रहे है। बाबा के प्रति क्षेत्र में काफी श्रद्धा व अटूट विश्वास है।

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