Thursday, August 13, 2009

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव : कहीं जश्न तो कहीं चलती रही तैयारी !

बलिया । द्वापर युग में भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने को लेकर पूरे जनपद में उहापोह की स्थिति बनी रही। कहीं-कहीं भगवान का जन्मोत्सव गुरुवार की रात में ही मनाया गया लेकिन अधिकांश स्थानों पर यह उत्सव शुक्रवार की रात में मनाया जायेगा। जहां-जहां त्यौहार शुक्रवार को मनाया जाना है वहां तैयारी जोरशोर पर चल रही है। अतातायी राजा कंश का वध करने वाले भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद महीने में अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में बुधवार के दिन हुआ था। ऐसा धर्म शास्त्रों में वर्णित है। राजा वसुदेव और देवकी की आठवीं संतान का अभ्युदय चूंकि कारागार में हुआ था इसी लिए यह उत्सव थानों और कारागारों में मनाया जाता है। हालांकि उत्सव मनाने को लेकर संशय की स्थिति बहुधा रहती है। क्योंकि श्रद्धालु भादों महीना और अष्टमी तिथि के साथ रोहिणी नक्षत्र को भी देखते हैं और यदि तीनों के साथ बुधवार दिन मिल जाये तो यह उत्सव और ही मंगलकारी हो जाता है। लेकिन इन्हीं तिथियों के मिलान में यह त्यौहार कभी-कभी दो दिन मनाया जाता है। कमोबेश इस वर्ष भी यही हालात है। कुछ जगह यह उत्सव गुरुवार की रात मनाया गया तो कुछ जगह तैयारी अंतिम दौर में रही।

आरपीएफ बैरक में प्रकट हुए कृपाला

भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव स्थानीय रेलवे सुरक्षा बल के बैरेक स्थित मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया। शाम से ही मंदिर परिसर में भजन कीर्तन का कार्यक्रम चलता रहा। यहां आधी रात को भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक केएन झा के अलावा एसआई देवेन्द्र सिंह एएसआई वीएन पाण्डेय, लवकुश प्रसाद, उमेश सिंह, राजेश सिंह, अखिलेश सिंह, एके यादव सहित सभी कर्मचारी लगे रहे।

No comments:

Post a Comment