Monday, August 31, 2009

मैनेजर हत्याकाण्ड का पर्दाफाश, शरणदाता पूर्व प्रधान गिरफ्तार !

बलिया । जनपद पुलिस के स्पेशल आपरेशन गु्रप ने लगभग एक माह पूर्व मनियर में हुए मैनेजर हत्याकाण्ड का पर्दाफाश सोमवार को कर दिया। इस क्रम में बदमाशों को शरण देने वाले अजनेरा गांव के पूर्व प्रधान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पूरे घटनाचक्र में कई चौंकाने वाले नाम भी प्रकाश में आये हैं। पुलिस इन सबकी गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है। पुलिस अधीक्षक ने इस चर्चित प्रकरण का खुलासा करने वाली टीम को ढाई हजार रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है। टीम ने इस घटना में बदमाशों द्वारा प्रयुक्त मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया है।

बताते चलें कि एक अगस्त को मनियर कस्बे से कोल्ड स्टोरेज पर आते समय दो मोटर साइकिल पर सवार चार बदमाशों ने मैनेजर ब्रज किशोर सिंह को गोलियों से भून कर उन्हे मौत की नींद सुला दिया था। इस घटना में एक बदमाश भी मारा गया था। इसके पास से एक पिस्टल, प्रयुक्त मोटरसाइकिल व मोबाइल पुलिस ने बरामद किया था। इस बदमाश की शिनाख्त सुनील कुमार सिंह उर्फ पट्टूं यादव निवासी सुराई थाना मुबारक पुर जिला आजमगढ़ के रूप में की गयी थी। उसके बाद पुलिस ने बदमाश के मोबाइल फोन से सर्विलांस के सहारे इस घटना चक्र में शामिल लोगों तक पहुंचने का प्रयास शुरू कर दिया। पूरे घटनाचक्र का अपने कार्यालय पर खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक चन्द्र प्रकाश ने बताया कि बदमाश के मोबाइल फोन के सीडीआर का अध्ययन-विश्लेषण करने पर शशि भूषण पाण्डेय पुत्र बरमेश्वर निवासी आसचौरा का नम्बर वार्ता करते पाया गया। पुलिस ने इसको उठा कर पूछताछ शुरू कर दी। इसने बताया कि हमारे ही गांव के शातिर अवनेन्द्र सिंह उर्फ मजले बाबू देवता नंद एक अगस्त की सुबह उसकी मोटरसाइकिल नम्बर यूपी 605-2145 मांग कर ले गया और मांगने पर उसने बारह दिन बाद वाहन उसके पास पहुंचाया। इसी बीच अवरेन्द्र भाग गया। पुलिस ने उसके छोटे भाई उदय सिंह उर्फ छोटा बुआ से पूछताछ की। उसने पुलिस को बताया कि उसका भाई अवरेन्द्र ने ब्रज किशोर सिंह की हत्या के लिए बदमाशों की व्यवस्था में मुख्य भूमिका निभायी। इसके लिए वह बबलू सिंह उर्फ सतीश सिंह निवासी सराय लखन्सी, राम सिंह राणा उर्फ छोटू निवासी चकरा हलधरपुर, कमलेश राजभर उर्फ केके निवासी कारीसाथ घोसी जनपद मऊ व सुनील उर्फ पट्टूं से लगातार सम्पर्क में रहा। मैनेजर की हत्या के लिए बदमाशों को पांच लाख रुपये की सुपारी दी गयी थी। पुलिस को बताया कि मेरे भाई ने ही इन बदमाशों को अजनेरा निवासी पूर्व प्रधान राणा सिंह के यहां ठहरने की व्यवस्था की थी। इस बात का खुलासा होते ही पुलिस ने पूर्व प्रधान राणा को घोघा चट्टी से उठा लिया। पूर्व प्रधान ने बताया कि अवरेन्द्र ने इन लोगों को मेरे पास लाकर मोबाइल फोन से मनियर निवासीगण पप्पू सिंह व बदमाश अजय सिंह से बात करायी थी। इन दोनों ने बदमाशों को शरण देने के लिए कहा था। बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के बाद हथियार व मोटरसाइकिल मेरे घर पर ही छोड़ दिया और पैदल ही निकल गये। चार दिन बाद एक बदमाश यहां आकर दो तमंचा, दो पिस्टल, कारतूस व मोटरसाइकिल ले गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बृज किशोर सिंह की हत्या की योजना मनियर के पप्पू सिंह, अजय सिंह व आसचौरा के अवनिन्द्र सिंह तथा अजनेरा के पूर्व प्रधान राणा सिंह ने ही बनायी थी। इस घटना को अंजाम देने के लिए भाड़े के बदमाशों को बुलाया गया था। कहा कि जल्द ही इनके अन्य साथियों को भी गिरफ्त में ले लिया जायेगा। इस घटना के पीछे ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान की रंजिश बतायी जा रही है।

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