Thursday, September 10, 2009

निरीक्षण के दौरान एबीएसए ने पकड़ीं खामियां !

बलिया। पहले से ही बेपटरी हुई नगरा क्षेत्र की प्राथमिक शिक्षा अब आन्दोलनों की भेंट चढ़ने लगी है। आन्दोलन के कारण आये दिनों स्कूलों में छुट्िटयां कर दी जा रही हैं। गत माह प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह व बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के बीच हुयी मारपीट की घटना के दौरान हुए आन्दोलन में कई दिनों तक प्राथमिक स्कूल बंद रहे। अब ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों के आंदोलन में शरीक होने के चलते गुरुवार को अधिकतर प्राथमिक विद्यालय बंद हो गये। हालांकि शिक्षक संघ के आह्वान के बाद भी आधे प्राथमिक स्कूल खुले रहे। गुरुवार को स्थिति यह रही कि बच्चे विद्यालय पर पहुंचे किन्तु बंद होने के कारण घर की राह पकड़ लिये। अभिभावक भी शिक्षकों को कोसते रहे। अभिभावकों का कहना था कि रोज-रोज बंदी के चलते ही प्राइमरी स्कूल के बच्चे बीच में ही स्कूल छोड़कर प्राइवेट स्कूलों में चले जा रहे हैं। एक तरफ जहां प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिये गये थे वहीं दूसरी तरफ सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी रविशंकर यादव ने करीब आधा दर्जन परिषदीय प्राथमिक व मान्यता प्राप्त प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर तमाम खामियां पकड़ीं। एबीएसए ने 'जागरण' को बताया कि 7:50 बजे प्राथमिक विद्यालय परशुरामपुर पर जाने के बाद सहायक अध्यापक जयराम सिंह व राजीव शुक्ल उपस्थित हुए। पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर परशुरामपुर में राम अवधराम अनुपस्थित पाये गये जबकि बीर बहादुर राम, दीनानाथ यादव व जमीला खातून करीब 8 बजे विद्यालय पर पहुंचीं। अम्बेडकर अनुसूचित प्राथमिक विद्यालयताड़ी बड़ागांव में प्रधानाध्यापक लालवचन राम दो दिन से लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। सहायक अध्यापक राम अवतार, विनोद अनुपस्थित पाये गये। एमडीएम बन रहा था। प्राथमिक विद्यालय वीर चन्द्रहा के प्रधानाध्यापक से पूछने पर न्यूनतम शैक्षिक दक्षता की जानकारी नहीं थी। एबीएसए ने बताया कि दोषी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट दे दी गयी है।

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