Wednesday, September 16, 2009

कर्म ही जीवित रखता है व्यक्ति को : राम विचार !

बलिया। कर्म को कोई मिटा नहीं सकता, कर्म ही व्यक्ति को जीवित रखता है। उक्त विचार वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी रामविचार पाण्डेय के है जिन्होंने स्थानीय रेलवे स्टेशन परिसर में वरिष्ठ साहित्यकार, कवि एवं सामाजिक चिंतक स्व.हरिहर ओझा तरुण के लिए आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्व.ओझा की कृतियां सदा अमर रहेगी। उन्होंने समाजवाद के स्थापना के लिए सदैव संघर्ष किया। उनकी लेखनी और उनके द्वारा रचित नाटक युवाओं एवं समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने रहेगे। वहीं जेपी विचार मंच के नेता द्विजेन्द मिश्र ने कहा कि ओझा जी ने समाज के लिए जो संघर्ष, त्याग किया वह किसी से छिपा नहीं है। उनके विचार समाज को नयी दिशा देंगे। भाकपा के नेता श्रीराम चौधरी ने उन्हे सच्चा कम्युनिस्ट और क्रांतिकारी योद्धा कहा। रामराज तिवारी और शुभ्रांशु शेखर पाण्डेय ने उनकी कविताओं को सुनाकर उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा को देवनारायण पाण्डेय, राजेंद्र चौधरी, डा.एम इलियास, विजय सिंह, रामकृष्ण यादव सीपीएम, रजनीश राय, नियाज अहमद आदि ने सम्बोधित किया एवं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अध्यक्षता राम निवास तथा संचालन माले नेता लक्ष्मण यादव ने किया। सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखकर उन्हे श्रद्धांजलि दी गयी।

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