Monday, September 14, 2009

तीन तरफ बिहार से घिरा नौरंगा टापू से कम नहीं !

बलिया। 21वीं सदी में जहां पूरी दुनिया अपने आप को हाईटेक समझने लगी है, कोई कम्प्यूटर शिक्षा से जुड़ रहा है तो कोई विभिन्न तकनीकी शिक्षा को अपना रहा है वहीं दूसरी तरफ बैरिया तहसील क्षेत्र में एक ऐसी ग्राम पंचायत है जहां 'राम के चिरई, राम के खेत, खा ल चिरई भर-भर पेट' वाली कहावत सटीक रूप से चरितार्थ हो रही है। इस ग्राम पंचायत को अम्बेडकर गांव के रूप में चयनित किया जा चुका है और जिला प्रशासन द्वारा इसे विकास से संबंधित बिन्दुओं से संतृप्त भी किया जा चुका है लेकिन केवल कागजों में ही जिसके फलस्वरूप इस गांव में शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी लोग आज भी वंचित हैं।

द्वाबा विधान सभा क्षेत्र के गंगा उस पार अम्बेडकर गांव नौरंगा की कहानी किसी टापू के कम नहीं है। यह गांव तीन ओर से बिहार से घिरा हुआ है किन्तु बिहार में भी जाने के लिए ग्रामीणों को 12-15 किलो मीटर तक की दूरी पैदल ही तय करनी पड़ती है और वह भी पगडंडी से होकर। गांव में एक अदद खड़ंजा भी नहीं है। चिकित्सा के नाम पर तो यहां सिर्फ झोला छाप डाक्टर ही कार्यरत है सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है। बिजली के नाम पर सौर ऊर्जा की व्यवस्था है जरूर लेकिन गरीबों व दलितों के घर में अंधेरा ही कायम रहता है। गांव में 150 इंडिया मार्का हैन्डपम्प हैं किन्तु इनमें से एक सौ से अधिक हैन्डपम्प खराब पड़े है जिनकी मरम्मत के लिए किसी भी स्तर पर कोई प्रयास नहीं हो रहा है। जो ठीक हैं वे भी शुद्ध पानी की जगह आर्सेनिक के रूप में जहर ही उगल रहे है। फिर भी ग्रामीणों की मजबूरी इसी जल को पीना है। ऐसा नहीं है कि प्रशासन ने विकास के लिए यहां धन नहीं भेजा लेकिन पता ही नहीं चल पा रहा कि ये धन आखिर गया कहां और किस मद में खर्च हुआ। विडम्बना यह कि इस बारे में बताने वाला भी कोई नहीं।

नौरंगा गांव के लोगों का कहना है कि राशन कार्ड, इन्दिरा आवास, शौचालय आदि के मामले में बदहाली के तौर पर यह ग्राम पंचायत अव्वल है कारण कि कई गरीब ऐसे है जिन्हे न तो इन्दिरा आवास और न ही लाल कार्ड का लाभ मिला है जबकि बहुत से धनी लोग भी इन्दिरा आवास का धन अपने नाम आवंटित कराए है। कुछ ऐसे मामले भी सामने आयें है जिसने सबको चौंका दिया। पत्‍‌नी के नाम से लाल कार्ड पंचायत की ओर से जारी किए गए है तो जिला प्रशासन की ओर से बंदूक व राइफल का लाइसेंस जारी किया गया है

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