Saturday, November 6, 2010

वैभव लक्ष्मी संग गणेश को नमन !

धन सम्पदा वैभव की देवी लक्ष्मी और सर्वमंगल के देव गणेश की कार्तिक की अमावस्या दीपावली पर सविधि पूजन अर्चन किया गया। व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजा की धूम रही। सुबह से ही पूरी तैयारी के साथ पूजा की व्यवस्था की गयी। रात होते ही वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भगवती लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा कर कलश स्थापन किया गया। सविधि आह्वान के साथ, दुग्ध, घृत, मधु, गंगाजल से स्नान करा वस्त्र उपवस्त्र समर्पित कर एकत्रित सामग्री से षोड्शोपचार पूजन अर्चन किया गया। प्रतिमाओं के सामने कलश स्थापित कर घी का दिया जलाकर भक्तों ने अभ्यर्थना की। कमल पुष्पों, मालाओं के साथ ही गंध, धूप, दीप आदि समर्पित किया गया। लक्ष्मी गणेश की पूजा हर घर में साम‌र्थ्य के अनुसार मूर्तियां व पूजन सामग्री खरीद कर की गयी। सोने, चांदी, पीतल की प्रतिमाओं के अलावा बाजार में कई मुद्राओं मे ंउपलब्ध मृदा प्रतिमाओं को घरों में स्थापित कर पूजन अर्चन किया गया। इसके पूर्व साम‌र्थ्यनुसार घरों का रंग-रोगन, सफाई-धुलाई करके पवित्र किया गया था। पूजन-अर्चन, आरती के बाद कतिपय प्रतिष्ठानों, घरों में रात्रि जागरण भी किया गया। इस मौके पर ग्रामीण क्षेत्रों में मूर्तियां स्थापित कर पण्ड़ालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ।

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