Wednesday, November 17, 2010

कायम रखें राष्ट्रीय एकता व सद्भाव !

कभी-कभी बच्चे भी कुछ ऐसा कर जाते है जो बड़ों के लिए प्रेरणादायक बन जाता है। ऐसा ही नजारा दिखा सोमवार की रात पुलिस लाइन में आयोजित बलिया महोत्सव में। जंग-ए-आजादी की प्रथम आहुति व बागी भूमि के सपूत अमर शहीद मंगल पाण्डेय की स्मृति में आयोजित इस महोत्सव के दौरान बच्चों की कलाकृतियों ने उमड़े जन सैलाब के वजूद को न सिर्फ झकझोरा अपितु उन्हे राष्ट्रीय एकता व सद्भाव कायम रखने के लिए सब कुछ न्यौछावर कर देने की नसीहत भी दी। स्थानीय लोक कलाकारों ने तो इन कलाकृतियों को तहे दिल से सराहा ही, गैर प्रांतों से आये विभिन्न विधाओं के दिग्गजों ने भी इनकी मेधा को सलाम किया। दाद देनी होगी जिलाधिकारी सेंथिल पाण्डियन सी की जिन्होंने पिछले 13 नवम्बर को राजकीय बालिका इण्टर कालेज में सम्पन्न हुई चित्रकला प्रतियोगिता के दौरान विभिन्न आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं द्वारा बनायी गयी कलाकृतियों की भी प्रदर्शनी अंतिम समय में बलिया महोत्सव में लगवायी।

चित्रकला व भाषण प्रतियोगिता के विजेता पुरस्कृत

प्रदेश के संस्कृति मंत्री सुभाष पाण्डेय ने सोमवार को बलिया महोत्सव के मंच पर चित्रकला व भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हुनर को प्रोत्साहन देने की जरूरत है। ऐसा करने से न सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि उनमें छिपी प्रतिभा भी उजागर होगी। बता दें कि चित्रकला प्रतियोगिता के अंतर्गत प्रथम समूह में होलीक्रास के मो.कैफ, द्वितीय समूह में होलीक्रास की अवंजला, तृतीय समूह में जीआईसी के इरशाद अहमद व चतुर्थ समूह में टीडी कालेज के मनीष गुप्त ने प्रथम स्थान हासिल किया। वहीं भाषण प्रतियोगिता में प्रथम समूह में होलीक्रास की ईशिता सिंह, द्वितीय समूह में संयुक्त रूप से होलीक्रास की शिवांगी सिंह व महर्षि बाल्मीकि विद्यालय के अनुराग वर्मा, तृतीय समूह में संयुक्त रूप से केंद्रीय विद्यालय की प्रतीक्षा यादव व होलीक्रास की एमन अंजुम तथा चतुर्थ समूह में कुंवर सिंह महाविद्यालय की श्रेया चतुर्वेदी अव्वल रहीं। जिलाधिकारी की पुत्री हमशिखा ने चित्रकला प्रतियोगिता के पहले समूह में दूसरा स्थान हासिल किया। ये प्रतियोगिताएं राजकीय इण्टर कालेज बलिया के कला अध्यापक डा.इफ्तेखार खां की देखरेख में आयोजित की गयी थी। भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका एसडीएम सदर संतोष कुमार वर्मा, क्षेत्रीय सांस्कृतिक निदेशक वाराणसी डा.लवकुश द्विवेदी, शिव कुमार कौशिकेय, डिप्टी कलेकटर मुनव्वर अली व जीजीआईसी की प्रधानाचार्य श्रीमती दुलेश्वरी राय तथा चित्रकला प्रतियोगिता में एसडीएम बैरिया समीर वर्मा, श्रीमती संगीता, नुरुल हक, हरिशंकर प्रसाद व डा.लवकुश द्विवेदी ने अदा की।

डा.इफ्तेखार सम्मानित

कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदेश के संस्कृति मंत्री सुभाष पाण्डेय ने राजकीय इण्टर कालेज बलिया के कला अध्यापक डा.इफ्तेखार खां को सम्मानित किया। बता दें कि चित्रकला के क्षेत्र में डा.इफ्तेखार खां के योगदान को कतई भुलाया नहीं जा सकता। उत्तर प्रदेश के 34 समकालीन चित्रकारों की सूची में इनका स्थान छठवें नम्बर पर है। इसके साथ ही इनके मार्गदर्शन में बलिया की प्रतिभाएं लगातार सात वर्षो से उत्तर प्रदेश में चैम्पियन बनने का गौरव हासिल करती चली आ रही है।

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