Friday, May 22, 2009

आशाओं से लेते काम पर नहीं देते भुगतान !

बलिया। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन द्वारा संचालित जननी सुरक्षा योजना के तहत 2007-08 में संस्थागत प्रसवोपरान्त लाभार्थी व आशा कार्यकत्रियों को मिलने वाली प्रोत्साहन धनराशि का वितरण आज तक न किये जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। सूत्रों की माने तो वर्ष 2007-08 में जननी सुरक्षा योजना के लिए प्राप्त करीब 6 लाख रुपये का बन्दरबांट कर लिये जाने की आशंका जतायी जा रही है। आशा कार्यकत्रियों ने जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उप्र शासन को पत्र भेजकर प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की और न होने की दशा में आन्दोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। पत्र में कहा गया है कि शासन द्वारा लाभार्थी को 1400 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में, आशा को 600 रुपये प्रतिपूर्ति राशि के रूप में दिया जाता है। वर्ष 2007-08 का लाभार्थी व आशा को मिलने वाली धनराशि का वितरण अब तक नहीं किया गया है इसे लेकर अक्टूबर 2008 में क्षेत्रीय जनता व आशा कार्यकत्रियों द्वारा धरना प्रदर्शन भी किया गया था। प्रदर्शन में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मंसूर अहमद ने आकर समस्या के समाधान हेतु आश्वासन दिया था। जनवरी वर्ष 2009 में पल्स पोलियो कार्यक्रम के दौरान नगरा पहुंचे अपर मुख्य चिकित्साधिकारी का ध्यान पुन: इस ओर दिलाया गया तो उन्होंने कहा कि 2007-08 का चेल नवम्बर 2008 में ही काटकर दे दिया गया है। आशाओं ने पत्र में तत्कालीन प्रभारी चिकित्साधिकारी व लिपिक पर धनराशि के गोलमाल करने का आरोप भी लगाया है। जब इस प्रकरण के सम्बन्ध में वर्तमान प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रामानन्द सिद्धार्थ से पूछा गया तो उन्होंने पूरी जानकारी देने में असमर्थता प्रकट किया।

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