Friday, May 22, 2009

23 की जगह 14 किलो दे रहे गेहूं, रेट सात रुपये !

बलिया। शासन द्वारा एपीएल (पीले) कार्ड धारकों को भी प्रतिमाह 23 किलों गेहूं दिए जाने की घोषणा से एपीएल कार्ड धारकों में काफी हर्ष व्याप्त है। किंतु राशन दुकानदारों द्वारा 23 किलो की जगह 14 किलो तथा 6.60 रु. की जगह 7 रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं दिए जाने से एपीएल कार्ड धारकों मेंगहरा आक्रोश व्याप्त है।

इस संबंध में कोटेदारों का कहना हे कि गत 8 मई को जिलापूर्ति अधिकारी बलिया सीएल सरोज को नगर के 2751 एपीएल कार्ड धारकों की सूची दी गयी किंतु मात्र 1754 एपीएल कार्ड धारकों को ही गेहूं एलाट किया गया है। ऐसे में सभी एपएल कार्ड धारकों को संतृप्त करने के लिए 14 किलो प्रति एपीएल कार्ड खर्च को जोड़ते हुए 7 रुपया प्रति किलो दिया जा रहा है। इस संबंध में क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक दयाशंकर श्रीवास्तव ने बताया कि एपीएल कार्ड धारकों के भारी विरोध को देखते हुए प्रति कार्ड 23 किलों गेहूं बांटने हेतु नगर के कोटेदारों को निर्देशित किया गया है।

गेहूं का आर्डर मिला हो रही नोंकझोंक

सिकंदरपुर : लम्बे समय बाद एपीएल कार्ड धारकों को शासन द्वारा कोटे की दुकानों के माध्यम से खाद्यान्न प्रदान किए जाने से जहां उनमें प्रसन्नता है वहीं कोटेदारों द्वारा आर्थिक शोषण और घटतौली से उनमें आक्रोश भी है। दशकों बाद गरीबी रेखा से ऊपर के कार्ड धारकों को शासन के निर्देशानुसार मई माह में प्रति कार्ड 23 किलोग्राम गेहूं प्रदान किया जा रहा है। इसका मूल्य प्रति किलोग्राम छ: रुपया 50 पैसा निर्धारित है। प्रशासन का सख्त आदेश है कि कोटेदार निर्धारित दर से अधिक पैसा कार्ड धारकों से न लें। बावजूद इसके कतिपय कोटेदार गेहूं तो कम दे ही रहे हैं कार्ड धारकों से उसका मूल्य साढ़े छ: रुपये के बजाय 7 रुपये 15 पैसे नाजायज तरीके से वसूल रहे हैं। घटतौली और अधिक मूल्य को लेकर अक्सर कार्ड धारकों और कोटेदारों के बीच नोंकझोंक के साथ ही मारपीट तक की नौबत आ जा रही है।

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