Thursday, May 14, 2009

गंगा : अस्तित्व रक्षा के लिए करो या मरो का एलान !

बलिया। मैदानी इलाके में अस्तित्व खो रही गंगा के अविरल धारा प्रवाह तथा उसकी निर्मलता के लिए आध्यात्मिक चिंतन संस्थान बलिया अब करो और मरो का रास्ता अख्तियार करेगा। इसकी शुरूआत 18 मई को बक्सर के रामरेखा घाट स्थित धर्मशाला से राष्ट्रीय सेमिनार के बहाने गंगा बचाओ की आवाज बुलंद करके की जायेगी। उक्त घोषणा गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान (राष्ट्रीय) के प्रभारी एवं आध्यात्मिक चिंतन संस्थान के संरक्षक रमाशंकर तिवारी ने गुरुवार को मिश्रनेवरी में संस्थान के कार्यालय में आयोजित गंगा आंदोलन के उद्देश्य को परिभाषित करने के क्रम में की।

कहा गंगा दशहरा के दिन जनपद के प्रत्येक गंगाघाट पर गंगा भक्त सफाई करेगे। उस दिन प्रात: 8 बजे गंगा मुक्ति के लिए विशाल हवन का आयोजन होगा तथा संध्या के वक्त गंगा आरती होगी। अध्यक्षता कर रहे डा. जनार्दन राय ने कहा कि बलिया के गंगा भक्त नरोरा बांध से हाईकोर्ट के निर्णय के अनुसार जल छोड़े जाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनायेंगे। इस अवसर पर अध्यक्ष जगन्नाथ तिवारी, शिक्षक नेता शशिकांत चतुर्वेदी, श्रीकांत चौबे, मनीष कुमार सिंह, डा. शुभजीत चटर्जी, नीरज, कृष्णा जी पटेल, दुर्गेश राय, अजय राय, विनायक जी यादव, चन्दन प्रसाद, ओमप्रकाश पाण्डेय, सत्यप्रकाश यादव सहित कई लोगों ने विचार रखे। संचालन प्रधानाचार्य चन्द्रभूषण पाण्डेय ने किया।

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