Tuesday, May 12, 2009

बाल मनोविज्ञान ही शिक्षा का मूल आधार !

रसड़ा (बलिया), निप्र। समीपवर्ती ग्राम कमतैला में सोमवार को एक नये प्राथमिक विद्यालय महात्मा बुद्ध चिल्ड्रेन स्कूल का उद्घाटन श्रीमती फुलेहरा स्मारक स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय के प्रबन्धक गोविन्द नारायण सिंह ने ग्रामीण जनों की उपस्थिति में फीता काटकर किया।

इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि सभी भाषाओं के अध्ययन व शोध का अवसर प्राप्त होना चाहिए। बालक के विकास में प्राथमिक विद्यालयों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए उन्होंने कहा कि शिशु शिक्षा के लिए आकर्षक एवं परिष्कृत वातावरण का सृजन करना चाहिए।

इसके पहले मुख्य अतिथि ने फीता काटकर विद्यालय के नये सत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों की उपादेयता को रेखांकित करते हुए बाल मनोविज्ञान को शिक्षण पद्धति का मूल आधार बताया और कहा कि शिशुओं के कोमल भावनाओं, अन्तर्निहित क्षमताओं और उनकी कलात्मक अभिरुचियों को परखकर उनके अनुसार शिक्षा प्रदान करने से ही शिक्षा की सार्थकता है।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि वीर बहादुर वर्मा ने इस विद्यालय के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की। लालबहादुर, कुंज बिहारी, भुनेन्द्र वर्मा, अजय सिंह, पिंटू सिंह, भूपेन्द्र सिंह समीम अन्सारी तथा हरे राम सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किये। प्रधानाचार्य रवीन्द्र कुशवाहा ने अतिथियों का अभिवादन कर क्षेत्र वासियों से सहयोग की अपेक्षा की। प्रबन्धक देवेन्द्र कुमार कुशवाहा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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