Wednesday, April 15, 2009

ईवीएम में आज बंद हो जायेंगे उम्मीदवारों के भाग्य

बलिया। लोक सभा सामान्य निर्वाचन 09 के प्रथम चरण के गुरुवार को होने वाले मतदान के साथ ही इस चुनावी महासमर में भाग्य आजमा रहे 16 उम्मीदवारों के तकदीर के फैसले ईवीएम में बंद हो जायेंगे। दिलचस्प बात यह कि इस संसदीय सीट पर कुल सोलह प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं और मतदाता भी कुल सोलह लाख हैं। देखना यह है कि जब 16 मई को मतगणना होगी तो सोलह के आंकडे़ में चारों तरफ से घिरी बलिया सीट से कौन प्रत्याशी दिल्ली पहुंचेगा। नये परिसीमन के बाद बदले भूगोल में बलिया और गाजीपुर जनपद की पांच विधान सभाओं का यह क्षेत्र बैरिया विधान सभा के मांझी से शुरू होकर मुहम्मदाबाद विधान सभा के हसनपुरा तक फैला है। इतने बड़े क्षेत्र के 16833118 मतदाता अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव करेगे। बैरिया विधान सभा में कुल 339095 मतदाता हैं जिसमें पुरुषों की 191140 तथा महिलाओं की संख्या 146868 है। यहां सर्वाधिक सर्विस मतदाता हैं जिनकी संख्या 1087 है। इनमें 702 पुरुष तथा 385 महिलाएं हैं। इस तरह कुल 191842 पुरुष तथा 147253 महिलाएं इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेगे। विधान सभा क्षेत्र बलिया नगर में कुल 357329 वोटर हैं जिसमें 201694 पुरुष मतदाता और 155635 महिला मतदाता हैं। यहां सर्विस वोटरों की संख्या 954 है। बलिया जिला मुख्यालय इसी विधान सभा के अंतर्गत है। इसलिए इस विधान सभा में जागरूक मतदाता ज्यादा हैं। बात करें विधान सभा फेफना की तो यहां सबसे कम वोटर 310081 हैं जिसमें 616 पुरुष सर्विस मतदाताओं को मिलाकर कुल 168124 पुरुष तथा 322 महिला सर्विस वोटर मिलाकर 141957 महिलाओं के पास मत देने का अधिकार है। इस तरह बलिया जनपद में तीन विधान सभा मिलाकर कुल 1006505 मतदाता हैं जिसमें पुरुष 561660 तथा महिला 444845 हैं। गाजीपुर के जहूराबाद विधान सभा में 324993 मतदाता पहलीबार बलिया संसदीय सीट पर अपना योगदान देंगे। जिसमें पुरुष 173414 तथा महिला 151579 हैं इसके अलावा सर्विस मतदाता 408 पुरुष व 194 महिला मिलाकर 602 भी शामिल हैं। विधान सभा मुहम्मदाबाद के 347262 मतदाता भी बलिया लोक सभा सीट पर पहली बार वोट करेगे जिसमें पुरुष 652 सर्विस मतदाता मिलाकर 187594 तथा महिला 325 सर्विस मतदाता मिलकर कुल 151668 हैं।

पांचो विधान सभा के कुल मतदाताओं को मिलाकर सोलह प्रत्याशियों में से किसी एक को दिल्ली की पंचायत में भेजना है जिसका फैसला 16 मई की मतगणना के बाद ही होगा। गुणा-गणित, शाह-मात के इस राजनीतिक खेल में बादशाहत किसे मिलेगी यह अभी भविष्य के गर्भ में है।

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