Thursday, April 2, 2009

आग ने फिर मचायी तबाही, धर्मापुर की राजभर बस्ती राख

बलिया। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में बीते 24 घण्टे के दौरान आग ने जमकर तबाही मचायी।

चितबड़ागांव प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय थाना अन्तर्गत धर्मापुर गांव की राजभर बस्ती में अचानक लगी आग से दो दर्जन से अधिक परिवार बेघर हो गये। अगलगी में एक गाय, एक बकरी भी जलकर मर गयी। चितबड़ागांव से लगभग चार किमी पश्चिम स्थित धर्मापुर ग्राम पंचायत की राजभर बस्ती में दिन में लगभग 2 बजे गांव के पश्चिम छोर पर स्थित झोपड़ी में अचानक आग लग गई। देखते-देखते आग की लपटे कच्चे मकानों, रिहायशी झोपड़ियां एवं अन्य सामानों को लीलने लगी। पछुआ हवा ने आग में घी का काम किया। राजभर बस्ती के तपेसर पुत्र हरिद्वार, संजय, वीरेन्द्र, मोती, मुन्ना राजभर, बुधिया चन्द्रदेव, जनार्दन, सुखरनियां विधवा राजबली, योगेन्द्र, बबलू, टुनटुन, इन्द्रदेव, कीनू, शिववचन, रामसेवक, रवींद्र, रमेश, रामपति, धर्मदेव तथा रामदेव का सब कुछ स्वाहा हो गया। तपेसर जीराखन की भैंस एवं पड़ियां झुलस गयी। सब कुछ स्वाहा होने के बाद अगिन् शमन की गाड़ी पहुंची। मौके पर थानाध्यक्ष अपने हमराहियों के साथ डटे रहे। सूचना पाकर बसपा प्रत्याशी संग्राम यादव, सपा के चितरंजन सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग सहानुभूति प्रकट करने पहुंचे।

पकवाइनार प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से सटे मुख्य राजधानी मार्ग के किनारे एक ढाबे में बुधवार की रात आग लगने से हजारों रुपये का सामान जलकर खाक हो गया।

बताते है कि ढाबा मालिक भोला सिंह, छोला सिंह रात में ढाबा बन्द कर सो रहे थे कि इसी बीच ढाबे में किसी प्रकार से आग लग गयी। ढाबा मालिकों एवं ग्रामीणों ने कीमती सामानों को निकालने का काफी प्रयास किया इसके बावजूद उसमें रखे हजारों रुपये का सामान जलकर राख हो गया।

इन्दपुर प्रतिनिधि के अनुसार बलेसरा गांव में सत्यदेव सिंह के खेत में आग लगने से सैकड़ों बोझ गेहूं की खड़ी फसल जल कर राख हो गयी। जब तक फायर बिग्रेड वहां पहुंचता तब तक ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था।

सुखपुरा प्रतिनिधि के अनुसार आसन गांव में गुरुवार की शाम को विद्युत शार्ट सर्किट से एक पक्के मकान में आग लग गयी जिससे उसमें रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने किसी तरह से आग को शांत किया। बताते हैं कि शाम को जैसे ही बिजली आयी जनेश्वर सिंह के मकान के तार से आग की लपटें निकलने लगीं। जब तक लोग आग से अपने को बचाते चिंगारी ने बिकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीणों ने किसी तरह से पोल से मकान के अंदर गए तार को तोड़ा। इसके बाद आग को काबू में करने के लिए जुट गए। आग ने लाखों की सम्पत्ति को खाक में मिला डाला।

बांसडीह प्रतिनिधि के अनुसार सारंगपुर में बुधवार की शाम आग लगने से दो दर्जन परिवारों का आशियाना खाक हो गया। सूचना के उपरांत डेढ़ घण्टे बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी आने से पीड़ित परिवारों में आक्रोश देखा गया। मौके पर पहुंचे क्षेत्र पंचायत प्रमुख उमाशंकर पाठक व उनके सहयोगियों सहित प्रधान दिनेश प्रसाद एवं ग्रामीण आग बुझाने में जुटे रहे। बुधवार की शाम सात बजे सारंगपुर में अचानक आग लग गयी। कटाई का समय होने के कारण अधिकांश लोग खेत की तरफ थे। सबसे पहले विनय के घर की तरफ से आग की चिंगारी निकली और देखते ही देखते पूरी बस्ती को अपनी आगोश में ले लिया। इस आग में अमरावती, चन्द्रावती, सुनील, रजमतीया, समीरती, सुशीला, राजेश, जिरिया, शिवजी, रमाकांत, अशोक, सीताराम सहित दो दर्जन परिवारों का आशियाना राख हो गया।

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