Sunday, April 17, 2011

वैदिक यज्ञ में दी गयी बुराइयों की आहुति !

आर्यसमाज के वार्षिकोत्सव पर तीन दिवसीय भव्य वैदिक यज्ञ कार्यक्रम रविवार को सकुशल सम्पूर्ण हो गया। यज्ञ के दौरान समाज में फैली तमाम तरह की विसंगतियों, बुराईयों, असमानता व द्वेष की हजारों आहुतियां दी गयीं ताकि जनकल्याण का मार्ग प्रशस्त हो सके व मानवता व इंसानियत का वजूद बना रहे।

स्थानीय रामलीला प्रांगण के समीप आर्य समाज की यज्ञशाला में विगत शुक्रवार से प्रारंभ तीन दिवसीय वैदिक यज्ञ पूरे विधिविधान के साथ मंत्रोच्चारण के बीच आहुतियों के साथ पूरा हो गया। मानवता व इंसानियत के रक्षार्थ आर्यपुत्रों ने संकल्प भी लिया। इस दौरान भजनोपदेशकों ने अनेक प्रकार के भजन का गायन कर अध्यात्म की रक्षा हेतु हर किसी में जागरूकता का भाव भरने का संदेश दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में विद्वान प्रवचनकर्ता व आर्य समर्थक मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम के तहत देर शाम विद्वान प्रवचनकर्ता वैदिक प्रवक्ता आचार्य सुरेशचंद्र जोशी, भजनोपदेशक रूक्मिणी आर्या, पं. जितेन्द्र आर्य, चंद्रभान स्वाध्यायी, आर्यपुत्र रामाज्ञा व दीपनारायण शर्मा जी ने सदोपदेश दिये। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के मंत्री आनंद कुमार गुप्त व प्रधान अशोक कुमार आर्य, यज्ञकर्ता लालमणि शर्मा, कुमारी शुभांगी, गुलाब जी, सूर्यनाथ वर्मा, देवव्रत आर्य, बृजमोहन जी, चंदन, रामजी तिवारी, शिवदास गुप्त आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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