Sunday, April 10, 2011

पंखों के पेंच खराब एसी आउट आफ आर्डर !

गर्मी के आगाज के साथ ही आग की घटनाएं जोर पकड़ने लगी हैं। जनपद के चहुंओर आग की भीषण तबाही शुरू हो गयी है। ऐसे में रोजाना ही दो चार लोग आग की चपेट में आकर झुलस रहे हैं। मामूली रूप से झुलसे लोगों का पीएचसी, सीएचसी पर इलाज होता है लेकिन गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। अब अगर जिला अस्पताल के बर्न वार्ड का जायजा लें तो यहां की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। वार्ड में लगे पंखों में एक-दो को छोड़ दें तो बाकी सभी किसी न किसी तकनीकी करण से बंद पड़े हैं। वार्ड में तीन एसी लगे है जो जले हुए मरीजों को राहत प्रदान करे लेकिन तीनों बंद पड़े हैं। ऐसे में विभिन्न परिस्थितियों में जले हुए मरीजों को राहत मिल सके ऐसी कोई भी व्यवस्था नहीं है। वार्ड में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा है। मरीजों के परिजन वार्ड में किसी भी तरह समय व्यतीत करते हैं। संसाधनों के अभाव में झुलसे मरीजों की व्यथा व परेशानी की कल्पना मात्र से ही रोम-रोम सिहर उठता है। गर्मी की शुरुआत में ही यह आलम है तो प्रचंड गर्मी में क्या होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। बर्न वार्ड के बाहर से ही इतनी सड़ांध आ रही है कि आम लोगों की अंदर जाने की शायद ही हिम्मत हो पाये। ऐसे में मरीज व परिजनों की हालत की बस कल्पना ही की जा सकती है।

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