Tuesday, April 26, 2011

डेयरी खोल बने युवाओं के रोल मॉडल !

अच्छी पगार वाली मनपसंद नौकरी हर युवक का सपना होती है लेकिन बढ़ती बेरोजगारी के बीच यह किसी चुनौती से कम नहीं। इसे महसूस करते हुए एक शख्स ने स्वरोजगार को चुना और बन बैठा दर्जनों युवाओं का रोल मॉडल। एक छोटे से डेयरी फर्म की शुरुआत के बाद आज वह लोगों को संदेश दे रहा है कि अपने लिए तो सभी जीते है, कुछ ऐसा करो कि औरों को भी रोजी-रोटी मिल सके। यहां बात हो रही है बैरिया डेरा निवासी स्व. रमाशंकर सिंह के पुत्र विनोद की जिसने वर्ष 08 में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने घर के पास ही तीन गायों को रखकर छोटा सा डेयरी फर्म खोला। आज उनके पास अच्छी नस्ल की एक दर्जन से अधिक गायें हैं। विनोद इसे पूर्वाचल का सबसे बड़ा डेयरी फर्म बनाने की ख्वाहिश रखते है। उनके डेयरी फर्म का दूध पराग मिल्क व सुधा डेयरी को सप्लाई किया जाता है। डेयरी पर आसपास के पशुपालक भी अपना दूध बेचने आते है। क्षेत्रीय पशु अस्पताल के डा.के लाल भी उनकी भरपूर मदद करते है। विनोद के इस उद्योग ने एक दर्जन बेरोजगारों को तो काम दिया ही, छोटे पशुपालकों या दूध व्यवसायियों को भी बिना किसी भागदौड़ के उनके दूध की कीमत मिल जाती है।

रोज बिकता है डेढ़ से दो सौ लीटर दूध

महज तीन गायों से शुरू हुआ विनोद का डेयरी उद्योग अब ऊंचाइयों को छू रहा है। डेयरी से रोजाना 150-200 लीटर दूध की बिक्री होती है। प्रति लीटर 17 से 18 रुपये लीटर की दर से अर्थात यदि रोजाना 150 लीटर दूध 17 रुपये प्रति लीटर की भाव से भी बिका तो एक दिन का 2550 रुपये, एक महीने का 76,500 रुपये और एक साल का नौ लाख 17 हजार रुपये। गायों की खानपान व रख-रखाव में आए खर्च व उद्योग में लगे युवाओं की पगार मजदूरी को निकाल दिया जाय तो भी घर बैठे लाखों की सालाना कमाई।

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना भी उपलब्ध

विनोद ने डेयरी की स्थापना में किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं ली है लेकिन उनका कहना है कि सरकारी स्तर पर शिक्षित बेरोजगारों के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (पुराना नाम प्रधानमंत्री रोजगार योजना) संचालित है जिसका भरपूर लाभ युवाओं को उठाना चाहिये।

अधिकतम 25 लाख का मिलता है लोन

जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक शिवलाल बताते है कि लाभ लेने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 8वीं पास है। योजना के तहत बेरोजगार युवा को अधिकतम 25 लाख का लोन दिया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को लोन का 25 प्रतिशत तथा एससी-एसटी महिला व ओबीसी के अभ्यर्थियों के लिए 35 प्रतिशत छूट की व्यवस्था है।

आम के आम गुठलियों के दाम

इसे ही कहते है आम के आम गुठलियों के भी दाम। विनोद के डेयरी फर्म से रोजाना 150 से 200 लीटर दूध की बिक्री तो हो ही जाती है, गाय व उनके बछड़े, बछियों का गोबर भी अच्छी खासी रकम दे जाता है। विनोद ने बताया कि गोबर 700 रुपये प्रति ट्राली की दर से आसानी से बिक जाता है जिससे मवेशियों का चारा खरीद लेते हैं। यही नहीं सब्जी की खेती करने वाले किसान भी गोबर ले जाते हैं।

1 comment:

  1. Hello sir Pramod kumar 10 pass hu sir mujha loan Lana hi pashu palan ka leya kuch btai sir plz singhrupa864@gmail.com +91 7088376887

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