Sunday, November 8, 2009

ददरी मेला : वाकई लगा आज संडे है !

बलिया। ददरी के ऐतिहासिक मेले के अंदर रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण जनता की भीड़ पूरे दिन रही। लोगों ने परिवार के साथ मेले का लुत्फ उठाने के साथ ही खरीदारी भी की। सबसे अधिक भीड़ झूला, जादूगर व संगीत नृत्य कला स्टाल के पास रही। संगीत नृत्य पर युवाओं की भीड़ देखी गयी।

नगर के दक्षिणी छोर पर लगे इस मेले में वैसे तो प्रतिदिन भीड़ होती है लेकिन छुट्टी का दिन होने के कारण ज्यादातर लोग परिवार के साथ मेले में गये। बच्चे झूले पर चढ़ने के लिए आतुर दिखे। सर्कस, जादूगर व मौत के कुएं पर भीड़ रही। सुबह से ही मेले में ग्रामीण इलाके के लोग पहुंचने लगे थे। दुकानदार भी अपनी तैयारी इस दिन के लिए विशेष रूप से किये थे। शाम होते-होते ग्रामीण इलाके की भीड़ मेला देख व खरीदारी कर वापस लौट गयी। इसके बाद नगर सहित आसपास के लोगों की भीड़ मेले के अंदर पहुंच गयी जो देर रात तक चलती रही। मेले में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तगड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया था। सदर कोतवाल जहां मेले में आने वाले अराजकतत्वों पर नजर रखे हुए थे वहीं मेला प्रभारी अजीत सिंह व गुण्डा दमन इंचार्ज सत्येंद्र सिंह यादव अपने हमराहियों के साथ भ्रमण करते रहे। नगर पालिका चेयरमैन संजय उपाध्याय भी भीड़ को देखते हुए अपने सहयोगियों के साथ मेले में डटे रहे।

मां के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

बलिया: ददरी मेले के मीना बाजार में स्थापित मां वैष्णो देवी के मंदिर का दर्शन करने के लिए हर कोई उतावला दिखा। जम्मू की वादियों में स्थापित मां के मंदिर को मूर्त रूप देने का प्रयास कर एक अस्थायी मंदिर का निर्माण किया गया है। इसमें ठीक वैसे ही चढ़ाई से मां का दर्शन होना है मां के दर्शन के लिए महिलायें व बच्चे कतार लगाये रहे।

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