Monday, May 10, 2010

मानव को ममता प्रदान करने वाला ग्रंथ है मानस : अमर !

सहतवार (बलिया), निप्र । श्री चैनराम बाबा की तपोस्थली पर श्री विष्णु महायज्ञ के छठवें दिन प्रवचनकर्ता अमरनाथ त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम चरित्र मानस विश्व के सम्पूर्ण मानव को ममता प्रदान करने वाला है। इसी क्रम में काशी से पधारी नीलमणि शास्त्री ने कहा कि पिता और पुत्र का सम्बन्ध स्वार्थ व प्रेम का है। कहा राम का नाम लेने से मन के कुविचार निकल जाते हैं। इसी क्रम में आचार्य महेश पाण्डेय, पाला नंद जी महाराज, सत्य नारायण समेत अन्य विद्वानों ने प्रवचन के दौरान कई प्रसंग सुनाये।

नाग नथैया देखने चैन पोखरे पर उमड़ा जन सैलाब

सहतवार : श्री चैनराम बाबा समाधि स्थल पर चल रहे नौ कुण्डीय विष्णु महायज्ञ में नाग नथैया के रोचक दृश्य को देखने के लिए रविवार को पोखरे पर हजारों का रेला उमड़ा रहा। वृंदावन मथुरा से पधारे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार विजेता टीवी कलाकार पं.मुरारी लाल तिवारी के गीतों ने भी इस दौरान धूम मचायी। गिरिराज कृष्ण सांस्कृतिक कला समिति के कलाकार गोविन्द तिवारी ने कृष्ण की भूमिका का जीवंत अभिनय किया। जन सैलाब को नियंत्रित करने के लिये स्थानीय यज्ञ कमेटी के कार्यकर्ताओं संग सहतवार पुलिस मुस्तैदी से डटी रही। यह कार्यक्रम लगभग दो घंटे तक चला। अन्त में श्रीकृष्ण ने कलिया नाग को मारकर गोकुल वासियों को उससे मुक्ति दिलायी। इस अवसर पर चेयरमैन स्वर्णप्रभा सिंह, सपा नेता नीरज सिंह गुड्डू, अजय सिंह, जंग बहादुर सिंह, पवन कुमार, भानू प्रताप सिंह, उमेश कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

शंकर सभी पुराणों के आदि प्रवर्तक: नीलमणि

सहतवार (बलिया): श्री चैनराम बाबा समाधि स्थल पर चल रहे विष्णु महायज्ञ में प्रवचन के दौरान नीलमणि शास्त्री ने कहा कि शंकर सभी पुराणों के आदि प्रवर्तक है। सभी पुराणों में वे ही श्रेष्ठ हैं। शिव पुराण के श्रवण से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि शिव पुराण की कथा सबसे पहले भगवान शिव ने अपने गण नंदी को सुनायी थी।

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