Sunday, September 5, 2010

आदर्श शिक्षक के रूप में याद किये गये राधाकृष्णन!

शिक्षक दिवस पर रविवार को पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डा.राधाकृष्णन आदर्श शिक्षक के रूप में याद किये गये। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में डा.राधाकृष्णन के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया गया।

टाउन डिग्री कालेज के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर बरमेश्वर पाण्डेय ने शिक्षक दिवस के अवसर पर अवकाश प्राप्त शिक्षक अवध बिहारी चौबे के सम्मान समारोह के अवसर पर कहा कि पश्चिमी संस्कृति की चपेट में आकर व्यावसायिक बनती जा रही शिक्षा को संस्कार के रूप में विकसित नहीं किया गया तो भारतीय संस्कृति व शैक्षणिक वातावरण सदा-सदा के लिए कलुषित हो जायेगा। इस अवसर पर डा.जनार्दन राय ने कहा कि शिक्षा ज्ञान व कर्तव्य की वह अनुकरणीय प्रणाली है जहां भटकती मानवता को दिशा मिलती है तथा अनुसंधानकर्ता को तत्वज्ञान। इस अवसर पर उपस्थित जनों ने सरस्वती व डा.राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में ध्रुवपति पाण्डेय ध्रुव, डा.देव कुमार सिंह, कैलाश उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

नगर के चन्द्रशेखर नगर स्थित शक्ति स्थल शिशु मंदिर व बालिका हाईस्कूल में आयोजित गोष्ठी में विद्यालय के प्रबन्धक दुर्गादत्त त्रिपाठी ने कहा कि बच्चों के चरित्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका अहम होती है। श्री त्रिपाठी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका अम्बिका त्रिपाठी को अंगवस्त्रम् भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ओमप्रकाश तिवारी, राजेन्द्र प्रसाद, संजीव चौबे आदि मौजूद रहे।

सदानन्द शिशु सदन बालिका जूनियर हाईस्कूल जापलिनगंज में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम उल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अन्नू राय इण्टरमीडिएट कालेज चौरा के प्रधानाचार्य डा. शिवकुमार मिश्र ने कहा कि राधाकृष्णन एक आदर्श शिक्षक के रूप में आजीवन याद किये जायेंगे।

माशिसं पाण्डेय गुट ने मनाया विरोध दिवस

उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ पाण्डेय गुट के शिक्षकों ने भी डा.राधाकृष्णन को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए 4 माह से वेतन न मिलने के कारण शिक्षक दिवस को विरोध दिवस के रूप में मनाया। संघ के प्रान्तीय उपाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने कहा कि डा.राधाकृष्णन एक आदर्श शिक्षक के साथ ही दर्शन शास्त्र के प्रकांड ज्ञाता थे। द्वितीय राष्ट्रपति रहते हुए उन्होंने अपना जन्म दिवस शिक्षक दिवस के रूप में मना कर शिक्षकों जो सम्मान दिया उसके लिए शिक्षक समाज उनका आजीवन ऋणी रहेगा। इस अवसर पर ज्योति स्वरूप पाण्डेय, डा.डीएन सिंह, सुधाकर पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

माशिसं शर्मा गुट ने दिया धरना

माशिसं शर्मा गुट ने शिक्षक दिवस के अवसर पर भृगु मंदिर में धरना दिया। इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि अब शिक्षक होना गर्व की बात नहीं। लम्बित वेतन व सीडी जांच के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के प्रति अपना गुस्सा अध्यापकों ने दिखाया। साथ ही शिक्षक सुरेन्द्र सिंह पर गैंगस्टर लगाये जाने की तीव्र भ‌र्त्सना की। इस दौरान विष्णुदेव राय, अशोक श्रीवास्तव, शशि कुमार सिंह, रंगनाथ मिश्र, अरविन्द शुक्ल, आदि ने अपनी सहभागिता की। संचालन डा.शिव कुमार मिश्र ने किया।

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