Thursday, August 26, 2010

देश को बलिदानी जज्बे की जरूरत !

अंग्रेजों की गुलामी से तो हमारे देश व गांव के वीर सपूतों ने अपनी कुर्बानी देकर आजादी दिला दी जिसके बूते आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं किंतु आज फिर राष्ट्र की स्थिति विकट हो गयी है। उक्त बातें क्षेत्र के चरौंवा गांव में आयोजित बलिदान दिवस समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने कहीं। शहीद स्मारक समिति व ग्रामीणों द्वारा बुधवार को आयोजित श्रद्धांजलि सभा का शुभारम्भ स्वतंत्रता सेनानी हरि स्वर्णकार की वयोवृद्ध पत्‍‌नी मंगली देवी ने ध्वजारोहण कर व राष्ट्रध्वज को सलामी दे कर किया। क्रांतिकारियों की बागी धरती चरौंवा के शहीद स्मारक पर सैकड़ों लोगों ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किये। सभा को सम्बोधित करते हुए श्री मस्त ने कहा कि नशाखोरी मादक पदार्थ की बिक्री पर अंकुश लगाने व दहेज प्रथा समाप्त करने के लिये उठाया गया सार्थक कदम ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उक्त अवसर पर शहीद स्मारक समिति के अध्यक्ष मारकण्डेय सिंह, रामदरश त्रिपाठी, डा.रामदयाल जोशी, रामभरोसा यादव प्रधान, जयप्रकाश सिंह, संजय सिंह, सविता पटेल, नंद कुमार आदि ने सभा को सम्बोधित किया। श्रद्धांजलि समारोह में शिवसागर सिंह, अभिषेक सिंह, अमर सिंह, राजनारायण सिंह, छोटे लाल भारती आदि भारी संख्या में ग्रामीण शामिल थे। अध्यक्षता पूर्व प्रवक्ता तारकेश्वर सिंह व संचालन श्याम नारायण सिंह ने किया।

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