
बैरिया (बलिया): सामान्यतया पुलिस का नाम आते ही आंखों के सामने जो अक्स उभरता है उससे कुछ पुलिस वालों को अच्छा इंसान मानने को मन तैयार नहीं होता किन्तु रामेश्वर पांडेय जैसे थानाध्यक्ष की कार्यशैली व इंसानियत के प्रति स्वस्थ सोच व व्यवहार देख आम आदमी यह कहने को मजबूर हो जाता है कि पुलिस में भी बहुत अच्छे इंसान है। वे मानवता व मानवीय मूल्यों की रक्षा हेतु तमाम बाधाओं को दर किनार करते हुए समाजहित में कुछ करने की जज्बा रखते है। जी, हां हम बात कर रहे हैं बैरिया में कुछ वर्ष पूर्व रह चुके थानाध्यक्ष रामेश्वर पांडेय की। वह जहां भी जिस थाने में चार्ज पर रह गए वहां थाना परिसर व थाने के सामने सड़क पर सैकड़ों छायादार पेड़ लगवा कर परिसर को हरा-भरा करने के साथ ही जन सहयोग से कुछ ऐसे निर्माण कार्य करवाए जिसका लाभ हमेशा अधीनस्थों व आम लोगों को मिलता रहा है। उदाहरण के लिए बैरिया थाना परिसर व उसके सामने बैरिया-सुरेमनपुर मार्ग पर लगवाए गए दर्जनों छायादार पेड़ व परिसर में बनवायी गयी पानी टंकी, जिसके पानी से इन दिनों भी बड़ी ठाट से पुलिस वाले नहाते है, कपड़े धोते हैं। राहगीर भी इस पानी टंकी से अपना प्यास बुझाते हैं। बैरिया ही नहीं जनपद के हल्दी, नगरा व सुखपुरा के अलावा जौनपुर जनपद के बक्सा थाना परिसर सहित करीब दो दर्जन थानों पर रामेश्वर पांडेय द्वारा अब तक सैकड़ों की संख्या में छायादार पेड़ लगवाने के अलावा कुछ न कुछ ऐसा निर्माण कार्य करवाया गया है, जिसका लाभ विभागीय लोगों के साथ-साथ आम आदमी को भी मिल रहा है।
सुलह से निबटायें तीन हजार मामले
गौरतलब है कि न्याय के प्रबल पक्षधर श्री पांडेय अधिकांश जटिल मामलों का निस्तारण सुलह-समझौते से कराते रहे है। इन दिनों भदोही जनपद में तैनात श्री पांडेय के मोबाइल नम्बर 9415836688 पर रविवार को हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि ठीक से तो याद नहीं किन्तु अपने अब तक की नौकरी में कम से कम तीन हजार ऐसे बड़े मामलों को अपने प्रयास से सुलह कराया, जिनके जारी रहने से समाज व परिवार में अव्यवस्था बढ़ती। वह बताते हैं कि डंडे के बल पर कानून व्यवस्था कायम नहीं रखी जा सकती, इसके लिए जन सहयोग चाहिए और पुलिस वालों को थाना स्तर पर जन सहयोग तभी मिलेगा, जब वे आम आदमी के साथ आत्मीय तरीके से पेश आएंगे। मूलत: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद के मूल निवासी रामेश्वर पांडेय द्वारा अपने गांव में विशाल संकट मोचन मंदिर के निर्माण के अलावा वहां के सड़कों के पटरियों पर करीब 300 छायादार पौधे लगाए गए जो अब पेड़ बन गए है। रामेश्वर पांडेय कहते है कि मानव जीवन भगवान का अनमोल उपहार है, इस जीवन में हर व्यक्ति को संकल्प लेना चाहिए कि लोगों का भला करे, भला न हो तो कोई बात नहीं किसी का बुरा न करे।
शुक्ल जी!
ReplyDeleteबहुत प्यारा सा ब्लॉग है आपका, आप अपने गाव - घर को निकट से निहार रहें है, उसमे रचनात्मकता को भी देख रहे है, महसूस कर रहे है औए उससे भी अच्छी बात उसे जनता के बीच ला रहे है. पुलिस की छवि काफी बदनाम है लेकिन उसमे भी अनेक बहुत ही अच्छे लोग है..बात पहचानने की है. हां वे भी ऐसे लोगो के कार्य से खुश नहीं हैं जो गलत करते हैं. अच्छैया और बुराइया तो हर जगह है अच्छाइयों को प्रोत्साहन देना सबसे बड़ी बात है. आप अभी जवान है... यह दृष्टि और पैनी हो, ..निखार आये, ...सृजनात्मकता को बढ़ावा दे ...यही कामना है और उम्र में बड़े होने के कारण आशीर्वाद भी.. खूब प्रगति करो ...नव वर्ष की मंगल कामना...