Wednesday, February 23, 2011
लोकहित का संदेश देता है संतों का जीवन!
संतों का जीवन पूरे समाज व राष्ट्र के लिए होता है। संत गाडगे जी महाराज ने अपनी संत साधना व शुचिता पूर्ण जीवन से समाज को लोकहित का संदेश दिया। इन्हीं संतों से हमें प्रेरणा लेकर एक सुखी व समता मूलक समाज की स्थापना का संकल्प लेना चाहिए ताकि अन्याय व उत्पीड़न का अंत हो सके व सबके जीवन में सुख का नया सबेरा आये। महान संत गाडगे जी महाराज की 136वीं जयंती पर स्थानीय गांधी पार्क में बुधवार को आयोजित अखिल भारतीय रजक महासंघ सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने उक्त उद्गार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ पूर्व प्रधानाचार्य गुलाब चन्द्र, गोपाल शरण कन्नौजिया, रुद्रप्रताप सिंह, इन्द्रजीत सिंह, रामजी सिंह आदि ने संत गाडगे के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने सम्बोधन में ओमप्रकाश ने कहा कि रजक समाज के लोग अपने पेशे के साथ-साथ नयी तकनीकी युग में अपने बच्चों को शिक्षा की तरफ प्रेरित करें। इस अवसर पर जगधारी कन्नौजिया, अखिलेश, सत्य नारायण, सत्य भूषण, रामजी पथिक, श्रवण कुमार, दर्शन चौधरी, लल्लन चौधरी, अनिल चौधरी आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता गुलाब चन्द्र व संचालन गोपाल शरण ने किया।
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