बोली, पढ़ेंगी बेटियाँ तभी बढ़ेगीं बेटियाँ
झारखण्ड पीसीएस जे में चयनित हुई बलिया की एक और बेटी
दुबहड़ (बलिया)। घोड़हरा गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता #अक्षयकुमारसिंह की #बेटी #स्वर्णमालासिंह ने #झारखंड #लोक #सेवा #आयोग न्यायिक के फाइनल परीक्षा में तृतीय स्थान पाकर #बलिया की बेटियों के लिए एक #रोलमाडल प्रस्तुत किया है. स्वर्णमाला सिंह के झारखंड लोक सेवा आयोग में तृतीय स्थान पाने की खबर सुनकर परिवार सहित गांव के लोग फूले नहीं समा रहे हैं. वर्तमान में स्वर्णमाला हैदराबाद स्थित स्विट्जरलैंड की मेडिसिन कंपनी नोवार्टीस में लीगल ऐडवाइजर के पद पर कार्यरत हैं. इनकी प्राथमिक से लेकर इंटरमीडिएट तक की शिक्षा अमृतपाली बलिया स्थित होली क्रास कान्वेन्ट स्कूल से हुई. पुनः इन्होंने एमेटी विश्वविद्यालय नोएडा से पांच वर्षीय प्रोफेशनल ला की पढाई पूरी की. स्वर्णमाला ने प्रथम बार में ही झारखंड पीसीएस जे की फाइनल परीक्षा में तृतीय स्थान प्राप्त किया है. स्वर्णमाला सिंह के पिता अक्षय कुमार सिंह एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. जिनकी शिक्षा यूपी कालेज वाराणसी से एमकाम है. माता सुषमा सिंह बीए हैं. स्वर्णमाला सिंह का एकमात्र छोटा भाई विशाल सिंह बंगलौर में इंजीनियर है. स्वर्णमाला सिंह ने मोबाइल पर बताया कि इसका श्रेय हमारे माता पिता एवं मेरे दादा जी स्व गनपति सिंह को जाता है. बेटियों को मार्ग दर्शन देते हुए कहा कि भारत जैसे पुरुष प्रधान देश में हर हाल में बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करना होगा. जब भारत की बेटियां पढ़ेंगी तभी बचेंगी. कहा कि भारत की बेटियों को एक लक्ष्य निर्धारित करते हुए एकाग्रचित्त होकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने से किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त हो सकता है. सांसद भरत सिंह एवं सदर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला ने स्वर्णमाला सिंह के पीसीएस जे में सफलता प्राप्त करने पर बधाई दी है. इधर स्वर्णमाला के पिता अक्षय कुमार सिंह के घर पर गांव एवं क्षेत्र के लोगों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएँ देने का तांता लगा है.
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ReplyDeleteI appreciate the way you organized the content in this post. It flows seamlessly and keeps the reader engaged. Ballia Me Ghumne Ki jagah
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