बलिया । संस्कृत के प्रख्यात विद्वान डा. सुद्युम्न आचार्य इस वर्ष राष्ट्रपति सम्मान के लिए चयनित किये गये हैं। श्री मुरली मनोहर टाउन पीजी कालेज के अवकाश प्राप्त प्राध्यापक डा. सुद्युम्न संस्कृत में उत्कृष्ट कार्य करने वाले देश के 15 शीर्ष विद्वानों में से एक चुने गये हैं। डा. आचार्य ने संस्कृत में दर्शन शास्त्र के क्षेत्र में, भौतिक विज्ञान आदि पर गम्भीर कार्य किया है, प्राचीन गणित के अनेक प्रमेयों को खोजा है तथा आधुनिक गणित से समतुल्य स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है जिससे संस्कृत में वैज्ञानिक तथ्यों को सिद्ध करने में नया आयाम प्राप्त हुआ है।
डा. सुद्युम्न ने दुर्लभ प्राचीन अनेक ग्रन्थों की स्वकीय व्याख्या का सम्पादन करके उन्हें प्रकाश में लाने का बहुमूल्य कार्य किया है। इनमें गणित का एक बहुमूल्य ग्रन्थ 'त्रिशतिका' भी है, जो भास्कराचार्य से भी पहले आज से लगभग 1300 वर्ष पूर्व रचित किया गया था। इसे व्याख्या के साथ सबसे पहले प्रकाश में लाने का श्रेय डा. आचार्य को है। इससे पूर्व भी अनेक सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त कर चुके डा. सुद्युम्न आचार्य का सर्वाेच्च सम्मान के लिए चयन होने से सम्पूर्ण संस्कृत समाज गौरवान्वित है।
Tuesday, September 29, 2009
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