बलिया। विश्व हास्य दिवस पर रविवार को यहां लोग अपने गमों व शिकवों को भूलकर खूब हंसे तथा अपने परिजनों एवं मित्रों को हंसाया। नगर एवं चट्टी चौराहों, होटलों, प्रतिष्ठानों तथा घरों में एक साथ जमा हुए लोगों ने अचानक चुटकुले सुनाएं और देखते-देखते हंसी के फव्वारे छूटने लगे। क्षण भर लोग इस हंसी का राज नहीं समझ पाये लेकिन जब उन्हे हास्य दिवस की याद दिलायी गयी तो वे पुन: ठहाके मारकर हंसने लगे।
विश्व हांस्य दिवस की विशेषता के बारे में पूछे जाने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रसड़ा के फीजिशियन एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डा.एसके सिंह ने बताया कि गमों को भूल कर प्रसन्नचित्त रहने वाला व्यक्ति स्वस्थ रहता है तथा वह हृदय रोग से दूर रहता है। इसी को ध्यान में रखकर विश्व हास्य दिवस मनाने की परम्परा शुरू की गयी थी।
Sunday, May 3, 2009
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