रसड़ा (बलिया), निप्र। महिलाएं समृद्धि की संवाहक होती है। उनके सम्मान से ही सुखी समाज की संकल्पना साकार होगी।
यह बाते पश्चिम बंगाल से पधारी आचार्य श्रीमती मीरा शास्त्री ने बुधवार को स्थानीय आर्य समाज के 91वें वार्षिकोत्सव में आयोजित महिला सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि आर्यसमाज में महिला को सर्वोपरि स्थान दिया गया है। महिलाओं को शिक्षा व संस्कारों पर विशेष ध्यान देकर समाज के नवसृजन में आगे आने का आह्वान किया।
अलीगढ़ के स्वामी बालानन्द ने कहा कि हमें वेदों के संदेशों पर अमल कर नारी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव रखना चाहिए। पं.कपिल शास्त्री ने कहा कि महिलाओं को अपने सम्मान की रक्षा, अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। पं.परमानन्द प्रेमी ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वामी दयानन्द ने नारी उत्थान के लिए संघर्ष किया तथा आर्यसमाज के माध्यम से विधवा विवाह व अन्य परम्पराओं को लागू किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सपना गुप्ता तथा संचालन स्वेता बरनवाल व सीमा गुप्ता ने किया। इस अवसर पर संयोजक गोपाल जी, कमला सिंह आदि की सराहनीय भूमिका रही।
Friday, April 23, 2010
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