Sunday, December 6, 2009

उम्र पढ़ने की, सिर पर गिट्टी लेकर भर रहे सड़क !

बलिया। हम पढ़ेंगे, आगे बढ़ेगे का नारा स्थानीय तहसील में मुंह चिढ़ा रहा है। खेलने व पढ़ने के समय में मासूमों के सिर पर काम का बोझ। बच्चों का यह दृश्य बालश्रम उन्मूलन की खूलेआम खिल्ली उड़ रहा है जिसे प्रति दिन देखा जा सकता है।

बलिया-बांसडीह मार्ग का नवनिर्माण का कार्य तेजी पर है और बिहार से आये मजदूर सपरिवार रह कर उक्त सड़क निर्माण में लगे हैं। आर्थिक अभाव व संसाधन के अभाव में पूरा परिवार जिसमें बच्चे भी लगे हैं। पढ़ने की उम्र में सिर पर कंकड़ों से भरा खांची उठाकर सड़क पर गिट्टी फेंकने का काम कर रहे है। शायद इन मासूमों पर न तो उनके मां-बाप का ध्यान जाता है और न ही उन पर प्रशासनिक अधिकारियों की नजर पड़ती, जो इस उम्र में काम न कराने की पाबंदी व रोक के बारे में भलीभांति परिचित हैं।

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