Saturday, November 30, 2013

परचम लहरा लौटे बच्चों का इस्तकबाल

स्वामी विवेकानंद सा‌र्द्धशती जयंती पर विद्या भारती उत्तर प्रदेश द्वारा सुल्तानपुर में आयोजित क्षेत्रीय ज्ञान विज्ञान मेला में मठ नागा जी के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अव्वल स्थान प्राप्त कर बागी भूमि का मान बढ़ाया है। सफलता पाकर लौटे बच्चों का विद्यालय परिवार ने इस्तकबाल किया। मठ नागा जी के आयुष पांडेय, अभिनव प्रकाश सिंह व संतोष पाल ने वैदिक गणित में प्रथम स्थान अर्जित कियाविज्ञान प्रदर्श में सत्यशील व प्रतीक ने जहां प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं प्रीतम सिंह व भानु प्रताप सिंह ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के ही ओमप्रकाश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के इतिहास में मिली अब तक की बड़ी सफलता पर मेघावी छात्रों को सभी ने सिर आंखों पर बिठाया।
विद्यालय के प्रबंधक अभिषेक अग्रवाल, कोषाध्यक्ष बलप्रीत सिंह, अध्यक्ष चंद्रशेखर पांडेय, प्रशांत पांडेय सहित प्रधानाचार्य बजरंग प्रताप सिंह ने सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रतियोगिता की तैयारी में बच्चों के साथ लगे आचार्य सूर्यकांत व रविंद्र की भी सभी ने प्रशंसा की।

'लब पर तेरा नाम है मौला और आंखें हैं नम..'

ददरी मेले के ऐतिहासिक भारतेंदु कला मंच पर शुक्रवार की रात कव्वाली का शानदार मुकाबला हुआ। इसमें वाराणसी की रौनक जहां व बलिया के कव्वाल इकबाल वारसी के हुए मुकाबले का लोगों ने जमकर आनंद उठाया। शुरुआत रौनक जहां की प्रस्तुति 'हमको उसकी मोहब्बत में खोना ही था, हादसा ये किसी रोज होना ही था' से हुआ। उन्होंने अपनी अदाओं से श्रोताओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 'लब पर तेरा नाम है मौला और आंखें हैं नम, दूर कर दे मेरे मौला, ये सभी रंजो गम, तेरे बंदे हैं हम..' सुनाया। कव्वाल इकबाल वारसी भी पीछे क्यों रहते। उन्होंने 'दीन धरम की बात जब आए धर्म मेरा इंसान ही लिखना, जब भी मेरी कहानी लिखना मुझको हिंदुस्तानी लिखना' सुनाकर लोगों के अंदर देश भक्ति का जज्बा भर दिया। कलाकारों ने इस दौरान एक-दूजे पर शब्दों के वाण भी खूब चलाए।
इस मौके पर सभासद शकील अहमद, श्याम जी, ददन यादव, राजकुमार पांडेय आदि मौजूद थे। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत बिल्थरारोड विधान सभा क्षेत्र के विधायक गोरख पासवान ने फीता काटकर किया। इस दौरान पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता व ईओ संतोष कुमार मिश्र ने सपा नेता जमाल आलम को भृगु स्मृति सम्मान से अलंकृत किया।
मेले में लोकगीत आज
ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक दिसंबर की रात को लोकगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें भोजपुरी व हिंदी फिल्मों के गायक व गायिकाएं भाग लेंगी। इसकी जानकारी देते हुए ईओ संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि इस कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है।

Friday, November 29, 2013

शबाब पर पहुंचा ऐतिहासिक ददरी मेला

जैसे-जैसे दिन बीतता जा रहा है वैसे-वैसे ऐतिहासिक ददरी मेले की रौनक बढ़ती जा रही है। सामान की खरीदारी के साथ ही लोग मेले का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। ठंड के बावजूद लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ मेले में आ रहे हैं।
मेले में बाहर से आए दुकानदार संडे को देखते हुए सामान की खेप मंगा लिए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार संडे को अत्यधिक भीड़ होगी। मेले सबसे अधिक ऊनी कपड़ों व दहेज में देने वाले सामान की बिक्री हो रही है। मेले में झूले व मौत के कुआं वाले आइटम को ग्रामीण क्षेत्र से आए लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। मेले में लोगों की सबसे अधिक भीड़ गर्म कपड़ों की दुकानों पर रही।
इसके अलावा वे जलेबी, चाट, समोसा, खजला का भी आनंद लेते रहे। हर माल पांच रुपये से लेकर सौ रुपये वाली दुकानों पर महिलाओं की भरी भीड़ रही। मेले में भीड़ को देखते हुए दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। मीना बाजार एसओ अभय सिंह मेले में आने-जाने वालों पर पैनी नजर रखे हुए थे। वहीं नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्ता मेले की साफ-सफाई के लिए अपने कर्मचारियों को लेकर चक्रमण करते रहे।
खूब भा रही सहारनपुर की काष्ठ कला
ददरी मेले में तो दूरदराज से कई दुकानें एक से बढ़कर एक आइटम लेकर आई हुई हैं लेकिन सहारनपुर की काष्ठ कला का कोई जवाब नहीं है। इसमें किचेन से लेकर घर सजाने के सामान हैं। लकड़ी के हस्त निर्मित आइटम लोगों को खूब भा रहे हैं। हाथी, ऊंट, घोड़ा, फोटो फ्रेम, चौकी, बेलना, मछली, पल्टा, फल रखने की टोकरी आदि अनेक आइटम हैं जिनकी डिमांड काफी है। सहारनपुर से आए मो. खालिद ने बताया कि इन आइटमों का निर्माण हाथ से होता है। इसमें पचास रुपये से लेकर चार हजार रुपये तक के आइटम हैं।
मेले में एक दूसरे का होता है मिलन
ददरी मेला में सिर्फ खरीदारी ही नहीं होती बल्कि रिश्तों की परंपरा को भी कायम रखने में सहयोग मिलता है। मेले में कई परिवारों का मिलन भी होता है। वहीं दूल्हा व दुल्हन एक दूसरे को देख भी लेते हैं

Thursday, November 28, 2013

ददरी मेला शबाब पर, मीना बाजार गुलजार

ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार अब शबाब की ओर बढ़ चला है। दुकानदार भी अपनी दुकानों को समृद्ध करने लगे हैं। गुरुवार को सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के आने का क्रम शुरू हो गया। शाम तक लोगों ने मेले में परिवार के सदस्यों के साथ झूला, सर्कस, नौटंकी, मौत का कुआं आदि का भरपूर आनंद उठाया। इसके बाद आवश्यक सामानों की खरीदारी भी की। मेले में इस समय शाम को ही ज्यादा भीड़ हो रही है। शहर क्षेत्र के लोग अपना काम काज निबटा कर शाम होते ही परिवार के साथ मेले की तरफ रुख कर ले रहे हैं। ठंड को देख लोग मेले में ऊनी कपड़ों की दुकानों पर मोल भाव करते नजर आए।


खादी कंबल की बिक्री तेज
ठंड को देखते हुए मेले में खादी कंबल की बिक्री बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग ठंड में आज भी इसी कंबल का उपयोग करते हैं। लोगबाग इंतजार में रहते हैं कि इसकी खरीदारी वे ददरी मेले में ही करेंगे। 200 से 500 रुपये तक का यह कंबल उन्हें आसानी से मिल जा रहा है। लोग बताते हैं कि इस कंबल से ठंड में काफी राहत मिलती है।
आकर्षण का केंद्र बने प्लास्टिक फूल
ददरी मेले में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं प्लास्टिक के फूल। कानपुर की इस दुकान के फूल बड़े-बड़े शहरों के होटलों व घरों की शोभा बढ़ाते हैं। इस दुकान में 50 से 4000 रुपये तक के फूल व सजावट के सामान हैं। इसमें गुलाब, सूर्यमुखी, कमल, गुड़हल समेत अन्य प्रकार के आकर्षक फूल शामिल हैं। डलिया, कार्नर स्टैंड, ग्लोब, झालर समेत अन्य आइटम आने-जाने वालों को अपनी ओर खींच ले रहे हैं। व्यापारी राजेंद्र रस्तोगी ने बताया कि बड़े शहरों में इस तरह के फूलों व आइटमों की डिमांड ज्यादा है।
शादी विवाह के आइटमों की हुई बिक्री
गुरुवार को मेले में सबसे अधिक शादी विवाह में दूल्हा-दुल्हन को देने के आइटमों की ज्यादा बिक्री हुई। कुछ लोग गिफ्ट आइटमों को पसंद किए तो कुछ ने बक्सा, रजाई, गद्दा, चादर आदि की खरीदारी की।
भूले बिसरों को मिलाती रही पुलिस
ददरी मेले में भीड़ बढ़ने के साथ ही बच्चों के भूलने का सिलसिला भी जारी है। पुलिस ऐसे बच्चों को उनके परिवार वालों से मिलाती रही। दरअसल मेले के थाने में महिला व पुरुष जवानों की टीम लगाई गई है। पुलिस ने अब तक करीब दो दर्जन से अधिक भूले लोगों को उनके परिवार वालों से मिलाया।

Tuesday, November 26, 2013

मेधा की उड़ान, सबने किया सलाम

महज नौ साल की उम्र में नेशनल चेस चैंपियनशिप की उपविजेता बनी सेंट जेवियर्स की छात्रा "रिया मिश्रा" को स्कूल परिसर में मंगलवार को आयोजित समारोह में विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया। रिया यहां कक्षा चार की छात्रा है जो शतरंज के राष्ट्रीय फलक पर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा रही है। इस मौके पर उसकी मेधा को सबने सलाम किया।
सेंट जेवियर्स के सहायक प्रबंधक अभिनव नाथ तिवारी ने कहा कि प्रतिभा उम्र की कतई मोहताज नहीं होती और रिया ने इसे साबित कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में यह मुकाम हासिल कर लेना आसान नहीं। रिया ने अपनी लगन व कड़ी मेहनत के बल पर इसे हासिल किया है। उसके इस प्रदर्शन से अन्य छात्र-छात्राओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। विद्यालय के चेयरमैन एसबीएन तिवारी ने भी रिया के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उत्साह से लबरेज रिया ने कहा कि विद्यालय परिवार ने सम्मान देकर उसकी हौसला आफजाई की है। उसने संकल्प लिया कि बलिया का मान बढ़ाने के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। इस मौके पर रिया के पिता संजय मिश्रा, शतरंज के कोच दुर्गेश तिवारी के अलावा विद्यालय के सभी शिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एसके उपाध्याय ने किया। उप प्रधानाचार्य सुभाष सिंह ने आभार व्यक्त किया।

Monday, November 25, 2013

मीना बाजार : संडे से बढ़ा शबाब की ओर

ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार संडे से अब शबाब की ओर बढ़ चला है। दुकानदार भी अपनी दुकानों को समृद्ध करने को जीजान से जुट गए हैं। संडे को छुट्टी के दिन हुई बिक्री से वे काफी संतुष्ट दिखे। इसके चलते वे अपने आइटमों की अतिरिक्त खेप मंगाने में जुट गए हैं।
अभी तक मेला फीका चल रहा था। धीरे-धीरे लोगों के आने का क्रम तेज होने से व्यापारियों का उत्साह बढ़ने लगा है। वहीं मेले को वृहद रूप देने में नपा कर्मचारी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सोमवार को सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के आने का क्रम शुरू हो गया। शाम तक लोगों ने जमकर मेले में परिवार के सदस्यों के साथ झूला, सर्कस, नौटंकी, मौत का कुआं समेत अनेक आइटमों का अनंद उठाया। इसके बाद आवश्यक सामानों की खरीदारी भी की।
मेले में इस समय शाम को ही ज्यादा भीड़ हो रही है। शहरी क्षेत्र के लोग अपना काम काज निबटा कर शाम होते ही परिवार के साथ मेले की तरफ चले जा रहे हैं व देर रात को वापस लौट रहे हैं। बढ़ते ठंड को देख लोग ऊनी कपड़ों का मोल भाव करते नजर आए। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मीना बाजार थाना प्रभारी अभय सिंह दल-बल के साथ चक्रमण करते रहे।
खादी कंबल की बिक्री तेज
ठंड को देखते हुए मेले में खादी कंबल की बिक्री बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग ठंड में आज भी इसी कंबल का उपयोग करते हैं। लोगबाग इंतजार में रहते हैं कि इसकी खरीदारी वे ददरी मेले में ही करेंगे। 200 से 500 रुपये तक का यह कंबल उन्हें आसानी से मिल जा रहा है। लोग बताते हैं कि इस कंबल से ठंड में काफी राहत मिलती है।
आकर्षण का केंद्र बने प्लास्टिक फूल
ददरी मेले में आकर्षण का खस केंद्र बने हुए हैँ प्लास्टिक के फूल। राज फ्लावर के नाम से मेले में लगी इन फूलों की दुकान को नपा ने मेले की रौनक बढ़ाने के लिए इनाम भी दिया था। कानपुर की इस दुकान के फूल बड़े-बड़े शहरों के होटलों व घरों की शोभा बढ़ाते हैं। कपड़ों व प्लास्टिक से बने इन फूलों समेत अन्य सामानों से घरों की सजावट की जाती है। इस दुकान में 50 से 4000 रुपये तक के फूल व सजावट के सामान हैं। इसमें गुलाब, सूर्यमुखी, कमल, गुड़हल समेत अन्य प्रकार के आकर्षक फूल शामिल हैं। डलिया, कार्नर स्टैंड, ग्लोब, झालर समेत अन्य आइटम आने-जाने वालों को अपनी ओर खींच ले रहे हैं। व्यापारी राजेंद्र रस्तोगी ने बताया कि बड़े शहरों में इस तरह के फूलों व आइटमों की डिमांड ज्यादा है। कहा ददरी मेले से लगाव होने के कारण हर साल यहां चला आता हूं।

Sunday, November 24, 2013

नेता व नीति से नहीं नीयत से चलाना होगा देश

 मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाने के लिए पूर्वमंत्री भरत सिंह के नेतृत्व में भाजपा की जिला इकाई द्वारा बैरिया से मोहम्मदाबाद तक निकाली गई विजय संकल्प पदयात्रा रविवार को जिला मुख्यालय पहुंची। नगर के ऐतिहासिक टाउन हाल में आयोजित सभा में बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी रामेश्वर चौरसिया ने संबोधित किया।
अपने संबोधन के शुरुआत में जब श्री चौरसिया ने भोजपुरी में कहा कि हम हाथ जोड़ के सबके गोड़ लागत बानी तो उपस्थित हजारों लोगों ने ताली बजाकर उनका अभिवादन किया। फिर शुरू हुआ उनका कांग्रेस व केंद्र सरकार पर करारा हमला, जो प्रदेश में सपा बसपा तक आकर समाप्त हुआ। कहा कि इस देश का इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि जिस शहजादे को मैडम प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं उसे लिखा हुआ भाषण भी पढ़ने नहीं आता। लोकतंत्र में सरकारें बदलती रहती हैं पर संस्थाओं को नहीं बदलना चाहिए। कांग्रेस ने सत्ता के बल पर संस्था बदलने का प्रयास किया है जो इमरजेंसी से भी खतरनाक खेल है। चुटकी लेते हुए कहा कि जब मोदी के भाषण की बराबरी करने के लिए फिल्म इंडस्ट्रीज के लोग आकर स्टाइल सिखाते हैं कि कब दाढ़ी बढ़ाना है, कब साफ कराना है, कब कुर्ते की बांह ऊपर करनी है तो कब हवा में हाथ लहराना है। पर यह बात उनसे कोई क्यों नहीं बताता कि फिल्मी दुनिया के लोगों की स्टाइल पर देश नहीं चलता। कहा कि आज देश को सोचना होगा कि जब संस्थाएं नहीं बचेंगी तो देश कहां जाएगा। आज प्रधानमंत्री घोटाले की जांच में हैं तो नीचे के लोगों की क्या बात करें।
मोदी के पक्ष में कहा कि आज गुजरात देश का मस्तक है। दावा किया कि भारत की जनता ने यदि एक बार हमें देश की बागडोर सौंपी देश को दुनिया के फलक पर उसी तरह स्थापित किया जाएगा, जैसा अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने में था। संकल्प पदयात्रा के बावत कहा कि आज यहां से सभी संकल्प लेकर जाएं कि अपने घर के साथ-साथ अगल-बगल के लोगों को भी भाजपा के पक्ष में मतदान कर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के यज्ञ में अपनी भरपूर आहूति देंगे। इससे पूर्व भाजपा के पूर्वमंत्री व यात्रा के अगुवा भरत सिंह ने रामेश्वर चौरसिया का स्वागत कर यात्रा का उद्देश्य बताते हुए लोगों को इससे जुड़ने का आह्वान किया।
सभा को पूर्व सांसद मनोज सिन्हा, केतकी सिंह, विनोद राय, कृष्ण बिहारी राय, हरेराम चौधरी, हरेंद्र सिंह, शेषमणि राय, सूर्यबली राम, अरुण सिंह बंटू, सुरेंद्र सिंह, माधव गुप्त, नकुल चौबे, भूपेंद्र सिंह, जितेंद्र तिवारी, शेषनाथ आचार्य, सुधाकर मिश्र, रमेश राय, श्रीनारायण राजभर, उषा पासवान, कमलेश पांडेय, पप्पू पांडेय, मनोज कुशवाहा, विनोद पांडेय, अरविंद राय आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह व संचालन मंत्री सुरजीत सिंह परिहार ने किया। इससे पूर्व कदमतर चौराहा पर यात्रा के पहुंचने पर चुन्ना मिश्र, बृजविहारी ओझा, उमेश पांडेय, सुग्रीव ओझा व विनोद पांडेय ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
हम चाइना में मेड इन इंडिया पहुंचाना चाहते हैं
अपने भाषण में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनने वाली सरकार के विकास मॉडल पर चर्चा करते हुए कहा कि हम भारत का इस तरह का विकास चाहते हैं कि लोग इंडिया में मेड इन चाइना के इस्तेमाल को केवल भूलें ही नहीं हम चाइना में मेड इन इंडिया की आदत डालना चाहते हैं।
विधायक कर रहे दिल्ली में प्रचार
रामेश्वर चौरसिया से जब यह पूछा गया कि भाजपा के इकलौते विधायक इस सभा से दूर क्यों हैं तो कहा कि उनकी ड्यूटी दिल्ली विधानसभा के चुनाव में लगाई गई है इसलिए वे इसमें शिरकत नहीं कर पाए। यह पूछने पर कि कहीं यह टिकट प्राप्ति की प्रतिद्वंद्विता तो नहीं इस सवाल पर नहीं कह कर बात को टाल गए।

Saturday, November 23, 2013

मोदी ही दे सकते देश में सुशासन

कमल का फूल खिलाने के लिए विजय संकल्प पदयात्रा पर निकले पूर्व मंत्री भरत सिंह व उनके समर्थकों का रामगढ़ में गुरुवार को क्षेत्रीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया
बैरिया शहीद स्मारक से पूर्व मंत्री द्वारा शुरू आठ दिवसीय विजय संकल्प पदयात्रा का समापन 29 नवंबर को गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद शहीद स्मारक पर भाजपा नेता योगी आदित्य नाथ की उपस्थिति में होना है। इस विजय संकल्प पदयात्रा का पहला पड़ाव व रात्रि विश्राम रामगढ़ में था, जहां हजारों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में शाम को सभा हुई। सभा में पूर्व मंत्री भरत सिंह ने नरेंद्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाने के लिए बलिया संसदीय क्षेत्र में कमल का फूल खिलाने का आह्वान किया। कहा कि जब तक दिल्ली में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी, घोटाला व गबन होते रहेंगे। गरीब और गरीब होंगे, महंगाई चरम पर होगी, देश में सुशासन व प्रगति के लिए एक बार आप सभी को नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना हो होगा। कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में पूर्व मंत्री भरत सिंह के अलावा पप्पू ओझा, अयोध्या प्रसाद साहू, अनमोल सिंह, राजेश शुक्ल, रमाकांत पांडेय, नंद जी सिंह, मूटन राय, अर्जुन साह, संजय राम, जयराम यादव, विजय यादव, तुलसी प्रसाद वर्मा सहित दर्जनों भाजपा नेता शामिल रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह व संचालन अमिताभ उपाध्याय ने किया।

Thursday, November 21, 2013

मेले में बलिया केशरी का चुनाव आज

ऐतिहासिक ददरी मेले का भारतेंदु मंच 22 व 23 नवंबर को विराट कुश्ती दंगल का साक्षी बनेगा। बाइस नवंबर को मेले में जहां बलिया केशरी के चुनाव के लिए जिला स्तरीय कुश्ती होगी वहीं अगले दिन अखिल भारतीय विराट दंगल में अर्जुन पुरस्कार व यश भारती सम्मान प्राप्त अंतर राष्ट्रीय पहलवान राजीव तोमर समेत देश के कई नामी-गिरामी दिग्गज अपना दमखम दिखाएंगे
खेल निदेशालय उप्र के तत्वावधान में जिला खेल कार्यालय व ददरी मेला समिति द्वारा आयोजित दंगल की तैयारी में खेल विभाग गुरुवार को क्रीड़ाधिकारी लक्ष्मीशंकर सिंह के नेतृत्व में पूरे दिन जुटा रहा। श्री सिंह के अनुसार हरियाणा के सत्यव्रत सिंह, सीआरपीएफ के विजय पाल, गाजीपुर के दिग्विजय सिंह, मेरठ के कुलविंदर सिंह के अलावा प्रमोद यादव, चंद्रभूषण यादव, रमाशंकर यादव, जनार्दन सिंह, चंद्र विजय सिंह समेत दर्जनों पहलवान बड़ी कुश्तियों में आकर्षण का केंद्र होंगे। दंगल में चार महिला पहलवानों के बीच भी मुकाबला होगा। वहीं मेरठ व गोरखपुर हास्टल के अलावा गोरखपुर स्पो‌र्ट्स कालेज के साथ ही यूपी पुलिस, डीएलडब्ल्यू, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर की टीम भी इसमें शिरकत करेगी। ये टीमें देर शाम को बलिया पहुंचीं। इनके मुकाबले बलिया केशरी का चुनाव हो जाने के तत्काल बाद ही शुरू हो जाएंगे। क्रीड़ाधिकारी ने बताया कि पिछले माह हंगरी में संपन्न हुई विश्व सीनियर कुश्ती प्रतियोगिता में ग्रीको रोमन स्टाइल में देश के लिए पहला पदक जीतने वाले उप्र के जौनपुर निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान संदीप कुमार यादव समेत अन्य पहलवानों को सम्मानित किया जाएगा। इस आयोजन को संपन्न कराने के निमित्त बाहर से आफिसियलों की टीम भी आ चुकी है।
पिछले साल कोई नहीं बना था जिला केशरी
पिछले साल ददरी मेले के भारतेंदु मंच पर मंगलवार को आयोजित दंगल में जिला केशरी का चुनाव नहीं हो पाया था। जब फाइनल मुकाबले की बारी आई तो नगरा के कृष्ण कुमार गुड्डू व अकटहीं के राम मनोहर ने भिड़ने से मना कर दिया था। इस पर सेमीफाइनल में राम मनोहर से हारे सुनील यादव ने गुड्डू से लड़ने का एलान कर दिया। गुड्डू ने हारे हुए पहलवान से हाथ मिलाने से इन्कार कर दिया था। इस पर नगर पालिका परिषद ने घोषणा की थी कि बिना मुकाबला हुए किसी को जिला केशरी का ताज नहीं दिया जाएगा। ज्ञात हो कि वर्ष 2010 में गुड्डू पहलवान को जिला केशरी के खिताब से नवाजा गया था।

मौत का कुआं, झूला, सर्कस का जलवा

ऐतिहासिक ददरी मेला धीरे-धीरे अपने रंग में आने लगा है। गुरुवार को मेलार्थियों का सुबह से ही रेला लगा रहा। लोगों ने मेले का जमकर आनंद उठाया। मौत का कुंआ, झूला व सर्कस के प्रति लोगों खासकर बच्चों व महिलाओं में विशेष रुझान रहा। बच्चों को रेल व जहाज का झूला अत्यधिक पसंद आ रहा है। देहात क्षेत्र के लोग शाम होते ही अपने घरों की तरफ कूच कर गए लेकिन शहर के लोगों ने परिवार संग शाम को मेले का मजा लिया। लोगों की सबसे अधिक भीड़ गर्म कपड़ों की दुकानों पर रही। इसके अलावा वे जलेबी, चाट, समोसा, खजला का भी आनंद लेते रहे। मेले में गुड़ही जलेबी की डिमांड काफी है। साउथ इंडियन व्यंजनों का जायका लेने में भी लोग आगे हैं। हर माल पांच रुपया से लेकर सौ रुपये वाली दुकानों पर महिलाओं की भारी भीड़ रही। मेले में भीड़ को देखते हुए दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। मेले में कानपुर, सहारनपुर समेत अन्य जनपदों के दुकानदार पलंग, चौकी, मेज, सोफा आदि की दुकानें लगाए हैं। मेले में ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग पौधों की खरीदारी करना नहीं भूले। साथ ही खादी भंडार की लगी दुकानों से कंबल आदि की भी खरीदारी की। मेले में आलमारी, छोटे-बड़े बक्से की दुकानें भी लगी हैं। इनकी भी खरीदारी खूब हो रही है। मेले में टैटू के लिए भी भारी भीड़ उमड़ रही है।
सर्कस में नौ इंच की साइकिल सुर्खियों में
ददरी मेले में लगे सर्कस में नौ इंच की साइकिल सुर्खियों है। इसे चौबीस साल की युवती चलाती है। संस्थापक वकील अहमद के अनुसार खास बात यह कि जिस साइकिल को छोटे बच्चे भी नहीं चला पाते उसे यह युवती चलाती है।
मेले में लगी कई विभागों की स्टाल
ददरी मेले में सरकारी विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में भी लोगों की भीड़ जुट रही है। मेले में स्वास्थ्य विभाग, उद्योग विभाग, मत्स्य विभाग, बचत विभाग, पंचायतराज विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, दुग्धसंघ, पशुपालन विभाग, गन्ना विकास विभाग, भूमि संरक्षण विभाग, कृषि रक्षा विभाग व लघु सिंचाई सहित कई विभागों ने अपने स्टाल लगाए हैं। इनमें हर विभाग के अद्यतन शोध व नवीन जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं।

Wednesday, November 20, 2013

प्रशिक्षित महिलाएं बनेंगी स्वावलंबी

जीवन में रोजगार परक शिक्षा का विशेष महत्व है और सिलाई कला में प्रशिक्षित महिलाएं स्वावलंबी बनकर महिला सशक्तीकरण के नारे को साकार करेंगी।
पूर्वांचल ग्रामीण चेतना समिति राघोपुर में आयोजित आवासीय औद्योगिक हाई स्पीड सिलाई प्रशिक्षण के समापन पर मंगलवार को आयोजित समारोह में यह बातें मुख्य अतिथि फादर जान अब्राहम ने कही। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने विशिष्ट अतिथि सेंट मेरी स्कूल मरियमपुर की प्रधानाचार्य सिस्टर सैनी के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सिस्टर सैनी ने सिलाई प्रशिक्षण में चयनित 42 किशोरियों को प्रमाण पत्र वितरित किया। अपने संबोधन में सिस्टर सैनी ने कहा कि किशोरियों को सही निर्देशन व दिशा देने से युवा शक्ति को रचनात्मक शक्ति मिलती है। महिला समन्वयक सिस्टर साधना व नरेंद्र श्रीवास्तव ने भी महिलाओं को स्वावलंबी बनने पर जोर दिया।
इस मौके पर किशोरियों ने गीत, कव्वाली, जागृति गीत व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जयप्रकाश ने आभार व शकुंतला ने संचालन किया।

Friday, November 15, 2013

स्नान घाट तैयार, आज शाम से जुटेंगे श्रद्धालु

महर्षि भृगु की धरती पर गंगा व तमसा के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन शनिवार/रविवार की रात होने वाले स्नान के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शहर के महावीर घाट से संगम तट जाने वाले मार्ग को तैयार कर लिया गया है। इस पर आने-जाने वालों के लिए प्रकाश व पानी की व्यवस्था पूरी है। शनिवार की शाम से हे स्नानार्थियों का जत्था संगम तट पहुंचने लगेगा।
संगम तट पर स्नान के लिए लोग पैदल व वाहनों से एक दिन पूर्व से ही शहर होते हुए संगम तट पहुंचते हैं। आधी रात के बाद श्रद्धालु गंगा में स्नान करना प्रारंभ कर देते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन व नगर पालिका परिषद व्यापक स्तर पर तैयारी करती है। महावीर घाट से लेकर संगम तट तक मार्गो को दुरुस्त करने के साथ ही प्रकाश व बेरीकेडिंग की जाती है। संगम तट पर रात को उच्चाधिकारी कैंप करते हैं। नगर पालिका परिषद संगम तट पर अधिकारियों के ठहरने के लिए व्यापक व्यवस्था करती है। वहीं स्वयंसेवी संस्थाएं भी आने-जाने वालों की सहायता के लिए कैंप लगाती हैं। कई संस्थाएं मेलार्थियों को चाय व दवा भी मुफ्त में उपलब्ध कराती हैं। जिला प्रशासन को उम्मीद है कि इस साल दस लाख से अधिक लोग गंगा तट व संगम की पवित्र धारा में डुबकी लगाएंगे।
जिलाधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह, अपर जिलाधिकारी केपी सिंह व एएसपी केसी गोस्वामी ने गंगा तट का निरीक्षण किया।
नौ सौ से अधिक जवानों के जिम्मे सुरक्षा की कमान
गंगा व तमसा के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन होने वाले स्नान में आने-जाने वालों की सुरक्षा के लिए 900 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिए चार सीओ, 13 इंस्पेक्टर, 20 एसओ, 61 एसआई, 15 हेडकांस्टेबल, 607 कांस्टेबल, 16 महिला पुलिस, 14 यातायात सिपाही, 150 होमगार्ड, एक प्लाटून जल पुलिस, एक कंपनी पीएसी के साथ ही सदर कोतवाली की अलग टीम होगी।
गुप्तचर एजेंसियां भी रहेंगी सक्रिय
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर पुलिस किसी तरह की चूक नहीं करना चाहती है। इसके तहत गुप्तचर एजेंसियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। एलआईयू टीम के साथ ही लखनऊ से एंटी सोबाज की भी टीम लगाई जाएगी। एंटी सोबाज टीम असलहा लेकर जाने वालों के बारे में तुरंत बता देगी।
बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से चौकस है। इसके लिए 16 नवंबर को शहर के अंदर आने वाले प्रमुख मार्गो से वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए शहर के अंदर आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर हैबतपुर के पास बैरियर लगाया जाएगा। इसके अलावा देवकली वन बिहार सिकंदरपुर मार्ग, बांसडीह मार्ग पर तिखमपुर व बैरिया मार्ग पर पिपराकलां गांव के सामने व गड़वार रोड पर निराला नगर के पास वाहनों को रोक दिया जाएगा। दोपहर बाद दो बजे से इन मार्ग पर बड़े वाहनों को रोक दिया जाएगा।
सजधज कर तैयार हो गया मीना बाजार
महर्षि भृगु की धरती पर हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दिन से शुरू होने वाले ऐतिहासिक ददरी मेले का मीना बाजार सजधज कर तैयार हो गया है। स्नान से एक दिन पूर्व शनिवार की शाम को मेला शुरू हो जाएगा।
शहर के दक्षिणी छोर पर लगने वाले इस मेले का बिचला घाट चौकी की तरफ से आने-जाने के लिए मार्ग बना दिया गया है। नगर पालिका परिषद ने कड़ी मेहनत कर इस तरफ से दो मार्गाें का निर्माण करा दिया है। दोनों तरफ दुकानें भी लगभग लग चुकी हैं। सर्कस, झूला, नौटंकी, मौत का कुआं के अलावा जलेबी, चाट, बक्सा आदि की दुकानें तैयार हो गई हैं। मेले में चौक का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। वहीं ऐतिहासिक भारतेंदु कला मंच को तैयार करने का काम भी तेज गति से हो रहा है। नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता ने कहा कि मेले में व्यापारियों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम करने का प्रयास होगा।