Sunday, April 25, 2010

विकास के लिए सत्ता से हटाना होगा बसपा सरकार को : अंचल !

बैरिया (बलिया), निप्र। बहुजन समाज पार्टी की सरकार को जब तक सत्ता से नहीं हटाया जायेगा तब तक प्रदेश के गरीबों को न तो राहत मिलेगी और न ही इस प्रदेश का विकास होगा। सत्ता पक्ष के लोग प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट रहे है जिसे रोकने के लिए द्वाबा की जनता को आगे आना चाहिए।

यह बातें पूर्व मंत्री शारदा नन्द अंचल ने कहीं। वह रविवार को यहां आयोजित सपा के कार्यकर्ता सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। इसी क्रम में पूर्व मंत्री व विधायक अम्बिका चौधरी ने आगामी 27 अप्रैल को घोषित भारत बंद के दौरान बलिया बंद को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया। उन्होंने प्रदेश व केन्द्र सरकारों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए उन्हे जनविरोधी बताया।

पूर्वमंत्री राम गोविंद चौैधरी ने द्वाबा को लोक नायक जयप्रकाश नारायण की धरती बताते हुए कहा कि यहां के लोग अन्याय के खिलाफ लड़ना जानते हैं। पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार में बैठे लोगों को जनता जनार्दन से कोई मतलब नहीं है।

सम्मेलन को द्वाबा के पूर्व विधायक विक्रम सिंह, वरिष्ठ नेता सुमेर सिंह, नागेन्द्र सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष राजमंगल यादव, सपा के जिलाध्यक्ष मुहम्मद रिजवी, यशपाल सिंह, शैलेश सिंह, विनायक मौर्य, प्रदीप यादव, विश्वनाथ चौधरी, भरत यादव, रोशन गुप्त, अशोक यादव, लालजी यादव, सुरेश सिंह व नृपेन्द्र मिश्र बागी आदि ने सम्बोधित किया।

इससे पूर्व युवा नेता रवि प्रकाश सिंह छोटू, अरविंद सेंगर, मुन्ना गोड़, निर्भय सिंह गहलौत, बुलेट सिंह, मंतोष यादव, अरविंद सिंह सहित दो दर्जन नेताओं ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। अध्यक्षता सपा के द्वाबा अध्यक्ष राजप्रताप यादव व संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य लालू यादव ने किया। इस मौके पर लोकगीत गायक विष्णु ओझा व उनके साथियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। लगभग छह घंटे चले सपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में पांच हजार कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में आठ राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किये गये।

सपा के युवा नेता रविप्रकाश सिंह ने सपा के कार्यकर्ता सम्मेलन की सफलता पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया है।

खौफ: लुटेरों की गोली से घायल व्यापारी पुस्तैनी धंधे से मुंह मोड़ा!

बलिया । बेखौफ लुटेरों के हौसले पस्त करने में पुलिस तमाम कवायदों के बाद भी कामयाब नहीं हो पायी है। इसका दुष्परिणाम आम जन को भुगतना पड़ जा रहा है। बदमाशों का खौफ लोगों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। इसी तरह के झमेलों से इन दिनों गुजर रहा है एक व्यापारी परिवार। डर इस कदर समाया है कि पिछले दिनों बदमाशों की गोली से घायल व्यापारी अब अपना पुश्तैनी धंधा छोड़कर दूसरी तरफ मुंह मोड़ने की तैयारी में लग गया है।

बता दें कि 29 मार्च की रात करीब साढ़े सात बजे हुनमानगंज में स्थित दुकान से घर वापस लौट रहे जीराबस्ती निवासी स्वर्ण व्यापारी राजकुमार वर्मा के सिर में गोली मारकर बदमाशों ने लाखों की धनराशि लूट ली थी। हालत गम्भीर होने पर चिकित्सकों ने उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया था। वहां लगभग बारह दिन तक इलाज के बाद व्यापारी वापस घर लौट आया। इधर तीन दिन पूर्व बैंक के गार्ड व चपरासी की दिनदहाड़े गोली मारकर की गयी हत्या व दस लाख की लूट ने इस व्यापारी परिवार की चिंता और बढ़ा दी है। दिलोदिमाग में छा गया है वह मंजर कि कैसे बदमाश उसका नकदी एक लाख व लाखों के आभूषण लूट लिये थे। घटना के पच्चीस दिन बाद भी पुलिस अभी तक कुछ भी नहीं कर पायी है। इसके चलते व्यापारी परिवार का पुलिस से विश्वास उठ गया है। घायल व्यापारी राज कुमार वर्मा ने बताया कि उसके सपने में अब भी गोलियों की आवाज सुनायी पड़ती है। दहशत के मारे परिवार के अन्य सदस्य उसे घर से बाहर नहीं निकलने देते। इसकी वजह से वह अब पुश्तैनी धंधा छोड़ खेती करने की सोचने लगा है।

Friday, April 23, 2010

दुधिया रोशनी में 29 से नहायेगा वीर लोरिक स्टेडियम !

बलिया । नगर का वीर लोरिक स्टेडियम 29 अप्रैल से एक बार फिर दुधिया रोशनी में नहायेगा। मौका होगा जिला क्रिकेट लीग का, जिसमें करीब दो दर्जन टीमें अपना जलवा दिखाएंगी। जनपद के लिए यह पहला ऐसा मौका है कि क्रिकेट का जिला लीग दुधिया रोशनी में खेला जायेगा। फ्लड लाइट की व्यवस्था को अमली जामा पहनाने के लिए कोलकाता के कारीगरों व विशेषज्ञों ने यहां मोर्चा सम्भाल लिया है। कयास लगाये जा रहे हैं कि यह कार्य एक-दो दिनों में पूरा हो जायेगा।

बलिया क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अजीत कुमार सिंह 'बाबू' के अनुसार टीमों की इंट्री की समय सीमा बीत चुकी है। बावजूद इसके कतिपय टीमें अभी भी लीग चैम्पियनशिप में शामिल होने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि लीग चैम्पियनशिप में रोशनी की भरपूर व्यवस्था रहेगी। 800 वाट के 30 फ्लड लाइट इस बार मैदान में लगाये जा रहे हैं। आईपीएल की ही तर्ज पर रोजाना दो-दो मैच खेले जायेंगे। इनका शुभारम्भ सायं पांच होगा। रात करीब 11 बजे तक चलने वाले इन मैचों को देखने आये खेल प्रेमियों के लिए इस बार विशेष व्यवस्था रहेगी।

समृद्धि की संवाहक नारियों का करें सम्मान : मीरा शास्त्री !

रसड़ा (बलिया), निप्र। महिलाएं समृद्धि की संवाहक होती है। उनके सम्मान से ही सुखी समाज की संकल्पना साकार होगी।

यह बाते पश्चिम बंगाल से पधारी आचार्य श्रीमती मीरा शास्त्री ने बुधवार को स्थानीय आर्य समाज के 91वें वार्षिकोत्सव में आयोजित महिला सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि आर्यसमाज में महिला को सर्वोपरि स्थान दिया गया है। महिलाओं को शिक्षा व संस्कारों पर विशेष ध्यान देकर समाज के नवसृजन में आगे आने का आह्वान किया।

अलीगढ़ के स्वामी बालानन्द ने कहा कि हमें वेदों के संदेशों पर अमल कर नारी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव रखना चाहिए। पं.कपिल शास्त्री ने कहा कि महिलाओं को अपने सम्मान की रक्षा, अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। पं.परमानन्द प्रेमी ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वामी दयानन्द ने नारी उत्थान के लिए संघर्ष किया तथा आर्यसमाज के माध्यम से विधवा विवाह व अन्य परम्पराओं को लागू किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सपना गुप्ता तथा संचालन स्वेता बरनवाल व सीमा गुप्ता ने किया। इस अवसर पर संयोजक गोपाल जी, कमला सिंह आदि की सराहनीय भूमिका रही।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून मसौदा गरीबों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण: हरिश्चन्द्र !

बलिया। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून मसौदा जिसे यूपीए सरकार ने मंत्रिमंडल के समक्ष रखा है वह गरीबों के लिए अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है। उक्त बातें राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (क्रान्तिकारी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अवकाश प्राप्त आईएएस हरिश्चन्द्र ने गुरुवार को लोनिवि के डाक बंगले में पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान कही। श्री चन्द्र ने कहां कि आज संसदीय राजनीति में माफियाओं का बढ़ता दखल आम आदमी की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। आलम यह है कि देश की राजधानी दिल्ली स्थिति सचिवालय से लेकर ब्लाक मुख्यालय पर सभी दफ्तर दलाल और चाटुकारों से भरे पड़े हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार किस स्तर पर है अंदाजा सभी लगा सकते हैं। रिटायर्ड आईएएस ने कहा कि प्रदेश व देश में गरीबों की संख्या को लेकर मतभेद है। सूबा जहां 11 करोड़ को गरीब बताता है वहीं केन्द्र मात्र 6 करोड़ को लेकर अपना मुहिम चला रहा है। गरीबों के राशन में कटौती करना व सूबे की मुखिया को 21 करोड़ का माला पहनाना दोनों में बड़ा विरोधाभास है। कहा कि इससे दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि देश की मालिक नेताओं के आगे भीख का कटोरा लिये खड़ी है। आह्वान किया कि ऐसे आंदोलन का आगाज करें जिससे यह सरकार उखड़ जाय। प्रेस वार्ता के दौरान बासुदेव राम, अनिल कुमार उपस्थित थे।

चर्च हादसा : पीड़ितों का कौन पोंछेगा आंसू!

बिल्थरारेाड (बलिया) । बिल्थरारोड तहसील क्षेत्र के उभांव थाना अंतर्गत हरदिया ग्राम में मंगलवार की देर रात्रि हुए चर्च हादसे में एक की मौत व दस मजदूरों के जख्मी होने की घटना के बाद भी प्रशासन पीड़ितों को मुआवजा देने के प्रति गंभीर नहीं दिख रहा। लगभग 4 हजार वर्ग फीट एरिया में करीब 35 लाख रुपये की लागत से चर्च का निर्माण करा रही डिसाइज आफ वाराणसी संस्था ने तो परिजनों को आर्थिक सहायता देने के नाम पर पहले ही चुप्पी साध ली है वहीं प्रशासन ने भी पहले ही विभिन्न विभागीय पेच व घटना को प्राकृतिक आपदा में न होने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया है। अलबत्ता सत्ता पक्ष के नेताओं ने पीड़ितों के मुआवजा के लिए आवाज जरूर बुलंद की है। बसपा कोआर्डिनेटर छट्ठू राम ने भी जिलाधिकारी से इस संबंध में सार्थक पहल करने का आग्रह किया है जिस पर उन्होंने प्राकृतिक आपदा न होने का हवाला दे मुआवजा हेतु प्रयास करने की सिर्फ हामी भरी है।

मौके पर मौजूद बसपा नेता व पूर्व जिलाध्यक्ष इंदल राम, सतीश चन्द्र धूसिया, बामसेफ अध्यक्ष अवधेश कुमार, विक्रमा मौर्य, विनोद सेहरा, रणजीत भारती, भोला राम, लल्लन राम, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि विवेक सिंह, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष व नेहरू युवा मण्डल हल्दीरामपुर अध्यक्ष चन्द्र प्रताप सिंह बिसेन आदि ने भी संबंधित परिवारों को मुआवजा उपलब्ध कराने की मांग की है।

पति के बिना कैसे कटेगे पहाड़ सरीखे दिन

सिकन्दरपुर : क्षेत्र के संत पैट्रिक चर्च हरदिया (कुर्रहा-तेतरा) के निर्माणाधीन प्रार्थना सभागार की छत ध्वस्त होने से उसके मलबे में दब कर मरे मुन्ना का अन्तिम संस्कार परिजनों ने बुधवार को देर शाम कर दिया। भरी जवानी में बेवा हुई मुन्ना की पत्‍‌नी ज्ञान्ती को यह सदमा सता रहा है कि उसके पहाड़ जैसे दिन कैसे कटेगे। उसके बच्चों का क्या होगा। उसकी जिन्दगी में तो आगे अब अंधेरा ही अंधेरा दिखायी दे रहा है। पति के खोने का गम और बच्चों के भविष्य की चिन्ता के बीच वह असहाय सी बनी हुई है। उसके घर सन्नाटा पसरा हुआ है। वह तो दुनिया से गया ही उसके पिता भी गंभीर रूप से घायल हो अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। अचानक आयी इस विपत्ति के कारण पूरा परिवार सदमे में है। मुन्ना भी अपने पिता की तरह ही मजदूरी करता था किन्तु वहां नहीं जहां मौत अचानक उसे खींच ले गयी। छत की ढलाई के कारण मुन्ना के पिता मात्र एक दिन के लिए उसे वहां मजदूरी करने के लिए ले गये थे। पिता को क्या पता था कि अपने जिस लाडले को मात्र एक दिन के लिए चर्च पर ले जा रहे है वह ऐसी जगह चला जायेगा जहां से लौट कर कोई वापस नहीं आता। यही हुआ भी मुन्ना तो नहीं वापस घर आया उसकी लाश अवश्य आयी।

Wednesday, April 21, 2010

सपनों को पूरा करना ही सच्ची श्रद्धांजलि : स्वामी प्रसाद !

चितबड़ागांव (बलिया)। प्रदेश के पंचायती राज मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कोई भी इंसान बिना अनुशासन के जीवन में कामयाब नहीं हो सकता। सेनानी पुरुषोत्तम दास वर्मा का पूरा जीवन अनुशासन में ही बीता। आज आवश्यकता उनके आदर्शो को आत्मसात करने की है। तभी उनके अधूरे सपने पूरे हो सकेंगे और यही उस महामानव के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

पंचायती राज मंत्री श्री मौर्य सोमवार की देर शाम यहां सेनानी की पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इसी क्रम विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने संबोधन में प्रदेश के स्टाम्प शुल्क व पंजीयन मंत्री नंद गोपाल गुप्त 'नंदी' ने कहा कि सेनानियों का सम्मान करते हुए ही हम अपने राष्ट्र को समृद्ध बना सकते है।

सेनानी स्व. पुरुषोत्तम दास वर्मा के पुत्र द्वय अश्रि्वनी कुमार वर्मा व अशोक कुमार वर्मा द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में विधायक घूरा राम, जोनल कोआर्डिनेटर छठ्ठू राम, पूर्व सांसद रामनरेश कुशवाहा, बसपा जिलाध्यक्ष मदन राम, पूर्व विधायक केदार वर्मा, संग्राम यादव, नगर पंचायत चेयरमैन आदित्य नारायण कनकन जी, डा. इन्दल राम, कपिल देव, भारती सिंह, अभिराम सिंह दारा, शिवानंद सिंह, ममता सिंह, सुधीर मिश्र, उमेश चन्द्र सर्राफ, व्यापारी नेता विनोद सिंह आदि ने सेनानी पुरुषोत्तम दास वर्मा के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इससे पूर्व मंत्री द्वय ने पुरुषोत्तम द्वार का लोकार्पण, भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण, पीडब्लूडी द्वारा निर्मित सीसी रोड का लोकार्पण, मंडी समिति द्वारा निर्मित सुपर मार्केट तथा नगर पंचायत द्वारा बारह दुअरिया से चिकित्सालय होते हुए उसरौली तक निर्मित पक्की सड़क का उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि द्वारा स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व सांसद रामनरेश कुशवाहा, सेनानी सच्चिदानंद तिवारी व सेनानी योगेन्द्र नाथ तिवारी को अंगवस्त्रम से अलंकृत किया। चेतना जागरण समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष डा.नरेन्द्र प्रताप सिंह, विजय प्रताप सिंह यादव, अशोक सिंह व उदयभान सिंह द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। आयोजकों की तरफ से मुख्य व विशिष्ट अतिथि को चांदी का मुकुट पहनाकर तथा नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन अभिराम सिंह दारा द्वारा चांदी की तलवार प्रदान कर उन्हे सम्मानित किया गया। नगर पंचायत के चेयरमैन आदित्य नारायण उर्फ कनकन जी ने अतिथि द्वय को चांदी निर्मित हाथी का प्रतीक चिन्ह प्रदान किया। बसपा के नगर अध्यक्ष उमेश चन्द सराफ ने भी उन्हें सम्मानित किया। नगर पंचायत चेयरमैन आदित्य नारायण उर्फ कनकन जी ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। अध्यक्षता शिववचन वर्मा तथा संचालन बालजीत कुशवाहा ने किया।

Sunday, April 18, 2010

यक्ष प्रश्न: सड़क चलने या मिट्टी रखने के लिए !

बैरिया (बलिया), निप्र । यूं तो विकास कार्य को तरजीह देना समय की मांग है किन्तु ऐसा कार्य जो अन्य लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु किये जा रहे क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न करने लगे तो उस व्यवस्था को कोसने के सिवाय कुछ नजर नहीं आता। द्वाबा क्षेत्र के बैरिया-रानीगंज-सुरेमनपुर मार्ग की स्थिति भी कुछ ऐसी है। इस मार्ग पर स्थित बीबी टोला में जल निकासी के लिए नाला निर्माण का कार्य चल रहा है। यहां नाला खोदकर मिट्टी अन्यत्र हटाने की बजाय कार्यदायी संस्था द्वारा सड़क पर ही लगभग चार-पांच फीट ऊंचाई तक रख दिया गया है। व्यस्ततम सड़क पर मिट्टी का ढेर लगा देने से इस मार्ग पर वाहनों का आना-जाना बिल्कुल बंद हो गया है। लोगों को स्टेशन, बैंक, अस्पताल व कालेज आदि स्थानों पर जाने में असुविधा झेलनी पड़ रही है। स्थानीय लोगों ने कार्यदायी संस्था के लोगों से मिट्टी अन्यत्र रखवाने की बात कही तो उन्होंने एक नहीं सुनी।

आवागमन की समस्या झेल रहे कमलेश कुमार का कहना है कि अराजकता की हद हो गई है। पीआर सिंह का कहना है कि अब तक यहां दो दर्जन राहगीर घायल हो गए है किन्तु जनता की सुविधा-असुविधा से कोई मतलब ही नहीं है। विजय कुमार कहते है कि इस तरीके से निर्माण कार्य हमने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा। शैलेश कुंवर का कहना है कि जब से रास्ता बंद हो गया है तब से पुलिस प्रशासन अपना मार्ग बदल दिये है किन्तु इसका निराकरण नहीं कर रहे। नरेन्द्र कुमार वीसी, डा. वाहिद अली कहते है कि यहां की स्थिति अंधेर नगरी जैसी हो गई है।

ऊर्जा जल वृक्ष संरक्षण को अहमियत दिया लोकगीतों ने: जौहर !

सुखपुरा (बलिया)। लोकगीतों में ऊर्जा, जल व वृक्ष के संरक्षण को बराबर महत्व दिया गया है। आवश्यकता इस बात की है कि हम उसकी कीमत को समझें और उसे अपने जीवन में उतारें। उक्त विचार उर्दू व भोजपुरी के मशहूर विद्वान जौहर साफियावादी के हैं। वह संतयती नाथ मंदिर परिसर में 'पर्यावरण के बनावे में भोजपुरी लोकगीतन की भूमिका' विषयक गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। कहा कि लोकगीत पतनोन्मुख समाज को आदर्शोमुख करते हैं। इनमें ही हमारे जीवन की झांकी बहुरूपता से समाहित व आभावित होती है। गोष्ठी को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के भोजपुरी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. रवीन्द्र शाहाबादी, डा. सदानंद शाही, मन्नू राय, विश्वनाथ शर्मा, चौधरी कन्हैया सिंह ने सम्बोधित किया। इसके पूर्व भोजपुरी के मशहूर कवि बृज मोहन प्रसाद अनारी के नव प्रकाशित भोजपुरी काव्य 'सितुही में मोती' का विमोचन आगन्तुक साहित्यकारों द्वारा किया गया। इस अवसर पर आधा दर्जन साहित्यकारों, कवियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर गोपाल जी चितेरा, भोला प्रसाद आग्नेय, मेजर दिनेश सिंह, अखिलेश सिंह, गणेश कुमार पाठक, काशीनाथ सिंह, उमाशंकर सिंह, महेन्द्र प्रताप शुक्ल, केदारनाथ सिंह, सूर्य नारायण सिंह आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता महावीर प्रसाद व संचालन हरेराम सिंह ने किया।

श्रीफल: कोई डिगा नहीं सका इसके अटल सिंहासन को !

सिकन्दरपुर (बलिया), निप्र।प्रकृति ने मानव शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अनेक तरह के फल दिये जिनमें एक श्रीफल या बेल भी है। एक साथ साहित्य, धर्म और आयुर्वेद में समान दखल रखने वाले इस फल का नाम श्रीफल क्यों पड़ा, यह तो बता पाना मुश्किल है लेकिन यह सर्वविदित है कि संस्कृत साहित्य से लेकर हिन्दी साहित्य तक इसके अटल सिंहासन को कोई डिगा नहीं सका। श्रीफल कवियों का सर्वप्रिय उपमान रहा है। धर्म में भी यह सर्वोच्च शिखर पर पहुंचा हुआ है। देवाधिदेव महादेव के मस्तक पर बिल्वपत्र विराजमान रहता है। आयुर्वेद में भी इस की काफी महत्ता है। काया को शीतलता प्रदान करने वाला यह फल सर्वसुलभ और सर्वप्रिय है। ग्रीष्म ऋतु में बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन इसके शर्बत का आनंद उठाते है क्योंकि बेल अथवा उसका शर्बत उदर को शीतल रखने के साथ ही अनेक रोगों से गर्मी के दिनों में पेट की रक्षा करता है। पके श्रीफल का गुदा काफी मीठा व स्वादिष्ट होता है जिससे बच्चे बूढ़े व जवान आनंद लेकर उसे ग्रहण करते है।

प्रकृति की मार से अमृत फल भी अछूता नहीं, कम हुई आवक

रसड़ा : प्रकृति ने मानव जाति के लिए वह सबकुछ दिया है जिससे वह खान पान की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ वातावरण में व्याप्त इसकी मनोरम झांकी को निहार अनन्त सुख व खुशी की अनुभूति करता है। बाग-बगीचों में हरियाली प्रदान करने के साथ ही कई फल ऐसे हैं जो औषधियों के रूप में जनमानस के बीच अपना अमिट पहचान बनाये हुए है। इन सारी खूबियों से परिपूर्ण फलों में एक अमृत फल श्रीफल भी है जिस पर इस बार प्रकृति का कहर हावी हो गया है। अवर्षण व भीषण गर्मी के कारण वृक्षों पर काफी कम तादात में आये अमृत फल की आकृति पहले से अपेक्षा कृत छोटी भी दिख ही रही है। परिणाम स्वरूप इस वर्ष अमृत फल बाजार में काफी कम दिखायी पड़ रहे है तथा इसकी कीमत प्रति फल 15 से 20 रुपये है। श्रीफल प्राचीन काल से शर्बत व फलाहार के रूप में प्रचलित है। इस नाते लगभग सभी बाग-बागीचों में इसके वृक्ष को काफी शौक से लगाया गया है किन्तु पिछले वर्ष बरसात में काफी कम वर्षा होने तथा मौसम के तीखे तेवर के चलते इस वर्ष इस अमृत फल की आवक काफी कम हुई है। बेल के कम आवक के पीछे मानवीय असंवेदना, पर्यावरण प्रदूषण, गन्दगी विस्तार तथा बागवानों के समय से देखभाल न किये जाने को भी एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।

कृतज्ञ बलिया ने श्रद्धा के फूल चढ़ाये अपने चन्द्रशेखर को !

बलिया । पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की 84वीं जयंती पर कृतज्ञ जनपद ने अपने 'युवा तुर्क' को दिल से याद किया। साथ ही जनपद भर में विविध कार्यक्रम आयोजित कर तन्मयता से श्रद्धा के फूल चढ़ाये गये। इस दौरान राजनीतिक दलों ने दलीय प्रतिबद्धता से ऊपर उठकर चन्द्रशेखर की स्मृति को प्रणाम किया। विभिन्न संगठनों, लोगों ने चन्द्रशेखर को श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर जिला अस्पताल के रोगियों को फल वितरण, रक्तदान शिविर के साथ ही विचार गोष्ठियां भी आयोजित की गयीं। फोटो प्रदर्शनी लगाकर चन्द्रशेखर के जीवन के अनमोल क्षणों को जनता के सामने गौरवपूर्ण ढंग से प्रदर्शित किया गया।

चन्द्रशेखर नगर स्थित झोपड़ी पर जयंती समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व व कृतित्व पर खुलकर चर्चा हुई। चन्द्रशेखर के भतीजे गिरजाशंकर सिंह के अलावा डा.सूर्यबली सिंह, वीरेंद्र राय, विजय सिंह, अजय कुमार सिंह, दिनेश सिंह, रणविजय सिंह, रघुपति आदि ने पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर माल्यार्पण किया।

जिला कांग्रेस कमेटी के सभागार में युवा तुर्क के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर का पूरा जीवन संघर्षो में बीता। कश्मीर से कन्या कुमारी तक पद यात्रा कर उन्होंने अपनी बड़ी सकारात्मक सोच का परिचय दिया वहीं सदन में बेबाक टिप्पणी से बलिया का मान बढ़ाया। उनके आदर्शो को जीवंत बनाने की जरूरत है। वक्ताओं में अशोक पाठक, कमलेश सिंह, मनोज सिंह, पीयूष मिश्र, डा.शोएबुल इस्लाम, अरविन्द सिंह, प्रभाष्कर पाण्डेय, भैया लल्लू जी सिंह, शिव प्रताप ओझा, सागर सिंह आदि शामिल रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष यतेंद्र बहादुर सिंह ने की तथा संचालन अशोक कुमार सिंह ने किया।

जिला समाजवादी पार्टी द्वारा सदर अस्पताल में रक्तदान किया गया। इस दौरान सदर व महिला अस्पताल में मरीजों को फल भी वितरित किया गया। बाद में पार्टी कार्यालय पर आयोजित समारोह में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिलाध्यक्ष मो.रिजवी ने कहा कि जिन स्वार्थी राजनीतिज्ञों को चन्द्रशेखर देश के लिए खतरा मानते थे, उन लोगों के साथ हाथ मिलाने वाले चन्द्रशेखर के सपनों को कतई साकार नहीं कर सकते। आवश्यकता ऐसे लोगों से सचेत रहने की है। वक्ताओं में जिला पंचायत अध्यक्ष राजमंगल, श्याम बहादुर सिंह, शैलेश चौधरी, यशवीर सिंह, दीनानाथ सिंह, उमाशंकर सिंह, दिनेश चौहान, रघुपति, लक्ष्मण गुप्त, कौशल कुमार सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, सु़शील पाण्डेय, बलराम गुप्त आदि शामिल रहे। संचालन जिला महासचिव यशपाल सिंह ने किया।

सजपा के जिला कार्यालय पर आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री राजधारी ने कहा कि श्रद्धेय चन्द्रशेखर की स्मृतियों को जिन्दा रखने के लिए दलगत भावनाओं से हटकर एक मंच का गठन होना चाहिये। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जिलाध्यक्ष बलवंत सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर के प्रति अटूट आस्था रखने वाले लोग आज अलग-अलग दलों में हैं। उन्हें एक मंच पर लाने की जरूरत है। समारोह को वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद उपाध्याय, पूर्व चेयरमैन नरेंद्र सिंह, दिग्विजय सिंह, द्विजेंद्र नाथ मिश्र, प्रेमशंकर सिंह, हीरा सिंह, प्रेमशंकर चतुर्वेदी, आनंद मोहन सिंह आदि ने संबोधित किया। संचालन जगत नारायण मिश्र ने किया। कुंवर सिंह इण्टर कालेज के प्रवक्ता अजय बहादुर सिंह की अध्यक्षता में हुई गोष्ठी में वक्ताओं ने उनके नाम से डाक टिकट जारी करने पर केंद्र सरकार के प्रति आभार जताया। गोष्ठी में द्विजेंद्र कुमार मिश्र, वासुदेव ठाकुर, मोहन सिंह, किरण कुमार सिंह, संतोष कुमार शुक्ल, रामराज सिंह, संजय पाण्डेय आदि ने विचार रखे।

कुंवर सिंह पीजी कालेज में गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्राचार्य डा.गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर आजीवन मूल्यपरक राजनीति के प्रति समर्पित रहे। अपने समाजवादी विचारों को किसी भी मंच पर उन्होंने अत्यंत दृढ़ता पूर्वक रखा। साथ ही खुद को एक आदर्श सांसद के रूप में प्रस्तुत किया। उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प हर व्यक्ति को लेना होगा तभी बागी बलिया का विकास सम्भव होगा। गोष्ठी को डा.पद्माकर सिंह, डा.विश्वप्रकाश मिश्र, डा.अशोक कुमार सिंह, डा.धीरेद्र बहादुर सिंह, डा.अजय बिहारी पाठक, सच्चिदानंद राम आदि ने संबोधित किया।

नगर के जापलिनगंज स्थित पूर्व मंत्री स्व.विक्रमादित्य पाण्डेय के आवास पर समाजवादी नेता भगवान शंकर चौधरी ने कहा कि चन्द्रशेखर के व्यक्तित्व को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। वे स्वयं में एक राष्ट्रीय संस्था व सिद्धांत थे। वक्ताओं में गुड्डूं चौधरी, ददन यादव, राम नारायण पहलवान, जय प्रकाश पाण्डेय, उमेश पाण्डेय, बबलू मिश्र, छोटू पाठक आदि शामिल रहे।

नगर के लीसोली प्रतिष्ठान पर आयोजित समारोह में प्रोपराइटर अमित सिंह ने चन्द्रशेखर को राष्ट्र का गौरव बताया। इस मौके पर रघुपति सिंह, वेद प्रकाश, विशाल सिंह आदि भी मौजूद रहे।

महावीर घाट स्थित उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमण्डल के कार्यालय पर गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला महामंत्री संजीव कुमार डम्पू ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में चन्द्रशेखर के योगदान को कतई भुलाया नहीं जा सकता। गोष्ठी को जिला युवा अध्यक्ष संजीव वर्मा, जय कुमार, जमाल अख्तर, काशी साहू, विकास वर्मा, राज कुमार जायसवाल, लल्लू जी वर्मा, लक्ष्मण यादव आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता रामेश्वर वर्मा ने की तथा संचालन जिला युवा महामंत्री सोनू ने किया।

बलिया रेलवे स्टेशन परिसर में चन्द्रशेखर के युवा तुर्क से प्रधानमंत्रित्व काल व उसके बाद के वर्षो के जीवंत जीवन पर आधारित चित्रों की प्रदर्शनी लगायी गयी। युवा छायाकार रोशन जायसवाल ने अपने नायाब कलेक्शन से चन्द्रशेखर के बहुआयामी व्यक्तित्व को प्रस्तुत किया। उद्घाटन वरिष्ठ अधिवक्ता शिवकुमार राय ने किया। सायं 6 बजे से रात दस बजे तक प्रोजेक्टर के माध्यम से चन्द्रशेखर के ओजस्वी भाषणों, उनकी भारत यात्रा, प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल आदि का गरिमापूर्ण प्रदर्शन भी किया गया।

हनुमानगंज प्रतिनिधि के अनुसार ब्लाक मुख्यालय के ड्वाकरा हाल में गोष्ठी को संबोधित करते हुए ब्लाक प्रमुख सु़रेंद्र कन्नौजिया ने कहा कि चन्द्रशेखर जैसे व्यक्तित्व विरले ही होते हैं। आवश्यकता उनके आदर्शो को आत्मसात करने की है। गोष्ठी को वेद प्रकाश, वृन्दा प्रसाद, रामजी उपाध्याय, प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष मुन्ना जी आदि ने संबोधित किया। संचालन सीताराम चौहान ने किया।

भाई साहब! एक गिलास पानी तो पी लें!!!!!

बलिया। चिलचिलाती धूप में यदि आप राह पकड़े कहीं जा रहे हों और कोई कहे कि भाई साहब एक गिलास पानी पीते जाइये तो आपको निश्चित ही अच्छा लगेगा। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए लायन्स क्लब ने शनिवार को नगर स्थित एलआईसी कार्यालय के समक्ष राहगीरों को शीतल नीर पिलाने के लिए नि:शुल्क प्याऊ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष लायन्स राजेश कुमार ने कहा कि तपिश भरी दोपहरी में किसी को एक गिलास शीतल पानी पिलाने में जो सुख और सन्तोष मिलेगा वह शायद ही किसी अन्य कार्य से मिले। श्री कुमार के मुताबिक पूरी गर्मी भर इस प्याऊ पर पथिकों को ठण्डा जल पिलाया जाएगा। उद्घाटन अवसर पर क्लब के सेक्रेटरी निधेश अग्रवाल, इंजीनियर अशोक जायसवाल, इंजीनियर ओपी अग्रवाल, डा.वीके वैद्य, डा.राजीव कुमार, डा. अनुराग भटनागर आदि की उपस्थिति मुख्य रही।